
मध्यप्रदेश में वरिष्ठ अफसरों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। इन अधिकारियों की करोड़ों रुपए की संपत्ति कुर्क कर ली गई है। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय आरजीपीवी के पूर्व कुलपति समेत 5 अफसरों की करोड़ों रुपए की संपत्ति कुर्क की गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ये कार्रवाई की है। ईडी इससे पहले अधिकारियों के करोड़ों रुपए के सोने के जेवरात, म्युचुअल फंड और बैंक बैलेंस भी फ्रीज कर चुका है। आरजीपीवी के इन अफसरों ने करोड़ों रुपए के फंड का निजी फायदे के लिए इस्तेमाल किया जिसपर उनके खिलाफ पुलिस केस भी दर्ज हुआ।
।मध्यप्रदेश में वरिष्ठ अफसरों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। इन अधिकारियों की करोड़ों रुपए की संपत्ति कुर्क कर ली गई है। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय आरजीपीवी के पूर्व कुलपति समेत 5 अफसरों की करोड़ों रुपए की संपत्ति कुर्क की गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ये कार्रवाई की है। ईडी इससे पहले अधिकारियों के करोड़ों रुपए के सोने के जेवरात, म्युचुअल फंड और बैंक बैलेंस भी फ्रीज कर चुका है। आरजीपीवी के इन अफसरों ने करोड़ों रुपए के फंड का निजी फायदे के लिए इस्तेमाल किया जिसपर उनके खिलाफ पुलिस केस भी दर्ज हुआ।
आरजीपीवी में 19.48 करोड़ रुपए की हेराफेरी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की। ईडी ने विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति सुनील कुमार, रजिस्ट्रार राकेश सिंह राजपूत, वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा, बैंक अधिकारी कुमार मयंक, रामकुमार रघुवंशी की करोड़ों रुपए की संपत्ति कुर्क की।
ईडी द्वारा कुल 10.77 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की गई है। प्रवर्तन निदेशालय ने यह कार्रवाई धनशोधन निवारण अधिनियम 2003 के तहत की है। कुर्क की गई संपत्तियों में चल-अचल दोनों प्रकार की संपत्तियां शामिल हैं। ईडी ने पहले 1.67 करोड़ रुपए के सोने के जेवरात, म्युचुअल फंड और बैंक बैलेंस भी फ्रीज किए थे।
निजी फायदे के लिए 19.48 करोड़ का किया इस्तेमाल
आरजीपीवी के आरोपी अफसरों ने 19.48 करोड़ के फंड का निजी फायदे के लिए इस्तेमाल किया। निजी व्यक्तियों-ट्रस्ट को अवैध रूप से रुपए ट्रांसफर किए। इस मामले में राजधानी भोपाल के गांधी नगर पुलिस थाने में केस दर्ज हुआ है। ईडी ने भी मामले की जांच की जिसके आधार पर कार्रवाई की गई।
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