प्रदेश में बढ़ रहे सायबर अपराधों और उसकी त्वरित रोकथाम को लेकर पुलिस मुयालय में कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें डीजीपी सुधीर सक्सेना, सायबर एडीजी योगेश देशमुख सहित डीएसपी, एसपी समेत 700 से ज्यादा अधिकारी जुड़े। कार्यशाला में केंद्रीय गृह मंत्रालय के इंडियन सायबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर के सीईओ राजेश कुमार ने अपराधों की रोकथाम को लेकर प्रशिक्षण दिया।
एक साल में 61 फीसदी बढ़े मामले
राजेश कुमार ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि भारत में घटित सायबर क्राइम ज्यादातर पूर्वी, दक्षिणी राज्यों और दिल्ली के आसपास के साथ ही दक्षिण एशियाई देशों से हो रहे हैं। इसमें भारतीय मूल के लोग भी शामिल हैं। देशभर में प्रतिदिन सायबर क्राइम से जुड़ी 7 हजार से अधिक शिकायतें आती हैं। इसलिए लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
उन्होंने बताया कि सायबर क्राइम में साल 2021 से 2022 तक 113.7 प्रतिशत तथा साल 2022 से 2023 तक 60.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। साथ ही जानकारी देते हुए बताया कि सायबर क्राइम पर नियंत्रण के लिए जनता भी सहयोग कर सकती है, इसके लिए लोग पब्लिक वॉलेंटियर के रूप में स्वयं को रजिस्टर कर सकते हैं।
पुलिस के सामने कई चुनौतियां: डीजीपी
कार्यशाला के दौरान डीजीपी सुधीर सक्सेना ने सायबर क्राइम पर नियंत्रण के लिए पुलिस के समक्ष आने वाली चुनौतियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि सायबर क्षेत्र में पुलिस के सामने कई चुनौतियां हैं, इससे तकनीकी दक्षता बढ़ाकर निपट सकते हैं।