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ताजा समाचार -भारत रत्न देकर पितृऋण से मुक्त हुई भाजपा,बिलावल भुट्टो ने नवाज शरीफ पर साधा निशाना,मसाजिद कमेटी की मांग पर सुनवाई कल

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पीटीआई नेता शाह महमूद कुरैशी पर गिरी गाज, निर्वाचन आयोग ने पांच साल तक चुनाव लड़ने पर लगाई रोक

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को घोषणा की कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर शनिवार को दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच का एक दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा आम आदमी पार्टी (AAP) के कुछ विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का प्रयास किए जाने संबंधी आरोपों की जांच के सिलसिले में नोटिस देने के लिए शनिवार सुबह वहां पहुंचा। महाराष्ट्र के ठाणे जिले में भूमि संबंधी विवाद के कारण मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के एक नेता को गोली मारकर घायल करने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक को गिरफ्तार किया गया है। सर्वाइकल कैंसर से मौत की खबरों के बीच अभिनेत्री-मॉडल पूनम पांडे शनिवार को सोशल मीडिया पर नजर आयीं और उन्होंने कहा कि वह जीवित हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को नए मंत्रिमंडल में विभागों का आवंटन करते हुए गृह विभाग अपने पास रखा जबकि वित्त विभाग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को दिया है।

आसान नहीं है आडवाणी होना: विचारधारा और पार्टी के लिए झोंक दिया जीवन

Bharat Ratna LK Advani fought for ideology laid foundation of BJP centric politics challenged dynasty politics

लालकृष्ण आडवाणी अपनी सात दशक की राजनीतिक यात्रा में हमेशा परिवारवार, भ्रष्टाचार से दूर रहे। जब भी त्याग करने का मौका आया तो खुद पहल की। राजनीति में विचारधारा और ठोस नीति अपनाने वाले आडवाणी विरले नेता रहे हैं। 

भारतीय राजनीति में न तो लालकृष्ण आडवाणी होना आसान है और न ही उनकी तरह सियासी हैसियत हासिल करना। पार्टी के लिए त्याग, परिवार और भ्रष्टाचार से दूरी को मंत्र बना कर उन्होंने राजनीति में अलग पहचान बनाई। पार्टी और विचारधारा के लिए सारा जीवन झोंक दिया। जीवनपर्यंत पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता रहे और हमेशा खुद की जगह पार्टी को तरजीह दी। आतंकवाद, तुष्टीकरण के खिलाफ उनका रुख वर्तमान पीएम मोदी की तरह ही रहा। अपनी सात दशक की राजनीतिक यात्रा में आडवाणी हमेशा परिवारवार, भ्रष्टाचार से दूर रहे। जब भी त्याग करने का मौका आया तो खुद पहल की। राजनीति में विचारधारा और ठोस नीति अपनाने वाले आडवाणी विरले नेता रहे हैं। अपने इन्हीं गुणों, नेतृत्व और संगठन क्षमता की खूबियों के सहारे आडवाणी ने अछूत मानी जाने वाली भाजपा को साल 2000 तक कांग्रेस की जगह राजनीति के केंद्र के रूप में स्थापित कर दिया था।

हमेशा पार्टी हित को तरजीह
आडवाणी के लिए हमेशा पार्टी और विचारधारा प्राथमिकता रही। रामलहर में बड़ा कद होने के बावजूद पार्टी के भले के लिए हमेशा वाजपेयी को नेता माना। जब पहली बार वाजपेयी की अगुवाई में सरकार बनी तो पार्टी हित में संगठन को तरजीह दी और तब नंबर दो की हैसियत से डॉ जोशी ने शपथ ली।

स्वीकार की अखंड हिंदुत्व की चुनौती
मंडल आयोग की रिपोर्ट को संघ के अखंड हिंदुत्व के लिए चुनौती माना गया। इसके असर को कम करने की चुनौती आडवाणी ने स्वीकार की। इसके बाद रथ यात्रा के सहारे आडवाणी ने मंडल बनाम कमंडल की चर्चा को राजनीति में स्थापित किया।

