“Officer On Duty” एक 2025 में रिलीज़ हुई भारतीय मलयालम भाषा की क्राइम थ्रिलर फिल्म है, जिसे जिथु अशरफ ने निर्देशित किया और शाही कबीर ने लिखा। यह फिल्म हिंदी और मलयालम में डुअल ऑडियो के साथ उपलब्ध है और इसका अनकट वर्जन भी रिलीज़ हुआ है। फिल्म में कुंचाको बोबन मुख्य भूमिका में हैं, साथ ही प्रियामणि, जगदीश और विशाक नायर जैसे कलाकार भी महत्वपूर्ण किरदारों में नजर आते हैं। यह फिल्म 20 फरवरी 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई थी और बाद में 20 मार्च 2025 से नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध हो गई।

संक्षेप में फिल्म की कहानी(:
फिल्म की कहानी सर्कल इंस्पेक्टर हरीशंकर (कुंचाको बोबन) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक गुस्सैल और आवेगी पुलिस अधिकारी है। उसे हाल ही में डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (DYSP) के पद से डिमोट किया गया है, क्योंकि उसने अपने एक IPS सीनियर पर हमला कर दिया था। हरीशंकर को एक छोटे से मामले की जांच सौंपी जाती है, जिसमें एक नकली सोने की चेन को गिरवी रखने की शिकायत शामिल है। लेकिन यह छोटा सा मामला धीरे-धीरे एक बड़े और खतरनाक अपराध के जाल की ओर ले जाता है, जिसमें ड्रग तस्करी और किशोर लड़कियों को निशाना बनाने वाली एक गैंग शामिल है। जांच के दौरान हरीशंकर का सामना अपने अतीत की व्यक्तिगत त्रासदी से भी होता है, जो कहानी को और गहराई देता है।
दृश्य: पुलिस स्टेशन में हरीशंकर और एक संदिग्ध के बीच पूछताछ
- हरीशंकर (गुस्से में): “बता, ये नकली चेन कहाँ से लाया? सच बोल, वरना मैं तेरा वो हाल करूँगा कि तू अपनी माँ का नाम भी भूल जाएगा!”
- संदिग्ध (डरते हुए): “साहब, मैंने तो बस इसे बाजार से लिया था… मुझे नहीं पता था कि ये नकली है।”
- हरीशंकर: “बाजार से? या उस गैंग से, जो बच्चों को नशे में धकेल रही है? बोल, कौन है तेरा बॉस?”
- संदिग्ध: “साहब, कसम से, मैं कुछ नहीं जानता… मुझे छोड़ दो!”
- हरीशंकर (उठते हुए): “ठीक है, तू नहीं बोलेगा तो मैं खुद पता लगाऊंगा। लेकिन याद रख, अगली बार मेरे सामने आया तो तेरी खैर नहीं।”
दृश्य: हरीशंकर अपने सहायक से बात करते हुए
- हरीशंकर: “ये मामला जितना छोटा लग रहा है, उतना है नहीं। इस चेन के पीछे कोई बड़ा खेल है। मुझे उस गैंग तक पहुँचना होगा, चाहे कुछ भी हो जाए।”
- सहायक: “लेकिन साहब, ऊपर से ऑर्डर है कि इसे ज्यादा तूल न दें।”
- हरीशंकर: “ऑर्डर? जब बच्चों की जिंदगी दाँव पर हो, तो ऑर्डर मेरे लिए कागज का टुकड़ा है। चल, तैयार हो जा, आज रात छापा मारते हैं।”
फिल्म के बारे में कुछ खास बातें:
- प्रदर्शन: कुंचाको बोबन के किरदार को उनकी भावनात्मक गहराई और एक्शन दृश्यों के लिए सराहा गया। जगदीश और विशाक नायर ने भी अपनी सहायक भूमिकाओं में प्रभाव छोड़ा।
- संगीत और सिनेमैटोग्राफी: फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक और विजुअल्स तनावपूर्ण माहौल को बढ़ाने में सफल रहे।
- थीम: यह फिल्म एक पुलिस अधिकारी के व्यक्तिगत और पेशेवर संघर्ष को दर्शाती है, साथ ही अपराध की गहरी परतों को उजागर करती है।
- रिव्यू: समीक्षकों ने इसे एक ठोस थ्रिलर माना, हालाँकि कुछ ने दूसरी छमाही को औसत और प्री-क्लाइमेक्स को थोड़ा खींचा हुआ बताया।
“ऑफिसर ऑन ड्यूटी: एक पुलिसवाले की जंग अपराध से”
- “हरीशंकर की कहानी: ड्यूटी और दर्द का सफर”
- “नकली चेन से ड्रग माफिया तक: ऑफिसर ऑन ड्यूटी का रहस्य”
- “2025 की सबसे रोमांचक थ्रिलर: ऑफिसर ऑन ड्यूटी”
- “कुंचाको बोबन का धमाका: ऑफिसर ऑन ड्यूटी अनकट”
- “हिंदी-मलयालम में ड्यूटी का जज़्बा: ऑफिसर ऑन ड्यूटी”
- “अपराध की गहराई में: ऑफिसर ऑन ड्यूटी 2025”
फिल्म “Officer On Duty” (2025) में कई महत्वपूर्ण संदेश निहित हैं, जो इसके कथानक, पात्रों और थीम के माध्यम से दर्शकों तक पहुँचते हैं।
Add comment