भोपाल में आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। इसी क्रम में, आज इंदौर के रेसीडेंसी सभाकक्ष में जनप्रतिनिधियों और उद्योगपतियों की संयुक्त कार्यशाला “इंदौर संवाद” का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में उद्योगपतियों को आमंत्रित करते हुए उनसे आग्रह किया गया कि वे बड़ी संख्या में इस समिट में भाग लें और अधिक से अधिक निवेश करें। सभी ने कहा कि मध्यप्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध है, जहां बेहतर सुविधाएं और संसाधन मौजूद हैं। कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि 15 प्राइवेट जेट इंदौर एयरपोर्ट पर आएंगे जिसमें देश के शीर्ष उद्योगपति होंगे। उनके स्वागत के लिए इंदौर तैयार है।
अधिकारी और जनप्रतिनिधि रहे मौजूद
इस कार्यशाला में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला, उषा ठाकुर, मधु वर्मा तथा गोलू शुक्ला, कलेक्टर आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा, एमपीआईडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश राठौर, इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर.पी. अहिरवाल, सुमित मिश्रा, श्रवण चावड़ा सहित अन्य जनप्रतिनिधि और विभिन्न औद्योगिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत-विकसित मध्यप्रदेश’ संकल्प को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशन में प्रदेश तीव्र गति से औद्योगिक विकास की ओर अग्रसर है। निवेशकों के लिए मध्यप्रदेश में उत्कृष्ट वातावरण है, और राज्य सरकार हर स्तर पर निवेशकों को सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने उद्योगपतियों से आग्रह किया कि वे इन्वेस्ट समिट में भाग लें और अधिक से अधिक निवेश करें, राज्य शासन उन्हें हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराएगा और किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
एआई को प्राथमिकता देना जरूरी
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इन्वेस्ट समिट औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने का एक शानदार प्रयास है। उन्होंने आईटी, माइक्रो चिप और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेक्टर को भी प्राथमिकता देने की आवश्यकता जताई और कहा कि इनके लिए अलग से भी एक समिट आयोजित की जा सकती है। उन्होंने निवेशकों को हर प्रकार की सहायता देने के लिए परामर्शदाता और सिंगल विंडो सिस्टम को और अधिक प्रभावी बनाने पर जोर दिया।
मेट्रोपॉलिटिन एरिया बनाने पर फोकस
कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि इंदौर में निवेश की अपार संभावनाएं मौजूद हैं और यह औद्योगिक विकास के लिए उपयुक्त स्थान है। उन्होंने क्षेत्रीय विकास और निवेश योजना (मेट्रोपॉलिटिन एरिया) के बारे में भी जानकारी दी और उद्योगपतियों के सुझाव मांगे। उन्होंने बताया कि यह योजना मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप बनाई जा रही है, जिससे इंदौर और उज्जैन संभाग को मिलाकर एक सुव्यवस्थित और समग्र विकास की रणनीति तैयार की जा सके।

मधुमिलन चौराहे पर लागू होगी नई व्यवस्था
इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश में विभिन्न आर्थिक मापदंडों, सड़क और वायुमार्ग की कनेक्टिविटी, लॉजिस्टिक हब, प्रस्तावित कॉरिडोर्स, मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल इको-सिस्टम, पिछले एक वर्ष की उपलब्धियों, इंदौर के औद्योगिक परिदृश्य, यहां उपलब्ध सुविधाओं और संसाधनों, औद्योगिक नीतियों, प्रस्तावित नीतियों, इंदौर संभाग में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही, 24 और 25 फरवरी को भोपाल में आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के संबंध में भी चर्चा की गई। इस अवसर पर नगर निगम के अधिकारियों द्वारा मधुमिलन चौराहे के यातायात प्लान की प्रस्तावित योजना की भी जानकारी साझा की गई।