एसपी मित्तल अजमेर
ब्लॉग लिखने की ऐसी जिद है कि मेरा अजमेर से बाहर निकलना कठिन होता है। जब कभी बाहर जाना पड़ता है तो उस दिन लाखों पाठकों तक ब्लॉग नहीं पहुंच पाते हैं। 22 सितंबर को मुझे जयपुर जाना पड़ा। दिन भर के प्रवास में मेरी मुलाकात राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट और मीडिया संस्थान की पहचान माने जाने वाले फर्स्ट इंडिया मीडिया समूह के सीईओ जगदीश चंद्रा से हुई। पहले बात सचिन पायलट की। इसे एक संयोग ही कहा जाएगा कि जनवरी 2018 में जब में सचिन पायलट से अजमेर के लोकसभा के उपचुनाव के समय अजमेर में हरिभाऊ उपाध्याय नगर स्थित दीपक हासानी के निवास पर मिलने गया था, तब अजमेर देहात कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह घर के बाहर मुख्य कार्यकर्ता की भूमिका में थे और 22 सितंबर को भी सचिन पायलट के जयपुर स्थित सिविल लाइन वाले सरकारी आवास पर मेरी मुलाकात भूपेंद्र सिंह से हुई। उस समय भूपेंद्र सिंह उपचुनाव के कांग्रेस उम्मीदवार रघु शर्मा के साथ मौजूद थे और पायलट के बाहर निकलने का इंतजार कर रहे थे। उस समय पायलट प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष थे और कांग्रेस में पायलट का एक छत्र राज था। पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक मुझे इंटरव्यू के लिए तत्काल बुलाया गया। तब जनवरी 2018 में मैंने पायलट के इंटरव्यू पर लगातार दो ब्लॉग लिखे। 22 सितंबर को पायलट के जयपुर स्थित आवास पर मिलने वालों की जबरदस्त भीड़ थी। प्रदेशभर से आए कांग्रेस के कार्यकर्ता गुलदस्ते और मालाएं लेकर लॉन में इंतजार कर रहे थे। आमतौर पर पायलट सभी से लोन में ही मिलते हैं, लेकिन कुछ लोगों से अपने कक्ष में भी मुलाकात करते हैं। अजमेर देहात कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने बताया कि वे पिछले दिनों कैंसर से पीड़ित थे, तब पायलट ने किस प्रकार मदद की। पायलट की वजह से ही वे देहात कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बने और आज भी सचिन पायलट का आशीर्वाद उन पर बना हुआ है। विशेष कक्ष में मैं और भूपेंद्र सिंह बातचीत कर ही रहे थे कि सचिन पायलट के सब कुछ निरंजन सिंह का बुलावा आ गया। पायलट से मुलाकात का जिक्र करूं, इससे पहले पाठकों को निरंजन सिंह के बारे में बताना जरूरी है। पायलट के राजनीतिक जीवन में भले ही कितने भी उतार चढ़ाव आए, लेकिन निरंजन सिंह की वफादारी हमेशा पायलट के साथ बनी रही। पायलट जब केंद्र में मंत्री थे, तब भी और जब राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और प्रदेश के डिप्टी सीएम बने तब भी निरंजन सिंह साये की तरह पायलट के साथ रहे। निरंजन सिंह, पायलट के सुरक्षा कवच से लेकर फीडबैक देने तक की भूमिका निभाते हैं। निरंजन सिंह की वफादारी पायलट के किसी पद से नहीं है, बल्कि सिर्फ सचिन पायलट के प्रति है। पायलट भी निरंजन सिंह को अपने परिवार का सदस्य मानते हैं। मैंने देखा कि लोगों से मुलाकात के साथ साथ पायलट ढेरो पत्रों पर हस्ताक्षर कर रहे थे। पायलट ने बताया कि उन्हें जो परिवेदनाएं प्राप्त होती है उनके समाधान के लिए संबंधित विभागों को पत्र लिखा जाता है। जरुरत होने पर वे संबंधित अधिकारियों को फोन भी करते हैं। चूंकि वे एक जनसेवक है, इसलिए अपनी जिम्मेदारी को निभाते हैं। पायलट ने कहा कि राजस्थान की जनता ने मुझे असीम प्यार और आशीर्वाद दिया है। मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि ऐसा प्यार और आशीर्वाद हमेशा बना रहे। वे जब भी जयपुर होते हैं तो जनसुनवाई करते हैं। कोई 15 मिनट की बातचीत में पायलट ने मुझे भी शुभकामनाएं दी और कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में आपने सोशल मीडिया का अच्छा और प्रभावी उपयोग किया है। यही वजह है कि आज आपके ब्लॉग राजस्थान में ही नहीं बल्कि हिन्दी भाषी सभी राज्यों में पढ़े जाते हैं। पायलट ने इस अंदाज में बातचीत की उससे साफ प्रतीत होता था कि उनके हौंसले बुलंद हैं और वे किसी भी चुनौती से मुकाबला करने को तैयार हैं।
मीडिया की पहचान ही चेहरा है:
आमतौर पर किसी मीडिया कर्मी की पहचान उसके संस्थान से होती है। लेकिन जगदीश चंद्रा एक ऐसा चेहरा है जिसकी वजह से मीडिया संस्थान की पहचान होती है। 22 सितंबर को जयपुर प्रवास में मुझे जगदीश चंद्रा से भी मुलाकात करने का अवसर मिला। व्यस्तता के बावजूद भी चंद्रा ने मुझ से पूरी आत्मीयता के साथ बातचीत की। आज मीडिया के क्षेत्र में जगदीश चंद्रा किसी पहचान के मोहताज नहीं है। फर्स्ट इंडिया न्यूज चैनल संपूर्ण राजस्थान में सर्वाधिक लोकप्रिय चैनल बनता जा रहा है। कई विषयों में तो फर्स्ट इंडिया राष्ट्रीय चैनलों से भी आगे नजर आता है। फर्स्ट इंडिया चैनल की ऐसी लोकप्रियता तभी हुई, जब जगदीश चंद्रा ने बागडोर संभाली। इससे पहले ईटीवी, न्यूज 18 तािा जी न्यूज में भी चंद्रा की सकारात्मक भूमिका रही। मौजूदा समय में चैनल के साथ साथ अंग्रेजी भाषा का फर्स्ट इंडिया दैनिक समाचार पत्र भी दिल्ली, अहमदाबाद, लखनऊ और जयपुर से एक साथ प्रकाशित हो रहा है। कोरोना काल में जब बड़े बड़े मीडिया घरानों ने कर्मचारियों की छंटनी और खर्च कम किए है, तब जगदीश चंद्रा ने चैनलों और अखबार का विस्तार किया है। जिस प्रकार राजस्थान पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी देश के ज्वलंत मुद्दों पर अग्रलेख लिखते हैं, उसी प्रकाश जगदीश चंद्रा भी फर्स्ट इंडिया चैनल पर जेसी शो का प्रसारण करते हैं। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के क्षेत्र में यह शो लगातार लोकप्रिय हो रहा है, लेकिन जगदीश चंद्रा ज्वलंत मुद्दों पर बेबाक टिप्पणी करते हैं। जेसी शो का स्टाइल ही निराला है। पांच छह एंकर अलग अलग मुद्दों पर सवाल पूछते हैं और जगदीश चंद्रा बड़ी बेबाकी से जवाब देते हैं। मुलाकात में देश और प्रदेश की राजनीति यह पर भी विचारों का आदान प्रदान हुआ।