राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने आज अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया। नामांकन के बाद लालू ने मीडिया से बात करते हुए पीएफआई को बैन किए जाने पर प्रतिक्रिया भी दी।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आज पार्टी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा। दिल्ली में लालू के नामांकन भरने के दौरान उनके साथ बेटी मीसा भारती और बिहार राजद अध्यक्ष जगतानंद सिंह सहित पार्टी के अन्य नेता मौजूद थे। लालू प्रसाद का 12वीं बार राजद सुप्रीमो बनना तय है। क्योंकि उनके खिलाफ किसी और का नामांकन नहीं आएगा। राजद की स्थापना के बाद से अभी तक लालू प्रसाद ही पार्टी के अध्यक्ष हैं।
राजद में अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए पूर्व में जारी की गई सूचना के अनुसार बुधवार से ही राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पद के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नामांकन के पहले दिन आज लालू प्रसाद यादव के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पर्चा दाखिल किया। लालू के नामांकन पर लोगों ने सोशल मीडिया पर मजेदार प्रतिक्रिया दी है। एक यूजर ने लिखा कि एक जेब में नामांकन डालकर दूसरी जेब से अध्यक्षी निकलेगा।
लालू ने फिर दोहराया- मोदी सरकार को उखाड़ फेंकना है
नामांकन दाखिल करने के बाद लालू यादव ने पीएफआई को बैन किए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पीएफआई की तरह ही आरएसएस पर भी बैन लगना चाहिए। लालू ने कहा कि ऐसी सभी संगठनों पर प्रतिबंध लगना चाहिए, जो सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का काम करते हैं। हिंदू-मुस्लिम करके देश को तोड़ा जाना है। लालू ने आगे कहा कि मोदी सरकार को उखाड़ फेंकना है। देश की हालत खराब है। मोदी सरकार में देश की हालत बदतर है। देश में महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार चरम पर है।
1997 से अभी तक लालू ही हैं राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष
मालूम हो कि 5 जुलाई 1997 को राष्ट्रीय जनता दल की स्थापना हुई थी। तबसे अभी तक लालू ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। इधर यह भी जानकारी दी गई कि 9 अक्टूबर को दिल्ली स्थित एनडीएमसी के कन्वेंशन सेंटर में राजद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी, जिसमें राष्ट्रीय परिषद की बैठक एवं पार्टी के खुले अधिवेशन में रखे जाने वाले प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी।