विधानसभा चुनाव के बाद अब लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी चल रही है। हर व्यक्ति जानना चाहता है कि लोकसभा चुनाव कब होंगे और आचार संहिता कब लगेगी। पूरे देश में मतदाता सूची का काम अंतिम दौर में है और 8 फरवरी तक मतदाता सूची का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद कभी भी आचार संहिता लग जाएगी, यानी चुनाव की तारीखों की घोषणा हो जाएगी।
मध्यप्रदेश में लोकसभा की 29 सीटों के लिए चुनाव होने वाले हैं। वर्तमान में 29 में से भाजपा के पास 28 सीटें हैं और 1 सीट पर कांग्रेस है। चुनाव किस माह में होंगे और आचार संहिता कब लगेगी, इसे जानने के लिए लोग उत्सुक हैं।
अप्रैल और मई में होंगे चुनाव
पिछले चुनावों की तारीखों को देखा जाए तो 2014 और 2019 में आम चुनाव अप्रैल से लेकर मई तक विभिन्न चरणों में हुए थे और मई अंत में केंद्र की सरकार बन गई थी। चुनाव आयोग भी इसी तैयारी में है चुनाव अप्रैल और मई माह में करा लिए जाए। चुनाव आयोग स्कूली बच्चों और कॉलेज के विद्यार्थियों की परीक्षा का भी अवलोकन कर रहा है। चुनाव आयोग ने शिक्षा विभाग से परीक्षाओं की डिटेल्स भी मांगी है, जिससे परीक्षाओं पर चुनाव का असर न पड़े।
फरवरी लग सकती है आचार संहिता
सूत्रों के मुताबिक फरवरी अंत तक लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों की घोषणा हो सकती है। क्योंकि 2019 में चुनाव की घोषणा 10 मार्च हो हुई थी। तब देशभर में 11 अप्रैल से 19 मई के बीच सात चरणों में चुनाव हुए थे। माना जा रहा है कि इस बार जल्दी घोषणा हो सकती है। इस बार होली 25 मार्च को है। ऐसे में त्योहार, स्कूल-कॉलेज के बच्चों की परीक्षाएं, किसानों की स्थिति, अफसरों के तबादले, सरकारी अवकाश को देखते हुए चुनाव का ऐलान संभव है। इसके अलावा अयोध्या के राम मंदिर के कार्यक्रम भी पूरे हो जाएंगे। इन सभी गतिविधियों को ध्यान में रखकर फरवरी अंत तक चुनाव आयोग तारीकों का ऐलान कर सकता है।
चुनाव आयोग की यह है तैयारी
चुनाव आयोग ने देश के अन्य राज्यों के साथ ही मध्यप्रदेश में भी वोटर लिस्ट का काम तेजी से चल रहा है। 22 जनवरी तक कार्य चलेगा। इस अभियान के लिए विशेष कैंप भी लगाए गए हैं। घर-घर बीएलओ जाएंगे और 18 साल से ऊपर वाले युवा मतदाताओं के नाम जोड़ेंगे। युवा ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन भी अपने नाम वोटर लिस्ट में जुड़वा सकते हैं।
एमपी में कितने मतदाता
मध्यप्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 59 लाख 98 हजार 370 है। इनमें 28790967 पुरुष मतदाता हैं और 27206136 महिला मतदाता है। थर्ड जेंडर की संख्या 1267 है। इसके साथ ही राज्य में 75 हजार 326 सेवा मतदाता हैं। राज्य में कुल 5 लाख 03 हजार 564 दिव्यांग मतदाता भी हैं।