सड़क मार्ग से प्रयागराज से आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को दिन से रात तक परेशान होना पड़ा। वाहन सड़क पर रेंगते रहे। भीड़ से धर्मनगरी के प्रमुख मार्गों पर हर घंटे जाम लगता रहा। प्रयागराज से आने वाले वाहनों के रेले की वजह से शाम छह बजे से रैपुरा से शिवरामपुर के बीच 19 किलोमीटर लंबा जाम लग गया।पुलिस का कहना है कि जिले की सीमा से हर घंटे डेढ़ हजार से अधिक वाहनों का आवागमन हो रहा है। 24 घंटे में 45 हजार से अधिक वाहन आ-जा रहे हैं। कई वाहन चालकों ने बताया कि प्रयागराज से धर्मनगरी 120 किलोमीटर आने में आठ से नौ घंटे लग रहे हैं। वाहन रुक रुककर चल रहे हैं।
महाराष्ट्र के जुगेश ने बताया कि भरतकूप से कर्वी 13 किलोमीटर की दूरी तय करने में पांच घंटे लग गए, जबकि यह 15 मिनट का सफर है। इस दौरान उनके बच्चे की तबीयत खराब हो गई। रास्ते में शिवरामपुर के पास मेडिकल स्टोर से दवा ली। बीस रुपये वाली पानी की बोतल 40 रुपये में खरीदनी पड़ी।
दोपहर एक बजे
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर भरतकूप के पास गुजरात के अशोक भाई ने बताया कि जाम में फंसने से पानी के लिए तरस गए। रास्ते में दुकान दिखी तो पानी खरीदने के लिए उतरते तो वाहन चल देते थे। इस वजह से वह कार में ही बैठे रह गये। उनकी पत्नी व पुत्री को भूख लगी थी, तब रास्ते में एक ढाबे में रुककर खाना खाया। जेब के पैसे खत्म हो गये थे तो ऑनलाइन भुगतान करना पड़ा।
दोपहर 2 बजे
बरगढ़ के पास राजस्थान के अलवर निवासी घनश्याम ने बताया कि जाम की वजह से बच्चे भूख से परेशान रहे। प्रयागराज जाते समय शहर कर्वी से बाहर निकलने पर रैपुरा के पास कुछ खाया पीया। आधा घंटा रुकने के वाद चले गए। उनके चालक को नींद आने लगी तो बरगढ़ में कार रोककर मुंह हाथ धुलवाया।
दोपहर ढाई बजे
राजापुर के पास देहरादून के भवानी ने बताया कि जाम में फंसने से हालत खराब हो गई। उल्टी की शिकायत हुई। दवा कराने के लिए भी कार से नहीं निकल पाए। कर्वी से तीन घंटे में किसी तरह राजापुर पहुंचे तब वहां दवा ली।
जाम से निजात दिलाने के लिए नहीं है ठोस इंतजाम
महाकुंभ के कारण हर दिन धर्मनगरी लाखों श्रद्धालु आ-जा रहे हैं। इस कारण जिला मुख्यालय सहित विभिन्न स्थानों पर जाम लग रहा है। जाम से निजात पाने के लिए कोई ठोस इंतजाम नहीं किए गए। इससे श्रद्धालु घंटों परेशान रहते हैं। यदि जाम से निपटने के लिए ठोस रणनीति बनाई गई होती तो लाखों श्रद्धालुओं को इतना परेशान नहीं होना पड़ता।
प्रयागराज जाने वाले झांसी मिर्जापुर हाईव, कर्वी-राजापुर मार्ग से बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज आ-जा रहे हैं। सबसे ज्यादा समस्या शहर के मंदाकिनी नदी के पुल के ऊपर देखी जाती है। पुल सकरा होने से वाहन निकालने में समस्या होती है। इसके कारण जिला मुख्यालय में जाम लग जाता है। इसी मार्ग में खोह रेलवे क्रॉसिंग के पास ओवरब्रिज का निर्माण लगभग आठ साल से अधूरा पड़ा है। इस कारण ट्रेन आने पर दोनों ओर जाम लग जाता है।
यही हाल थाना मऊ क्षेत्र के यमुना नदी में महिला घाट में बना पुल की शुरुआत तो कर दी गई है लेकिन इस पुल को जोड़ने वाली सड़क का कार्य अधूरा होने के कारण श्रद्धालुओं को समस्या हो रही है। कर्वी राजापुर मार्ग में मुहरवा पुल जर्जर हाल में है। इससे निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके बगल से अस्थायी रास्ता बना दिया गया है। इससे वाहन निकालने में समस्या होती है।
यूपी-एमपी सीमा होने के कारण आ रही समस्या
धर्मनगरी क्षेत्र में यूपी-एमपी सीमा होने के कारण भी श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है। एमपी क्षेत्र से महाराष्ट्र, गुजरात सहित राजस्थान के वाहन आ रहे हैं। ज्यादातर गाड़ियां देवांगना मार्ग से होते हुए जिला मुख्यालय आती है। यह मार्ग कई साल से बनाने के लिए पड़ा है। कई स्थानों पर गड्ढे हैं। इससे वाहन चालकों को परेशानी होती है। यदि समय से इस सड़क का निर्माण पूरा कर लिया जाता तो यह समस्या नहीं होती।
एसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि जाम की स्थिति से निपटने के लिए हर छोटे बड़े बाईपास का प्रयोग हो रहा है। मंदाकिनी पुल संकरा होने से कुछ समस्या आती है, लेकिन भौरी से लेकर शिवरामपुर व भरतकूप के पास सड़क के बीच पर सिपाहियों को खड़ा कर यातायात नियंत्रित किया जा रहा है। पुलिस कर्मियों की डयूटी मेला को देखते हुए 12 घंटे कर दी गई है। कई जगह पर 12 घंटे लगातार डयूटी रहती है इसके बाद दूसरे पुलिसकर्मी की तैनाती होती है।