छह घंटे की मतगणना के बाद भाजपा-कांग्रेस का हाल
तीन दिसंबर को सुबह आठ बजे मतगणना शुरू होने के छह घंटे बाद आए आंकड़ों में तीन राज्यों में भाजपा को निर्णायक बढ़त मिलती दिख रही है। मध्य प्रदेश में भाजपा को 160 से अधिक सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही है। कांग्रेस शासित राजस्थान में हर पांच साल में सरकार बदलने का राजनीतिक रिवाज बरकरार रहने के आसार दिख रहे हैं, यानी कांग्रेस बुरी तरह पिछड़ रही है। भाजपा 112 सीटों पर आगे है। छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस को झटका लगने के संकेत हैं। भाजपा 54 सीटों पर आगे है। तेलंगाना में कांग्रेस को निर्णायक बढ़त के संकेत हैं। सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (BRS) को झटका देते हुए कांग्रेस 65 सीटों काफी आगे दिख रही है।
चार राज्यों की मतगणना से इतर देश के बाकी राज्यों की बात करें तो इस वक्त 10 राज्यों में भाजपा के मुख्यमंत्री हैं। वहीं, छह राज्यों की सरकार में भाजपा हिस्सेदार है। चार राज्यों में कांग्रेस के मुख्यमंत्री हैं। जबकि, तीन राज्यों में कांग्रेस गठबंधन सरकारों का हिस्सा है। सात राज्य ऐसे हैं जहां अन्य दलों की सरकारें हैं। दो राज्यों पंजाब और दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है। पश्चिम बंगाल में टीएमसी, तेलंगाना में बीआरएस, आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस, ओडिशा में बीजद और केरल में लेफ्ट गठबंधन की सरकार है।
आइये जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश की सत्ता में आने बाद देश का सियासी नक्शा कैसे बदला है? मोदी सरकार बनने के वक्त कितने राज्यों में भाजपा और कितने राज्यों में कांग्रेस की सरकार थी? कितने राज्यों में अन्य दल सत्ता में थे? कब देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले हिस्सों में भाजपा और उसके सहयोगी सरकारों का शासन आया? इस वक्त देश का सियासी नक्शा कैसा है?
जब मोदी सत्ता में आए तब सात राज्यों में थीं भाजपा सरकारें
मई 2014 में नरेंद्र मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली थी। उनके सत्ता में आने के समय देश के सात राज्यों में भाजपा और उसके सहयोगी दल सरकार चला रहे थे। इनमें पांच राज्यों में भाजपा के मुख्यमंत्री थे, जबकि आंध्र प्रदेश और पंजाब में उसकी सहयोगी पार्टी सत्ता में थी। इन दो राज्यों में देश की छह फीसदी से ज्यादा आबादी रहती है। बाकी पांच राज्यों छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भाजपा के मुख्यमंत्री थे। इन राज्यों में देश की 19 फीसदी से ज्यादा आबादी रहती है।
यानी, जब नरेंद्र मोदी देश की सत्ता में आए उस वक्त करीब 26 फीसदी आबादी पर भाजपा और उसकी सहयोगी सरकारें चल रही थीं। उस वक्त देश के 14 राज्यों में कांग्रेस और उसके सहयोगी पार्टियों की सरकार थी। कांग्रेस शासित इन राज्यों में देश की 37 फीसदी से ज्यादा आबादी रहती है। इन राज्यों में महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे बड़े राज्य शामिल थे।
2018 में पीक पर पहुंची भाजपा
2014 में सात राज्यों में भाजपा और उसके सहयोगियों की सरकार थी। चार साल बाद मार्च 2018 में 21 राज्यों में भाजपा और उसके सहयोगियों की सरकार थी। इन राज्यों में देश की करीब 71 फीसदी आबादी रहती है। ये वो दौर था, जब भाजपा शासन आबादी के लिहाज से पीक पर था। वहीं, चार राज्यों में कांग्रेस की सरकार थी। इन राज्यों की सात फीसदी आबादी रहती है।
अभी किन-किन राज्यों की सरकार में है भाजपा?
राज्य | किससे गठबंधन? |
अरुणाचल प्रदेश | भाजपा-एनपीपी |
असम | भाजपा, एजीपी, यूपीपीएल, बीपीएफ |
गोवा | भाजपा, एमजीपी |
गुजरात | भाजपा |
हरियाणा | भाजपा, जेजेपी, एचएलपी |
मध्य प्रदेश | भाजपा (छह घंटे की गिनती में निर्णायक बढ़त) |
महाराष्ट्र | भाजपा, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) |
मणिपुर | भाजपा |
मेघालय | भाजपा |
नगालैंड | एनडीपीपी, एनपीएफ, भाजपा |
पुडुचेरी | एआईएनआरसी, भाजपा |
सिक्किम | एसकेएम, भाजपा |
त्रिपुरा | भाजपा, आईपीएफटी |
उत्तर प्रदेश | भाजपा |
उत्तराखंड | भाजपा |
कितने राज्यों की सरकार में कांग्रेस?
राज्य | किससे गठबंधन? |
छत्तीसगढ़ | कांग्रेस (रुझानों में भाजपा आगे) |
राजस्थान | कांग्रेस (रुझानों में भाजपा को स्पष्ट बहुमत के संकेत) |
हिमाचल प्रदेश | कांग्रेस |
झारखंड | जेएमएम, कांग्रेस |
बिहार | जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस |
तमिलनाडु | डीएमके, कांग्रेस |
कर्नाटक | कांग्रेस |