आप हमारी तरफ आ जाओ… शिवराज जी आने नहीं दे रहे… यह संवाद हुआ मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के बीच। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री और जिले की प्रभारी मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया देवास पहुंचीं।
यहां सर्किट हाउस में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा प्रभारी मंत्री से मिलने पहुंचे। इस दौरान दोनों में लंबी चर्चा हुई। बातों ही बातों में प्रभारी मंत्री ने वर्मा को कह दिया कि झंडा तो आप ही पकड़ते हो, भाजपा में आ जाओ। आपका हमारी पार्टी में स्वागत है। इस पर वर्मा बोले – शिवराज जी आने नहीं दे रहे।

पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष लीला अटारिया को लेकर प्रभारी मंत्री से मिलने पहुंचे।
दरअसल, पूर्व मंत्री वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष लीला अटारिया को लेकर सर्किट हाउस पहुंचे थे। उन्होंने प्रभारी मंत्री से जिला पंचायत अध्यक्ष को सिविल लाइन क्षेत्र में बना बंगला अलॉट करने की मांग की। उन्होंने कहा – कई वर्षों से देवास में दो बंगले महापौर और जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए रिजर्व हैं। इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष कांग्रेस की बनीं तो जिला पंचायत अध्यक्ष का बंगला कलेक्टर ने दूसरे अधिकारी को दे दिया और उनके नाम की वहां नेम प्लेट भी लगा दी गई।

जिला पंचायत अध्यक्ष लीला अटारिया ने प्रभारी मंत्री का स्वागत किया।
मीडिया से बोले – उनका बड़प्पन
मीडिया से चर्चा में वर्मा ने कहा – उनका बड़प्पन था, कि उन्होंने मुझे अपने यहां आने को कहा। राज परिवार से आती हैं, उनकी बात काटना सही नहीं है। हमने कह दिया- हुकुम, आपके मुख्यमंत्री आपसे नाराज हाे जाएंगे, आप हमें पार्टी में लेगीं तो।
सीएम भी अरुण यादव काे दे चुके हैं न्यौता
नगरीय निकाय चुनाव के समय खंडवा में बीजेपी की महापौर प्रत्याशी अमृता यादव के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ पर जमकर हमला बोला था। सीएम ने कहा था कि कांग्रेस ने कमलनाथ को महाराष्ट्र की सरकार बचाने भेजा था जो अपनी सरकार नहीं बचा पाया उसे महाराष्ट्र भेजा था। कांग्रेस में कमलनाथ का कब्जा है। मुख्यमंत्री कमलनाथ, प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, बीच में नेता प्रतिपक्ष भी कमलनाथ बन गए थे। युवाओं के नेता नकुल नाथ और बाकी कांग्रेस हो गई अनाथ। अरुण भैया क्या कर रहे हो भैया? कौन पूछ रहा है तुम्हें। कांग्रेस में केवल एक ही नाम चलता है वो है कमलनाथ। सीएम ने कहा कि कमलनाथ ने जो योजनाएं बंद कर दीं थीं, उन्हें चालू किया जाएगा।