तुष्टीकरण और आतंकवाद के खिलाफ आडवाणी का बेहद सख्त रुख रहा…
गृह मंत्री बनने के बाद उन्होंने विपक्ष के तमाम विरोध के बावजूद आतंकी संगठन सिमी पर प्रतिबंध लगाया। आतंकवाद विरोधी पोटा कानून के लिए दोनों सदनों की संयुक्त बैठक बुलाई।

महज आरोप लगने के बाद ही इस्तीफा
आडवाणी छह दशक से अधिक समय तक सार्वजनिक जीवन में रहे। जनता पार्टी सरकार में सूचना प्रसारण मंत्री बने। राजग सरकार में गृह मंत्री और फिर उपप्रधानमंत्री रहे। उनका दामन बेदाग रहा। 1996 में हवाला कांड में आरोप लगते ही उन्होंने संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। जांच में उन्हें निर्दोष पाया गया।

  • आडवाणी पुस्तक, सिनेमा व चॉकलेट के शौकीन हैं। शुरुआती दौर में पत्रकार रहे। ऑर्गेनाइजर अखबार के सहायक संपादक भी रहे।
  • ऑर्गेनाइजर में यह लिख कर सनसनी फैला दी कि पीएम रहते लालबहादुर शास्त्री तत्कालीन संघ प्रमुख गुरु गोलवलकर से सलाह लेते थे।
  • आडवाणी 1970 से 2019 तक लगातार संसद सदस्य रहे। 1984 में हार के दो साल बाद वह उच्च सदन में रहे। हवाला मामले में बरी होने के बाद फिर चुनाव जीते।

बिलावल भुट्टो ने नवाज शरीफ पर साधा निशाना, कहा- वह वोट हड़पने के लिए साजिश रचते हैं

Bilawal Bhutto slammed Nawaz Sharif for conspiration of votes Pakistan Election

पाकिस्तान में आम चुनाव होने वाले हैं। इस बीच पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज प्रमुख नवाज शरीफ पर हमला किया। उन्होंने कहा कि शरीफ लोगों से डरते हैं। पाकिस्तान के मीरपुर खास में शनिवार को एक रैली को संबोधित करते हुए बिलावल ने कहा कि शरीफ उनके साथ बहस करने से इनकार करते हैं। वह लोगों से डरते हैं। धांधली की कोशिश करते हैं। 

पाकिस्तान मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भुट्टो ने शनिवार को मीरपुर खास के चुनाव में धांधली का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नवाज रायविंग में बैठे-बैठे मीरपुर खास के नतीजे तय करना चाहते हैं। मीरपुर खास के वोटों को कैसे हड़पा जाए, शरीफ इसकी साजिश रच रहे हैं। पीएमलएन का इरादा पीपीपी उम्मीदवरों को हराना है। देश की अन्य पार्टियां नफरत और विभाजन की राजनीति कर रही हैं। हम राजनीति में सिर्फ आपकी मदद के लिए हैं। हम चुनाव में गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ लड़ रहे हैं न कि किसी पार्टी के खिलाफ।  

पाकिस्तान में 24 करोड़ वोटर्स
पाकिस्तान में 8 फरवरी को नेशनल असेंबली के लिए वोट डाले जाएंगे। 24 करोड़ वाले पकिस्तान में मौजूदा समय में कार्यवाहक सरकार चल रही है। देश के चर्चित नेता और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जेल में हैं, जबकि फरवरी के चुनाव से पहले उनके समर्थकों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उनकी पार्टी पीटीआई के चुनाव चिह्न पर रोक लगा दी गई है। 

