एस पी मित्तल अजमेर
क्या आप आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत 50 हजार से लेकर 25 लाख रुपए तक का उद्योग लगाकर 35 प्रतिशत तक या फिर 10 लाख रुपए तक की सब्सिडी प्राप्त कर लघु उद्यमी बनने चाहते हैं तो आपको 26 अक्टूबर को दोपहर तीन बजे से शुरू होने वाली लाइव वेबीनार से जुड़ना चाहिए। इस वेबीनार में देश के प्रमुख सफल उद्योगपति और अजमेर स्थित चोयल स्कूल ऑफ मिलिंग एंड टेक्नोलॉजी के सीईओ राधे चोयल आपके हर सवाल का जवाब देंगे। चोयल ने बताया कि इन वेबीनार से https://m.facebook.com/ChoyalWorldClassGrindingSolutions/ व https://www.facebook.com/radhey.choyal तथा https://www.youtube.com/channel/UCr7wDX9PF-YYb6efaS2HXDQ/featured आदि के माध्यम से जुड़ा जा सकता है। वेबीनार के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 8003198247 पर अनिरुद्ध शर्मा से ली जा सकती है। चोयल ने बताया कि यह वेबीनार राजस्थान कृषि विपणन बोर्ड के सहयोग से हो रही है। इस वेबीनार में बोर्ड के चेयरमैन पवनलाल शर्मा (आईएएस) भी उपस्थित रहेेंगे। इस वेबीनार में कोई भी व्यक्ति भाग ले सकता है। चोयल ने बताया कि लघुउद्यमी आवश्यक जानकारी होने के अभाव में सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं ले पाता है। लघुउद्यमी की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए वेबीनार आयोजित की गई है। इस वेबीनार में यह भी बताया जाएगा कि उद्योग के लिए कहां आवेदन करना है तथा किस प्रकार से फाइनेंस प्राप्त होगा। यहां यह उल्लेखनीय है कि राधे चोयल सफल उद्यमी के साथ साथ इनोवेटर, मोटीवेटर और लेखक भी हैं। इस वेबीनार में गेंहू क्लीनिंग और सोर टैक्स प्लांट, आटा प्लांट, मसाला प्लांट, बेसन प्लांट, दलिया प्लांट, मोबाइल क्लीनिंग आदि के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी जाएगी। रक्तदान शिविर:डेंगू के बढ़ते मरीजों की संख्या और ब्लड की आवश्यकता को देखते हुए आगामी 31 अक्टूबर को अजमेर के पीसांगन कस्बे में प्रात: 9 बजे से एक रक्तदान शिविर आयोजित किया गया है। शिविर के प्रमुख कुलदीप कुमावत ने बताया कि यह शिविर मां भारती ग्रुप की ओर से आयोजित किया जा रहा है। इस शिविर में रक्तदान करने के इच्छु युवा अपना नाम मोबाइल नम्बर 9309361050 व 9782640674 पर दर्ज करवा सकते हैं। कुमावत ने कहा कि शिविर में एकत्रित ब्लड को जरुरतमंद लोगों को नि:शुल्क उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने युवाओं से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर रक्तदान करें ताकि डेंगू के मरीजों को बचाया जा सके।