डॉ. प्रिया ‘मानवी’
लीवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो शरीर के विभिन्न कार्यों के लिए आवश्यक होता है। यह पेट के दाहिने हिस्से में स्थित होता है और शरीर के लगभग सभी प्रमुख जैविक कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेता है। लीवर का आकार एक त्रिकोणीय आयत के समान होता है और यह रक्त में घुले हुए तत्वों को छानने, विषाक्त पदार्थों को समाप्त करने और ऊर्जा को स्टोर करने के कार्यों के लिए जिम्मेदार है।
लीवर का कार्य शरीर में विभिन्न रासायनिक प्रतिक्रियाओं को संचालित करना होता है, जो हमारे शरीर की सही कार्यप्रणाली के लिए आवश्यक हैं। लीवर न केवल शरीर के आंतरिक कार्यों में मदद करता है, बल्कि यह रक्त के थक्के बनाने, ऊर्जा उत्पादन, हार्मोनल संतुलन बनाए रखने, पाचन तंत्र में सहायता करने, और पोषक तत्वों को अवशोषित करने में भी भूमिका निभाता है।
*लीवर के प्रमुख कार्य :*
1. विषाक्त पदार्थों का निष्कासन :
लीवर शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को हटाने का कार्य करता है। यह शराब, दवाइयाँ, प्रदूषण, और अन्य रसायनों को शरीर से बाहर निकालता है।
2. पाचन में सहायक :
लीवर पित्त का उत्पादन करता है, जो वसा के पाचन में सहायक होता है। पित्त को पाचन तंत्र में भेजा जाता है, जिससे शरीर वसा को आसानी से पचा पाता है।
3. ग्लूकोज का नियंत्रण :
लीवर रक्त में शर्करा (ग्लूकोज) के स्तर को नियंत्रित करता है। जब शरीर को ऊर्जा की आवश्यकता होती है, तो यह ग्लूकोज को जिगर से छोड़ता है, और जब आवश्यकता नहीं होती है, तो इसे ग्लाइकोजन के रूप में स्टोर कर लेता है।
4. प्रोटीन का निर्माण :
लीवर रक्त में प्रोटीन, जैसे एल्ब्यूमिन और कोएगुलेटरी प्रोटीन (जो रक्त के थक्के में मदद करते हैं), का उत्पादन करता है।
5. विटामिन और खनिजों का भंडारण :
लीवर विटामिन A, D, E, K और B12 के साथ-साथ आयरन और कॉपर जैसे खनिजों को भी स्टोर करता है, जिन्हें बाद में शरीर के अन्य हिस्सों में आवश्यकतानुसार भेजा जाता है।
6. कोलेस्ट्रॉल का विनियमन: लीवर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है और यह शरीर के लिए आवश्यक “अच्छे” (HDL) और “खराब” (LDL) कोलेस्ट्रॉल का संतुलन बनाए रखता है।
*लीवर को स्वस्थ रखने के उपाय :*
लीवर हमारे शरीर के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है, और इसका सही तरीके से काम करना हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। आजकल के समय में लीवर की कई समस्याओं जैसे फैटी लीवर, हेपेटाइटिस, लीवर सिरोसिस आदि की बढ़ती घटनाएं देखने को मिल रही हैं। इसलिए लीवर को स्वस्थ रखना और उसकी देखभाल करना बहुत जरूरी है।
यहां कुछ तरीके दिए गए हैं, जिनसे आप अपने लीवर को स्वस्थ रख सकते हैं :
1. संतुलित और स्वस्थ आहार :
फाइबर से भरपूर आहार: अपने आहार में फाइबर की मात्रा बढ़ाएं, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। ताजे फल, सब्जियां, दलहन, और साबुत अनाज का सेवन करें।
प्रोटीन का सेवन करें: हल्का प्रोटीन, जैसे दाल, बीन्स जो लीवर की कार्यक्षमता को बनाए रखने में मदद करता है।
2. स्वस्थ वसा का चयन : ओमेगा-3 फैटी एसिड (जो अखरोट, अलसी, और चिया बीज में पाया जाता है) का सेवन करें, और ट्रांस फैट्स और संतृप्त वसा से बचें।
चीनी और नमक का सेवन कम करें: अत्यधिक चीनी और नमक का सेवन लीवर के लिए हानिकारक हो सकता है। इनमें से अधिक सेवन से लीवर में वसा जमा हो सकती है, जो फैटी लीवर जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।
2. नियमित शारीरिक श्रम :
