भोपाल: मध्य प्रदेशकांग्रेस में हलचल है. बड़े नेताओं की बयानबाजी से प्रदेश कांग्रेस कमिटी के चीफ जीतू पटवारी (Jitu Patwari) नाराज हैं और यह उन्होंने सार्वजनिक तौर पर जाहिर की है. आगामी चुनाव नहीं लड़ने को लेकर बयान देने वाले नेताओं को जीतू पटवारी ने सख्त संदेश दिया है और कहा है कि कोई छोटा कार्यकर्ता हो या बड़ा नेता, पार्टी जो भी निर्देश देगी उसे हर हाल में पूरा करना होगा.
मध्यप्रदेश कांग्रेस के नए नवेले अध्यक्ष जीतू पटवरी ने कहा है कि पार्टी मंथन कर फैसला लेती है और पार्टी जिसको बोलेगी उसे चुनाव लड़ना ही होगा. पटवारी ने ये बातें बड़े नेताओं के सामने की और आग्रह किया कि चुनाव लड़ने, न लड़ने को लेकर सार्वजनिक तौर पर बयान देना पार्टी को नुकसान पहुंचाता है.
मंडल से प्रदेश अध्यक्ष तक को संदेश
पटवारी ने पार्टी का हवाला देते हुए कहा कि अगर बड़े से लेकर छोटे कार्यकर्ता तक ऐसी बयानबाजी से बचेंगे तो हम पर भी कृपा होगी और पार्टी पर भी कृपा होगी. बड़े नेताओं के अनुशासनहीनता पर पटवारी ने सख्त तेवर दिखाए. पटवारी ने कहा कि, ‘पार्टी में अनुशासन बहुत जरूरी है, जब बड़े अनुशासनहीनता करते हैं तो संकट आ जाता है.’
पटवारी ने अनुशासनहीनता पर कार्रवाई करने के प्रेशर की भी बात की. पटवारी ने दावा किया कि कितने भी बड़े नेता,अगर निष्क्रिय नेताओं की सिफारिश कर लें, अब पद नहीं मिलेगा. कांग्रेस के मंडल अध्यक्ष से प्रदेश अध्यक्ष तक अनुशासन मानने की बात जीतू पटवारी ने कही और बीजेपी पर कांग्रेस को कमजोर करने, पार्टी के कार्यकर्ताओं को तोड़ने का आरोप लगाया.
‘अवैध धंधे वाले नेता जाएं तो दिक्कत नहीं’
जीतू पटवारी का कहना था कि अवैध धंधा करने वाले नेता अगर अवसरवादिता के तहत पार्टी बदलें तो कोई दिक्कत नहीं, सच्चे कार्यकर्ता पार्टी में बने रहें, इसकी कोशिश करनी चाहिए. पटवारी ने किसानों को 31 सौ रुपये क्विंटल धान और 27 सौ रुपये क्विंटल गेंहूं की कीमत दिलाने के लिए लड़ाई लड़ने की भी बात की.