इंदौर
कांग्रेस नेता कमलेश खंडेलवाल ने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। 30 साल से ज्यादा समय तक कांग्रेस में रहने के बाद काफी समय से उनकी पार्टी छोड़ने की कवायद चल रही थी। अब उनके भाजपा में जाने की तैयारी है। जल्दी ही वे वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय व विधायक रमेश मेंदोला की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
खंडेलवाल विधानसभा – 1 के कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में से एक रहे हैं। वे शहर कांग्रेस में उपाध्यक्ष, महामंत्री, मप्र कांग्रेस कमेटी में उपाध्यक्ष, युवक कांग्रेस में उपाध्यक्ष व रेलवे सलाहकार समिति में भी रहे। 2013 में वे विधानसभा 1 से विधायक का चुनाव लड़े थे, लेकिन भाजपा के सुदर्शन गुप्ता से हार गए थे। फिर 2018 में उन्होंने फिर विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी की, लेकिन संजय शुक्ला ने भी दावेदारी की। फिर पार्टी में आपसी सहमति के बाद उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था।
नजदीकी लोगों के मुताबिक पिछले कई दिनों से वे पार्टी की नीतियों से विचलित थे। इसके चलते उन्होंने पार्टी से दूरियां बना ली थी। इसके साथ ही वे भाजपा के कद्दावर नेताओं के भी संपर्क में थे। वे भाजपा के महापौर प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव के भी अभिन्न मित्र है। बताया जाता है कि वे अंतिम दिनों में उनका प्रचार प्रसार करना चाहते हैं, जिसके चलते उन्होंने इस्तीफा दिया।