शारीरिक गतिविधियाँ जैसे दौड़ना, तैरना, योग, या तेज़ चलना, लीवर की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाए रखने में मदद करती हैं। नियमित व्यायाम से शरीर में वसा का स्तर नियंत्रित रहता है, जिससे फैटी लीवर की समस्या कम होती है। व्यायाम शरीर की पूरी मेटाबोलिज़्म प्रक्रिया को बेहतर बनाता है और रक्त संचार को बढ़ाता है, जिससे लीवर अधिक प्रभावी ढंग से काम करता है।
3. मद्य निषेध :
शराब का अत्यधिक सेवन लीवर को नुकसान पहुंचाता है और लंबे समय तक इसके सेवन से लीवर सिरोसिस और फैटी लीवर जैसी गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं। यदि आप शराब का सेवन करते हैं, तो इसे सीमित मात्रा में और समय-समय पर करें। शराब के विषाक्त पदार्थ लीवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसलिए शराब का सेवन कम से कम करना चाहिए।
4. वजन नियंत्रण :
अत्यधिक वजन या मोटापा लीवर की बीमारियों का एक प्रमुख कारण बन सकता है। शरीर में अत्यधिक वसा जमा होने से लीवर में वसा जमा हो सकती है, जो फैटी लीवर का कारण बनती है। इसलिए स्वस्थ वजन बनाए रखना और धीरे-धीरे वजन घटाना लीवर की कार्यप्रणाली के लिए लाभकारी हो सकता है।
5. दवाइयों का संयमित सेवन :
बिना डॉक्टर के निर्देश के कोई भी दवा लेने से बचें, क्योंकि कुछ दवाइयाँ लीवर पर अत्यधिक दबाव डाल सकती हैं और इससे लीवर की क्षति हो सकती है। जब भी किसी दवा का सेवन करें, तो डॉक्टर से परामर्श लें और दवाइयों के सेवन में निर्धारित खुराक से अधिक न जाएं।
6. हाइजीन का ध्यान :
लीवर को संक्रमित करने वाली बीमारियाँ, जैसे हेपेटाइटिस, लीवर के लिए खतरे का कारण बन सकती हैं। इसलिए हाइजीन का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है। ताजे पानी का सेवन करें, स्वच्छ हाथों से खाना खाएं और संक्रमित पदार्थों से बचें। हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों से बचने के लिए वैक्सीनेशन भी करवाना चाहिए।
7. विटामिन और मिनरल्स का सेवन :
लीवर को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन A, C, E, और B12 के साथ-साथ आयरन और जिंक जैसे खनिजों का सेवन महत्वपूर्ण होता है। ये पोषक तत्व लीवर की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाते हैं और शरीर में होने वाली सूजन को कम करते हैं। इनका सेवन हरी पत्तेदार सब्जियाँ, फलों, और नट्स से किया जा सकता है।
8. नैतिक जीवनशैली :
मानसिक तनाव भी लीवर पर नकरात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसलिए तनाव से बचने के लिए ध्यान, योग और गहरी श्वास लेने जैसी गतिविधियाँ करें। इससे मानसिक शांति मिलेगी और शरीर पर दबाव कम होगा, जिससे लीवर की कार्यप्रणाली पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
9. जड़ी-बूटियों का सेवन :
कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ जैसे हल्दी, आंवला, और दूध थीस्ल लीवर को detoxify करने में मदद करती हैं। ये जड़ी-बूटियाँ लीवर को साफ करती हैं और इसके कार्यों को बेहतर बनाती हैं। हालांकि, इनका सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।
लीवर शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है, और इसे स्वस्थ रखना हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, शराब से बचाव, स्वस्थ वजन बनाए रखना, और सही जीवनशैली अपनाने से लीवर की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाए रखा जा सकता है।
लीवर के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए हम अपने जीवन को स्वस्थ और संतुलित बना सकते हैं, जिससे दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकता है।
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