पाकिस्तान में 90 हजार से अधिक पोलिंग स्टेशन पर वोटिंग
रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान में आठ फरवरी को मतदान के दौरान संसद और प्रांतीय विधानसभाओं के लिए जनप्रतिनिधियों का चुनाव होगा। देशभर में स्थानीय लोग अपने प्रतिनिधयों को चुनने के लिए 90,600 से अधिक पोलिंग बूछ पर वोट डालेंगे। पाकिस्तान चुनाव आयोग (ECP) के मुताबिक देश के लगभग 128 मिलियन मतदाताओं के लिए 90675 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इन स्टेशनों पर 2,76,402 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। अगर आयोग कानून का पालन करने में सफल होता, तो देशभर में लगभग 1,07,000 और मतदान केंद्रों की स्थापना होती। प्रत्येक में चार मतदान केंद्र भी होते। हालांकि, अब आठ फरवरी को मतदान 4.28 लाख मतदान केंद्रों की बजाय 2.76 लाख केंद्रों पर ही होंगे।

चुनाव अधिकारियों की ट्रेनिंग पूरी
पाकिस्तान चुनाव आयोग ईसीपी ने आगामी आम चुनावों के संचालन की गारंटी के लिए लगभग 1.49 मिलियन चुनाव कर्मचारियों का प्रशिक्षण पूरा करवा लिया। चुनाव आयोग के प्रवक्ता के अनुसार, 87 दिनों में देश भर के दूर-दराज के स्थानों में कुल 27,676 सत्र आयोजित किए गए, जिसमें 3,821 मास्टर ट्रेनर शामिल थे। प्रशिक्षण 19 नवंबर, 2023 को शुरू हुआ था, जो तीन फरवरी 2024 की शाम को खत्म हुआ। सत्र में 144 जिला रिटर्निंग अधिकारी (डीआरओ), 859 रिटर्निंग अधिकारी (आरओ) और मतदान कर्मी शामिल थे।

मसाजिद कमेटी की मांग पर सुनवाई कल, ज्ञानवापी की सुरक्षा कड़ी; पुलिस-प्रशासन सतर्क

ज्ञानवापी स्थित व्यासजी के तहखाने में पूजा-पाठ शुरू होने के विरोध में अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी की बंदी की अपील के दूसरे दिन शनिवार को माहौल सामान्य रहा।  हालांकि, इस दौरान सुरक्षा कड़ी रही।पूजा-पाठ की अनुमति और उस पर आपत्तियों पर जिला जज की अदालत में पांच फरवरी को सुनवाई होगी। मसाजिद कमेटी ने जिला जज की अदालत के आदेश पर रोक लगाने की मांग की है। हालांकि, मामले में पुलिस और प्रशासन स्तर से अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।

पूजा-पाठ की अनुमति और उस पर आपत्तियों पर जिला जज की अदालत में पांच फरवरी को सुनवाई होगी। मसाजिद कमेटी ने जिला जज की अदालत के आदेश पर रोक लगाने की मांग की है। हालांकि, मामले में पुलिस और प्रशासन स्तर से अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। तीसरे दिन भी श्री काशी विश्वनाथ धाम व उसके आसपास 10 क्विक रिस्पांस टीम, 15 इंस्पेक्टर, 60 सब इंस्पेक्टर व 250 सिपाही तैनात रहे। 

भारत रत्न देकर पितृऋण से मुक्त हुई भाजपा

Bharat Ratna Lal Krishna Advani gave new identity to Hindutva and nationalism in Indian politics BJP

लालकृष्ण आडवाणी ने राम मंदिर के लिए सोमनाथ से अयोध्या तक की रथयात्रा कर पूरे देश को झकझोर दिया था। उनकी इस रथयात्रा का ही कमाल था कि भारतीय राजनीति में न सिर्फ हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के मुद्दे की स्थायी पैठ बनी, बल्कि पांच सदियों से राजनीतिक हाशिये पर खड़ा राम मंदिर का मुद्दा राजनीति के केंद्र में आ गया था। 

मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी और दूसरे कार्यकाल में लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने के साथ ही भाजपा पितृऋण से मुक्त हो गई। आडवाणी ने राममंदिर के लिए सोमनाथ से अयोध्या तक की रथयात्रा कर पूरे देश को झकझोर दिया था। उनकी इस रथयात्रा का ही कमाल था कि भारतीय राजनीति में न सिर्फ हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के मुद्दे की स्थायी पैठ बनी, बल्कि पांच सदियों से राजनीतिक हाशिये पर खड़ा राम मंदिर का मुद्दा राजनीति के केंद्र में आ गया था। आडवाणी ही थे, जिन्होंने भाजपा के लिए अरुण जेटली, सुषमा स्वराज से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे उत्कृष्ट नेताओं की एक फौज खड़ी की। गुजरात दंगे के बाद जब तत्कालीन सीएम मोदी की कुर्सी खतरे में थी, तब आडवाणी ने ही उन्हें संकट से निकाला।

अछूत से सर्वग्राही…और फिर अपराजेय
स्थापना के बाद से ही भाजपा दूसरे दलों के लिए अछूत रही। खासतौर से कांग्रेस से लोहा लेने के लिए जनता पार्टी में जनसंघ के विलय के बाद नए स्वरूप में सामने आई भाजपा से सभी दल दूरी बनाने लगे थे। उस दौर में आडवाणी ने पहले भाजपा को अछूत से सर्वग्राही बनाया। अब वही भाजपा अपराजेय मानी जा रही है।

भाजपा की पहचान और सबसे चर्चित जोड़ी
आडवाणी और वाजपेयी की जोड़ी न सिर्फ पांच दशकों तक भाजपा की मुख्य पहचान रही, बल्कि इसे भारतीय राजनीति की सबसे सशक्त और चर्चित जोड़ी माना गया। दशकों तक वाजपेयी भाजपा का उदारवादी तो आडवाणी कट्टर हिंदूवादी और राष्ट्रवादी चेहरा माने गए।

2 से 86, फिर सत्ता और अब बहुमत
भाजपा की स्थापना के चार साल बाद इंदिरा गांधी की हत्या के बाद आम चुनाव में पार्टी को महज दो सीटें मिली थीं। अगले चुनाव में राम मंदिर मुद्दे पर आडवाणी की रथयात्रा ने पार्टी की सीटें 86 पर पहुंचा दीं। भाजपा की अगुवाई में राजग को 1996 में पहले 13 दिन, फिर 1998 में 13 माह, फिर 1999 में पहली बार कार्यकाल पूरा करने वाले पहले विपक्षी गठबंधन सरकार का रुतबा हासिल हुआ।

विस्थापित हिंदू से राजनीतिक किंवदंती बनने का सफर
8 नवंबर, 1927 को पाकिस्तान के कराची में जन्मे आडवाणी का परिवार बंटवारे के बाद मुंबई आ गया। हालांकि, वह पाकिस्तान में रहते ही संघ से जुड़ गए थे। यहां आने के बाद उन्होंने लंबे समय तक संघ के प्रचारक, पत्रकार के रूप में भी काम किया। रथयात्रा के बाद वह हिंदुत्व की राजनीति की किवदंती बन गए।

जिन्ना की तारीफ के बाद सियासी ढलान
आडवाणी के राजनीतिक कॅरिअर में ढलान 2005 में उस समय आया जब पाकिस्तान यात्रा में उन्होंने जिन्ना की तारीफ की। हालांकि इसके बाद भाजपा उनके चेहरे पर 2009 में चुनाव लड़ी, लेकिन हार गई।

पीटीआई नेता शाह महमूद कुरैशी पर गिरी गाज, निर्वाचन आयोग ने पांच साल तक चुनाव लड़ने पर लगाई रोक

Pakistan Election Commission disqualifies PTI leader Shah Mehmood Qureshi for 5 yrs ahead of polls

पाकिस्तान में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता शाह मेहमूद कुरैशी पर गाज गिर गई है। चुनाव आयोग (ईसीपी) ने शनिवार को पीटीआई नेता को पांच साल के लिए अयोग्य घोषित कर दिया। यह निर्णय आठ फरवरी के आम चुनाव से पांच दिन पहले आया है। बता दें कि पीटीआई द्वारा यह चुनाव सख्ती के बावजूद अपने प्रसिद्ध चुनाव चिह्न ‘बल्ले’ लड़ा जा रहा है।ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत 30 जनवरी को गठित एक विशेष अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी को सिफर मामले में दस साल जेल की सजा सुनाई थी।

