, लखनऊ: लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान होते ही सभी राजनीतिक दल अलर्ट मोड में आ गए हैं। इस चुनाव में NDA और I.N.D.I.A अलायंस के बीच मुकाबला होने जा रहा है। बसपा और एआईएमआईएम जैसी पार्टियां अकेले दम पर चुनाव लड़ने का दावा कर रही हैं। रविवार को विपक्षी गठबंधन को एक के बाद एक दो झटके लगे। RLD के बाद अब अपना दल कमेरावादी पार्टी ने भी गठबंधन का साथ छोड़ दिया है। पल्लवी पटेल की पार्टी का ओवैसी के दल एआईएमआईएम से गठबंधन हो गया है। वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी कुशीनगर और देवरिया सीट पर अपनी पार्टी का प्रत्याशी उतारने का ऐलान कर दिया है। सपा से अलग होकर मौर्य ने राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी बनाई है।
सपा विधायक और अपना दल कमेरावादी पार्टी की नेता पल्लवी पटेल ने एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी से मुलाकात करके गठबंधन का एलान कर दिया है। पल्लवी के इस एलान से सबसे तगड़ा झटका सपा मुखिया अखिलेश यादव को लगने वाला है। रविवार को पल्लवी पटेल और असदुद्दीन ओवैसी की मुलाकात भी हो गई है। जानकारों की मानें तो स्वामी और पल्लवी पटेल के चुनाव लड़ने से सबसे ज्यादा I.N.D.I.A अलायंस को झटका लगेगा। अखिलेश यादव जिस PDA की बात कर रहे हैं, उस पर स्वामी, पल्लवी, ओवैसी और चंद्रशेखर आजाद मिलकर पानी फेर सकते हैं। इन दलों के अलग-अलग लड़ने से वोटों का बिखराव होगा। इससे सत्ताधारी दल बीजेपी और उसके सहयोगियों को फायदा होगा। उधर सपा के सहयोगी रहे सुभासपा और राष्ट्रीय लोकदल पहले ही बीजेपी गठबंधन में शामिल हो चुके हैं। इससे सीधा झटका अखिलेश यादव को ही लगने वाला है।
कुशीनगर से ताल ठोकेंगे स्वामी प्रसाद मौर्य
राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के मुखिया स्वामी प्रसाद मौर्य कुशीनगर सीट से चुनाव लड़ेंगे जबकि एस.एन. चौहान देवरिया सीट से ताल ठोकेंगे। स्वामी प्रसाद मौर्य ने जल्द ही अन्य सीटों पर भी उम्मीदवारों की घोषणा करने की बात कही है। इस मौके पर मौर्य ने सपा और कांग्रेस पर हमला भी बोला है। उन्होंने कहा- ‘मैं पार्टी के गठन करने दिन यानी 22 फरवरी से लगातार I.N.D.I.A अलायंस को जिताने और मजबूत बनाने का प्रयास कर रहा था। गठबंधन के दोनों बड़ी पार्टियों से बातचीत भी हुई थी। उनकी अपेक्षाओं के अनुसार 5 सीटों पर नामों की सूची भी भेजी थी, लेकिन सपा-कांग्रेस की ओर से उसपर कोई निर्णय नहीं लिया गया।
‘चंद्रशेखर, पल्लवी का हवाला देते हुए स्वामी ने कही ये बात
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि अब देखना है कि I.N.D.I.A अलायंस में शामिल दल मुझे अपना हिस्सा मानते हैं या फिर भीम आर्मी और अपना दल कमेरावादी की तरह गठबंधन का हिस्सा ना होने का प्रमाण पत्र देते हैं। बताते चले कि बीते दिनों सपा एमएलसीस्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा और विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। स्वामी लगातार हिन्दू-देवताओं पर हमला बोल रहे थे। इसको लेकर विरोधी दल अखिलेश यादव पर हमला बोल रहे थे। सपा में भी अंदरूनी नाराजगी भी बढ़ती जा रही थी। अखिलेश स्वामी के खिलाफ कोई एक्शन लेते उससे पहले ही स्वामी ने अलग होने का एलान कर दिया था। हालांकि सपा से अलग होने के बाद भी स्वामी को उम्मीद थी कि उन्हें I.N.D.I.A अलायंस में जगह मिलेगी।
समय-समय पर अखिलेश का साथ छोड़ गए छोटे दल
हाल ही में अपना दल कमेरावादी पार्टी के साथ ही जनवादी पार्टी सोशलिस्ट भी समाजवादी पार्टी से अलग हो गई है। दोनों पार्टियों ने चुनाव में हिस्सेदारी ना मिलने पर अलग होने का फैसला लिया है। पल्लवी पटेल को उम्मीद थी कि सपा उनकी मां और अपना दल कमेरावादी की अध्यक्ष कृष्णा पटेल को विधान परिषद या राज्यसभा भेजेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने ये कहकर अपना दल कमेरावादी से गठबंधन तोड़ दिया कि 2022 में गठबंधन था 2024 में नहीं है।