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हाइवे पर लूट, घरों में घुसकर चोरी, मोबाइल लूट…’कंजरों की बस्ती’ में लाखों की संपत्ति…

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चोरों का एक गांव भी हो सकता है क्या आप सोच सकते हैं। क्या आप सोच सकते हैं कि सैकड़ों चोर एक साथ एक बस्ती में रहते हैं। ये गैंग प्लानिंग करता है और फिर बाकी लोगों की तरह निकल पड़ता हैअपने काम में, लेकिन ये कोई नौकरी नहीं करते इनका काम होता है लूट और चोरियों को अंजाम देना। इस गांव के पुरुष तो छोड़िए महिलाएं भी चोरियों में माहिर हैं। बच्चों को छोटी उम्र में ही सीखा दिया जाता है कैसे लूटपाट को अंजाम देना है।

‘कंजर गिरोह’ ने मचाया देश में आतंक

हम बात करे हैं ‘कंजर गिरोह’ की। अगर आपने आज तक इस गैंग के बारे में नहीं जाना है तो जान लीजिए कि ये बेहद शातिर गैंग है जो अफने घरों से ही सीखता है लूट का काम। कंजर गैंग की बस्ती मध्यप्रदेश के देवास, उज्जैन, शाजापुर इलाकों में बसी हुई हैं और सालों से इनका पुश्तैनी काम है चोरियां। पिछले कुछ समय में इस गैंग के लोग बड़ी संख्या में गुजरात और राजस्थान में भी बसने लगे हैं। इनका ठिकाना बेशक मध्यप्रदेश, गुजरात और राजस्थान है, लेकिन इनके निशाने पर उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, बिहार भी हैं।

लूट से करोड़पति बन चुका है ये ‘कंजर गैंग’

आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि इस गिरोह के सरगना करोड़पति हैं। इंदौर से करीब 30 किलोमीटर दूर आगरा-मुंबई हाइवे पर बसे हैं इन कंजरों के गांव। देवास के चिड़ावद गांव में कंजर बस्ती के 200 घर हैं। यहां इनके गैंग का मुखिया राममूर्ति भी रहता है। राममूर्ति की गांव में एक बेहद भव्य हवेली है, इस हवेली की कीमत ही करोड़ों में है। कंजर बस्ती के दूसरे लोग भी काफी अमीर हैं और इनके पास पैसे का सिर्फ एक जरिया है और वो है लूट। चिड़ावद से करीब 10 किलोमीटर दूर टोंककला गांव है। यहां भी कंजर गैंग के सैकड़ों लोग रहते हैं। इनके घर में टीवी, फ्रीज, कार जैसी सारी सुविधाएं हैं। इस गांव में भी कंजर गैंग का एक बड़ा लुटेरा रहता है जिसके पास करोड़ों रुपये हैं।

1400 किलो चांदी चुराने में थे शामिल

गुजरात में कुछ समय पहले हाइवे में ट्रक से जा रही 1400 किलो चांदी लूट ली गई थी। 1400 किलो चांदी की कीमत करोड़ों में होती है। इस लूट को भी अंजाम देने वाला था कंजर गैंग। इस गैंग के मुखिया और हेमराज पर ही चोरी के आरोप लगे थे। हालांकि बाद में खेत और एक कुंए सो काफी बड़ी मात्रा में चांदी को बरामद कर लिया गया था। इन लोगों ने चांदी के इस ट्रक को पूछताछ के नाम पर हाइवे पर रोक लिया और फिर लूट करके एक मिनी ट्रक में सारी चांदी भरकर फरार हो गए थे। ऐसे ही कुछ समय पहले मध्यप्रदेश हाइवे से इन लोगों ने मोबाइल ले जा रहा एक ट्रक को लूटा था। इस ट्रक में रखे मोबाइलों की कीमत करीब 15 करोड़ रुपये थी जिन्हें इस गैंग ने लूट लिया था। हाईवे पर अक्सर जो भी बड़ी-बड़ी लूट होती हैं वो काम ये गैंग ही करता है।

गैंग के पुरुष हाईवे पर मचाते हैं लूट

सबसे पहले जान लीजिए ये गिरोह काम कैसे करता है। ये गैंग दो हिस्सों में बंटा हुआ होता है। पुरुष और महिलाएं। पुरुषों का काम होता है हाइवे पर बड़े-बड़े ट्रकों को निशाना बनाना। ट्रकों के जरिए माल एक राज्य से दूसरे राज्य में सप्लाई होता है। इनके कुछ लोग रेकी पर लगे हुए होते जो इनको जानकारी देते हैं कि कब ट्रक आना है और किस हाइवे से गुजरना है। उसके बाद इनके गैंग के सबसे शातिर लोग हाइवे पर उस ट्रक इंताजर करते हैं और सामने आते ही या तो किसी बहाने से या फिर सीधा ही ट्रक पर हमला कर देते हैं।

दूसरे राज्यों में आधे दामों पर बेचते हैं लूट का सामान

चोरी किए गए सामान को इस गैंग के लोग दूसरे राज्य में ले जाकर आधी कीमतों पर बेच देते हैं। ये लोगों को बताते हैं कि ये सामान सीधा फ्रेक्ट्री से आया है और इस हल्का फॉल्ट जिसकी वजह से कम कीमतों पर बेचा जा रहा है। लोगों इनके झांसे में आ जाते हैं और चोरी के सामान को खरीद लेते हैं। इसी तरह लूट के सामान को आधी कीमतों पर बेचकर ये लाखों रुपये कमा लेते हैं।

महिलाएं घरों में करती हैं लूट का काम

इस गिरोह की महिलाएं भी चोरी के काम को अंजाम देती हैं। ये महिलाए गैंग बनाकर काम करती हैं। सुबह किसी अच्छी कॉलोनी में कुछ बेचने के बहाने या किसी और काम से घुस जाती हैं और फिर उन घरों की पहचान करती हैं जहां इनके लिए चोरी करना आसान होगा। ये ज्यादातर सुबह 4 बजे के आसपास घरों को निशाना बनाती हैं। खासकर गर्मियों के मौसम में जब लोगों की खिड़कियां खुली रहती हैं। ये खिड़कियों के रास्ते अंदर घुसती हैं और चोरियों को अंजाम देती हैं। कई बार ये घरों को पहले से पहचान करके रखती हैं और अपने पुरुष साथियों के साथ रात में उस घर में बड़ी चोरियों को अंजाम देती हैं।

51 मोबाइल किए गए हैं बरामद

कंजर गैंग के कई सदस्य गिरफ्तार होते रहते हैं और फिर थोड़े दिनों में ये जब जेल से बाहर आते हैं तो फिर से उसी काम में लग जाते हैं। सूरत पुलिस ने एक बार फिर इस गैंग के 6 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें चार महिलाएं शामिल हैं। इनके पास से 51 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार लोगों में सलमा, हिना, मनीया, रायना, रवि और अहमद शामिल हैं।

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