विजया पाठक, संपादक, जगत विजन*
छत्तीसगढ़ के 36 हजार करोड़ के नाम घोटाले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में 12 अक्टूबर को होनी है। इससे पहले नान घोटाले के मुख्य आरोपी अनिल टुटेजा ने एक बड़े शक्ति प्रदर्शन का ऐलान किया है। दावा किया जा रहा है कि इसमें प्रदेश भर के आईएएस, आईपीएस, समेत कई बड़े कारोबारी और उद्योगपति शामिल होंगे। इस जलसे को कल यानि 08 अक्टूबर को उन होटलों में आयोजित किया है जहां नान घोटाले की रकम ठिकाने लगाई गई थी। सूत्रों का दावा है कि रायपुर की लगभग आधा दर्जन बड़ी होटलों में टुटेजा का हिस्सा चलता है। इन होटलों के मालिकाना हक के मामले में चेहरे भले ही अलग-अलग हों लेकिन उन होटलों में निवेश 90 प्रतिशत से ज्यादा रकम नान घोटाले की बताई जा रही है।
बताया जाता है कि 08 अक्टूबर को होने वाले जलसे के लिए अखिल भारतीय सेवाओं के अफसरों को खासतौर पर न्यौता भेजा गया है। इसका मकसद टुटेजा विरोधियों को उसकी शक्ति का एहसास कराना है ताकि 12 अक्टूबर के बाद उत्पन्न परिस्थितियों का सामना टुटेजा गिरोह बखूबी से कर सके। इसके लिए 08 अक्टूबर की तिथि इसलिए तय की गई ताकि इस दिन सीएम भूपेश बघेल ने कलेक्टर कान्फ्रेंस बुलाई है। इस कान्फ्रेंस में प्रदेश के सभी जिलों के एसपी, कलेक्टर तमाम आईएएस, आईपीएस अधिकारी मौजूद रहेंगे। बताया जाता है कि इसके लिए खासतौर पर रणनीति तैयार की गई है। एक पंथ दो काज की तर्ज पर टुटेजा ने यह जलसा इसलिए आयोजित किया। इस दिन सभी अफसर राजधानी रायपुर में मौजूद रहेंगे। यह अफसर गच्चा न दे पाएं इसलिए कलेक्टर कान्फ्रेंस वाला दिन चुना गया है।
यह भी बताया जा रहा है कि इस शक्ति परीक्षण में शामिल होने के लिए कई नेताओं को भी न्यौता भेजा गया है। नेता शिरकत करेंगे तो नौकरशाहों की आमदगी लाजमी बताई जा रही है। सूत्रों का दावा है कि नान घोटाले की रकम की रिकवरी टुटेजा से संबद्ध होटलों के मालिकों की 10-15 साल पुरानी माली हालत देखकर वसूली की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। यह रकम प्रदेश में होटल और रियल स्टेट कारोबार में खपाये जाने की खबर है। उधर टुटेजा के इस जलसे पर आयकर, ईडी समेत अन्य केन्द्रीय एजेंसियों की तिरछी नजरें बताई जा रही हैं। यह देखना गौरतलब होगा कि इस शक्ति परीक्षण में आखिर कौन-कौन अपनी हिस्सेदारी दर्ज कराता है।