1) कुछ दिन पहले बीजेपी ने TDP को किनारे करके आंध्र प्रदेश की YSR पार्टी यानी सत्तारूढ़ जगन सरकार के साथ ही रहने का फैसला किया।
2) फिर CM जगन के करीबी और YSR पार्टी के सांसद MS Reddy और उनके बेटे राघव को दिल्ली के Liqour case से मुक्त कराने की डील हुई।
3) डील थी कि जेल में बंद MS Reddy के बेटे राघव को ED का सरकारी गवाह बनाया जायेगा।बदले में राघव कुछ बयान देंगे। कुछ दिन बाद यानी 2 महीने पहले राघव को जमानत मिल गई।
4) राघव के साथ बिजनैसमैन दिनेश अरोड़ा को भी ED का गवाह बनाने की डील हुई।
5)The Hindu के मुताबिक मंगलवार यानि 3 Oct को दिल्ली की एक विशेष अदालत ने दिनेश अरोड़ा और राघव को ED का गवाह बनने की अनुमति दे दी।
6)ED के गवाह बनते ही संजय सिंह को घेरने का रास्ता आसान हो गया।
7) मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सरकारी गवाहों ने बयान दिया कि संजय सिंह ने उनको सिसोदिया और केजरीवाल से मिलवाया था।
8) लिहाजा 3 Oct को अरोड़ा और राघव सरकारी गवाह बने और अगले ही दिन 4 Oct को संजय सिंह के यहां छापे पड़े और गिरफ्तारी हुई।सारा गेम 24 घंटे में ही हो गया।
9) यानि जो असली आरोपी थे उन्हे राहत मिली और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले संजय सिंह को उनकी जगह जेल में डाल दिया गया।