प्रदेश की 6 लोकसभा सीटों जबलपुर, छिंदवाड़ा, मंडला, सीधी, शहडोल और बालाघाट में शुक्रवार सुबह मतदान शुरू हुआ। इस दौरान जबलपुर के आर्य कन्या शाला में बने मतदान केन्द्र में ईवीएम खराब होने से देर तक लोगों को परेशान होना पड़ा।
लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मप्र की छह सीटों पर मतदान शुक्रवार सुबह शुरू हुआ। उम्मीद से बेहतर मतदान के साथ सुबह 11 बजे ही आंकड़ा 31 प्रतिशत पार कर गया। इस बीच कई स्थानों पर ईवीएम मशीनों में खराबी तो कुछ स्थानों पर नेटवर्क स्लो होने से मतदाताओं को परेशानियां उठाना पड़ीं। जबकि कई स्थानों पर मतदाताओं ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मतदान बहिष्कार का झंडा भी लहराया।
प्रदेश की 6 लोकसभा सीटों जबलपुर, छिंदवाड़ा, मंडला, सीधी, शहडोल और बालाघाट में शुक्रवार सुबह मतदान शुरू हुआ। इस दौरान जबलपुर के आर्य कन्या शाला में बने मतदान केन्द्र में ईवीएम खराब होने से देर तक लोगों को परेशान होना पड़ा। यहां ईवीएम में चिप लगाने में आई दिक्कत के कारण यह हालात बने थे। वहीं छिंदवाड़ा में ये रह
मशीन ने यहां भी सताया
छिंदवाड़ा के पातालेश्वर वार्ड में मशीन खराब होने से करीब 20 मिनट मतदान रुका रहा। जबलपुर के लाला लाजपतराय वार्ड में मॉक पोल के दौरान ही मशीन बंद हो गई। जिसके बाद ईवीएम बदलकर मतदान शुरू कराया गया। ईवीएम मशीन में खराबी का सामना कटनी की बडवारा विधानसभा में भी करना पड़ा। यहां हिरवारा गांव में ईवीएम की गति बहुत धीमी थी, जिसके चलते यहां मतदान देर से शुरू हो पाया।
जगह जगह लहराए बहिष्कार के नारे
प्रथम चरण के मतदान के दौरान कई स्थानों पर लोगों ने मतदान बहिष्कार का ऐलान कर दिया। अलग अलग मांगों और समस्याओं को लेकर यह हालात बने। इस दौरान क्षेत्र में बाघ मूवमेंट से लेकर पानी की समस्याएं शामिल थीं। कुछ स्थानों पर मशीन की खराबी को लेकर भी मतदान बहिष्कार किया गया। मतदान बहिष्कार करने वाले स्थानों में शहडोल, सीधी, बैतूल, उमरिया आदि के मतदान केंद्र शामिल हैं।
इधर मिली राहत
ऐन मतदान वाले दिन छिंदवाड़ा महापौर अहाके ने कांग्रेस प्रत्याशी नकुल नाथ के समर्थन में मतदान की अपील करके चौंका दिया। वे कुछ दिन पूर्व ही भाजपा में शामिल हुए हैं। इसके अलावा कुछ और पूर्व कांग्रेसी भी पुनः अपनी मूल पार्टी में वापस आने की तैयारी कर चुके हैं। इन सभी ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के घर पहुंचकर कांग्रेस में आस्था जताई है।