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जीन्स नही फ़टी है ठाकुर साहब का दिमाग फटा है !

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अश्विनसिंह

महिलाओं की फटी जीन्स से उन्ही लोगों को दिक्कत है जो महिलाओं के शरीर और दिमाग को नियंत्रण में रखना चाहते हैं !

भारत 2000 सालों से क्या कर रहा है –

ना समझी का लंबा इतिहास है. अंधविश्वासों की बहोत पुरानी परंपरा है. कोई आविष्कार नही, ठीक ढंग का कोई साहित्य नही लिखा गया. हज़ारों साल के द्विज देवताओं और ठाकुरों के शासन में देश का अपना कोई विज्ञान ना पैदा हुआ ?

नए नए देशों के सामने प्राचीन भारत भिखारियों की तरह भीख मांगकर हथियार, टेक्नोलॉजी, दवा, मशीन खरीदता है !

ऐसा कैसे हुआ, कहा चूक हुई ब्राह्मणों ठाकुरों से ?

ब्राह्मण ठाकुरों ने अपनी सारी ऊर्जा जाति व्यवस्था बनाए रखने में लगा दी. आविष्कार के जगह पर शूद्रों और महिलाओं को नियंत्रण में रखने के तरकीबों पर विचार विमर्श करने लगे !

वेद पुराण, इनके धर्म ग्रंथों में क्या लिखा है – जाति वर्ण व्यवस्था बनी रहे. जाति तोड़ने पर दंड संहिता का पूरा लेखा जोखा है. ब्राह्मण ठाकुरों की एक पीढ़ी मरती तो दुसरी पीढ़ी भी जाति व्यवस्था बनाए रखने के काम में दिन रात लग जाती है ताकि जाति वर्चस्व कायम रहे !

2000 साल येही काम चल रहा है. आज भी ब्राह्मण ठाकुरों की मुख्य चिंता चीन की बढ़ती हुई ताक़त नही, ओबीसी एससी एसटी की बढ़ती हुई ताक़त है !

ब्राह्मण ठाकुर नही चाहतें ओबीसी एससी एसटी और महिलाएं आगे बढ़े. इन्हें रोकने के लिए अपनी सारी ऊर्जा लगा देंगे. आरक्षण खत्म करेंगे, ओबीसी आरक्षण में क्रीमी लेयर लाएंगे, एससी एसटी एक्ट खत्म करेंगे, 13 पॉइंट रोएस्टर लागू करेंगे और लेटरल एंट्री के द्वारा ओबीसी एससी एसटी को अफसर बनने से रोकेंगे !

भारत के 2000 साल के इतिहास में सर्वहारा वर्ग की औरतों के तन पर फटे कपड़े हैं. उनके बच्चे अर्धनग्न अवस्था में हर मौसम झेलने को मजबूर थे. ब्राह्मण पुजारी देवदासी बनाकर मंदिरों में मासूम बच्चियों के कपड़े फाड़ते थे !

त्रावणकोर के ब्राह्मण राजा ने सर्वहारा वर्ग की महिलाओं के स्तन ढकने पर टैक्स लगा दिया था. महिलाएं टैक्स नही भर पाने पर अपना स्तन खुला रखती थीं. फ़टी हुई जीन्स देखने वालों के बाप दादाओं परदादाओं की तब आंखें फुट गयी थी !

फटी हुई जीन्स नंगी टांगे देखने में आंखें नही फूटती. गरीब महिलाओं बच्चों के फटे कपड़े देखने में आंखें फूट जाती हैं, कारण यहां काम करना होगा, रोटी कपड़ा मकान रोजगार मुहैया कराना होगा. फटी जीन्स के मामले में तो केवल महिलाओं की स्वतंत्रता छीननी है !
फटी जींस का रिवाज भी ब्राहमनो ने देश में लाया

स्वतंत्रता छीनने में ब्राह्मण ठाकुरों को महारत हासिल है !cp

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