पांच साल तक नहीं लड़ सकते कोई भी चुनाव
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शाह महमूद क़ुरैशी को ओएसए की धारा 5(3)(ए), 5(1)(सी), धारा 34 पीपीसी सहित कई अन्य धाराओं के तहत दोषी ठहराया और 10 साल की अवधि के लिए कठोर कारावास से दंडित किया गया। परिणामस्वरूप, पीटीआई उपाध्यक्ष को 2024 के आम चुनाव और पांच साल की अवधि के लिए कोई भी चुनाव लड़ने से रोक दिया गया है। 

ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत 30 जनवरी को गठित एक विशेष अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी को सिफर मामले में दस साल जेल की सजा सुनाई थी। संघीय जांच एजेंसी के आरोप पत्र के अनुसार, सिफर मुद्दे में एक राजनयिक दस्तावेज शामिल है, जिसे इमरान पर वापस न करने का आरोप है।

पीटीआई के दोनों नेताओं पर है साजिश रचने का आरोप
पीटीआई ने कहा कि अखबार में इमरान को प्रधानमंत्री पद से हटाने की अमेरिका की धमकी भी शामिल है। राजनयिक सिफर मामले के तथ्यों को ‘विकृत’ करने के आरोप में इमरान खान और शाह महमूद कुरेशी पर पिछले साल से अदियाला जेल में मुकदमा चल रहा है। दोनों पीटीआई नेताओं पर अवैध उद्देश्यों के लिए सिफर की सामग्री का दुरुपयोग करने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था। 

विश्व कैंसर दिवस पर कैंसर पीडितों के लिए दिल्ली में हुआ जागरूकता कार्यक्रम

नवीन निश्चल, नई दिल्ली: कैंसर जानलेवा और घातक बीमारी है यह सबको पता है। लेकिन उसके बावजूद इसके होने वाले कारणों पर रोक नही लगा पाते हैं। इसलिए हर साल कैंसर पीडितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। देश में कैंसर मरीजों की संख्या जो 2020 में 14.60 लाख थी, वह बढ़कर 2025 तक 15.70 लाख होने का अनुमान है। यह आंकड़ा भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के द्वारा बताया गया है। इसलिए कैंसर पीड़ितों में आत्मविश्वास लाने, उनका हौसला बढ़ाने विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर दिल्ली के पश्चिम विहार स्थित एक्शन कैंसर हॉस्पिटल में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने मॉडल पूनम पांडे और उनके मैनेजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए मुंबई के विक्रोली पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक को पत्र लिखा है।

पंजाब के गर्वनर बनवारी लाल पुरोहित ने दिया इस्तीफा

पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम लिखी चिट्ठी में उन्होंने कहा कि वह निजी कारणों से पंजाब और केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक के पद से इस्तीफा दे रहा हूं।

AAP सांसद संजय सिंह को राज्यसभा में शपथ लेने की अनुमति मिली

दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह को 5 फरवरी को राज्यसभा में शपथ लेने की इजाजत दे दी है। संजय सिंह दिल्ली शराब नीति घोटाले मामले में जेल में बंद हैं।

पीएम हिंदू राष्ट्र का इतिहास लिखना चाहते हैं… लोकसभा में मोदी पर बरसे असदुद्दीन ओवैसी

नई दिल्ली: एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को बजट सत्र के दौरान सदन के अंदर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने सीधे पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री नहीं पुजारी सम्राट हैं। ओवैसी ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार और पीएम मोदी हर मस्जिद को छीनना चाहते हैं। लोकसभा में बोलते हुए ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी इतिहास लिखना चाहते हैं। यही नहीं AIMIM चीफ के निशाने पर विपक्षी पार्टियां भी रहीं। ओवैसी ने कहा कि विपक्षी पार्टियां अपने आपको सेक्युलर कहती हैं लेकिन किसी के पास 6 दिसंबर पर बात करने की हिम्मत नहीं है।

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