ग्वालियर। युवा गुर्जर स्वाभिमान संघर्ष समिति और भीम आर्मी का गुरूवार को जेल भरो आंदोलन बेदम रहा। दोनों दलोंं के समर्थक सोशल मीडिया पर आंदोलन को लेकर सक्रिय रहे। लेकिन मैदान में नहीं उतरे। दरअसल इसे लेकर पुलिस ने भी इस बार रवैया बदला था। इसके अलावा 25 अक्टूबर को गुर्जर महाकुंभ में उत्पात के बाद स्थानीय गुर्जर नेताओं ने भी जेल भरो ऐलान से पल्ला झाड़ लिया था। इससे जाहिर था बाहरी नेताओं के ऐलान पर समर्थक भी बाहर से आएंगे। इसलिए पड़ोसी राज्यों से ग्वालियर आने वाले रास्तों पर दो दिन से पहरेदारी थी। इसीलिए आंदोलन में शामिल होने आ रहे भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावन और गुर्जर स्वाभिमान समिति के अध्यक्ष रविन्द्र भाटी दोनों का काफिला मुरैना पुलिस ने सरायछोला से आगे नहीं बढऩे दिया
मेला मैदान मत जाना धर जाओगे
सोशल मीडिया पर आंदोलन का ऐलान करने वालों ने समर्थकों को मेला मैदान बुलाया था। इसलिए पुलिस सुबह 6 बजे से मैदान को घेरकर बैठ गई। आसपास रहने वालों को बुधवार शाम को ही समझा दिया था गुरूवार को मैदान मत आना। सुबह 9 बजे करीब एक समर्थक सोशल मीडिया पर लाइव करता हुआ मैदान में पहुंचा तो उसे धर लिया। उसके बाद गिने चुने युवक मैदान में आए तो पकड़ गए। फिर खबर फैल गई कि मेला मैदान में मत जाना धर जाओगे।
दोहरी कतार में नाकाबंदी
जेल भरो आंदोलन में लोगों को आने से रोकने के लिए शहर में आने के 11 रास्तों पर डबल लेयर नाकाबंदी की गई। सबसे ज्यादा फोकस मुरैना और भिंड से जुड़े रास्तों पर था। आंदोलन में भीम आर्मी नेता चंद्रशेखर रावन और गुर्जर नेता रविन्द्र भाटी आएंगे यह इनपुट भी पुलिस को बुधवार रात को मिल गया था। इसलिए धौलपुर से सटे मुरैना और यूपी से सटे भिंड बार्डर पर नाकाबंदी थी। दतिया में गोराघाट पर भी पुलिस ने ग्वालियर का रास्ता रोका था।
ऐसे धर गए
– सुबह 10 बजे करीब डबरा से आ रहे भीम आर्मी के तीन सदस्यों को पुलिस ने सिकरौदा चौराहा पर धर लिया। उनकी बाइक की अगली और पिछली नंबर प्लेट पर गोबर थोप रखा था। तीनों ने खुलासा किया जेल भरो आंदोलन में जाना था। शहर में सीसीटीवी लगे हैं। उनमें बाइक का नंबर रिकार्ड हो जाता इसलिए गोबर लगाया था।
इसी चौराहे पर बाइक सवार को पकड़ा। उसने हाथ पर भीम आर्मी का टेटू बनवा रखा था।
– महाराजपुरा में आंदोलन समर्थकों ने पुलिस को चकमा देने के लिए चार पहिया वाहन पर प्रेस का कार्ड चस्पा कर रखा था। पूछताछ में उनकी जालसाजी भी पकड़ गई।
– मुरैना से आंदोलन में शामिल होने ट्रेन से आए 8 युवक स्टेशन पर पकड़े गए।
– चैकिंग में झांसी निवासी युवक पकड़ा गया था। उसका कहना था चंद्रशेखर रावन के साथ सेल्फी लेने आया है।
– शाम को आगरा से 200 लोगों के जेल भरो आंदोलन में शामिल होने की खबर से रेलवे स्टेशन पर चौकसी तेज हुई।
ऐसे थी चौकसी
– जेल भरो आंदोलन में आने वालों को पकड़ कर खुली जेल भेजने के लिए 16 बस लगाई थीं।
– शहर के 11 नाकों और 6 चौराहों पर पुलिस तैनात थी।