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सम्पत्तियों की रजिस्ट्रियों से तीन हजार करोड़ से ज्यादा कमाएगा इंदौर

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रोजाना 9 करोड़ की हो रही आय

इंदौर। यह पहला मौका है जब शासनने इंदौर के पंजीयन विभाग का सालाना लक्ष्य एक साल में ही दूसरी बार बढ़ा दिया। पिछले दिनों 2925 करोड़ का लक्ष्य दिया था, जिसमें 52 करोड़ की वृद्धि करते हुए अब 3077 करोड़ की कमाई का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है। अभी रोजाना पंजीयन विभाग औसतन 9 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल कर रहा है और लगभग साढ़े 700 रजिस्ट्रियां हो रही है। अभी भी सबसे अधिक इंदौर-उज्जैन रोड (Indore-Ujjain Road) के अलावा सुपर कॉरिडोर (Super Corridor) पर भूखंडों की रजिस्ट्रियों की संख्या सर्वाधिक है। साथ ही जो नए प्रोजेक्ट आ रहे हैं उनके आसपास की खेती की जमीनें भी बिक रही है।

गत वर्ष शासन के पंजीयन महकमे ने इंदौर सहित पूरे प्रदेश से 10 हजार 300 करोड़ रुपए की कमाई की थी और इस साल का लक्ष्य 12 हजार करोड़ रुपए पहले तय किया गया था, जिसे अब बढ़ाकर 12 हजार 500 करोड़ कर दिया है। नतीजतन इंदौर सहित प्रमुख जिलों के लक्ष्य में भी वृद्धि हो गई और अब इंदौर को 3077 करोड़ इस वित्त वर्ष में हासिल करना पड़ेंगे। वरिष्ठ जिला पंजीयक दीपक शर्मा ने इस नए लक्ष्य की पुष्टि करते हुए बताया कि आचार संहिता हटने के बाद रजिस्ट्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है और अभी औसतन 700 से अधिक रजिस्ट्रियां हो रही हैं। इस वित्त वर्ष में कल तकक पंजीयन विभाग ने 400 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल कर लिया और दस्तावेजों की संख्या में भी 8 फीसदी से ज्यादा इजाफा देखा गया है। 23 हजार से अधिक दस्तावेज पंजीबद्ध हो गए हैं। वहीं गत वर्ष की तुलना में लगभग साढ़े 500 करोड़ रुपए अधिक का लक्ष्य भी शासन ने इंदौर जिले कोदे दिया है। गत वर्ष इंदौर जिले से 2415 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया गया था, जिसमें वृद्धि करते हुए पहले 2925 करोड़ और फिर अब 3077 करोड़ का लक्ष्य दे दिया है।

इंदौर के चारों तरफ कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जिसमें पश्चिमी रिंग रोड, इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर, ओवरब्रिजों के निर्माण, प्राधिकरण की टीपीएस योजनाओं के अलावा मास्टर प्लान, नेशनल हाईवे सहित अन्य प्रोजेक्टों में मंजूर सडक़ों का भी निर्माण हो रहा है, जिसके चलते उसके आसपास की जमीनों की खरीद-फरोख्त में भी वृद्धि हो रही है, तो बीते एक साल से महाकाल लोक बनने के बाद इंदौर-उज्जैन रोड में भी तेजी आ गई और जमीनों के भाव आसमान पर तो पहुंचे ही, वहीं ढेर सारी कॉलोनियां भी रोड के दोनों तरफ कटने लगी। इस फोर लेन रोड को अब सिक्स लेन में भी परिवर्तित किया जा रहा है, तो सिंहस्थ-2028 की तैयारियां भी शुरू हो गई, जिसके चलते इंदौर-उज्जैन रोड पर रजिस्ट्रियों की संख्या सर्वाधिक है। वहीं सुपर कॉरिडोर, बायपास, खंडवा रोड सहित अन्य इलाकों की भी रजिस्ट्रियां अच्छी संख्या में हो रही है।

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