S.P.MITTAL
अजमेर के किशनगढ़ से लेकर दिल्ली और विदेशों तक मार्बल पत्थर का कारोबार करने वाले अनिल भक्कड़ का दावा है कि आगामी 10 जून को होने वाले राज्यसभा के चुनाव में वे राजस्थान से अपना नामांकन दाखिल करेंगे। नामांकन के लिए न्यूनतम 10 विधायकों के प्रस्ताव का जुगाड़ कर लिया है। अब शुभ मुर्हूत में 31 मई से पहले पहले नामांकन दाखिल कर दिया जाएगा। भक्कड़ ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा के असंतुष्ट विधायक उनके संपर्क में है और अनेक निर्दलीय विधायकों से उनकी बात हो गई है। भाजपा के 30 सरप्लस वोटों के लिए वार्ता चल रही है। भक्कड़ ने कहा कि कांग्रेस के दो और भाजपा के एक उम्मीदवार कुल ार सांसदों का चुनाव होना है। भक्कड़ ने माना कि 23 मई को सीएम अशोक गहलोत और 11 निर्दलीय विधायकों की मुलाकात के दौरान उनके नाम का भी उल्लेख हुआ। भक्कड़ ने कहा कि हम तो कारोबारी हैं, इसलिए हर राजनीतिक दल के नेताओं से मित्रता रखते हैं। मेरी मित्रता सीएम गहलोत के साथ भी है, इसलिए उन्होंने निर्दलीय विधायकों से मुलाकात के दौरान मेरे नाम का उल्लेख किया। इसके लिए मैं सीएम गहलोत का आभारी हंू। मेरी अब तक जिन विधायकों से बात हुई है, उनके समक्ष मैंने अपना एजेंडा रख दिया है। मेरा प्रस्ताव अच्छा लगेगा तो वे अपनी अंर्तआत्मा से मुझे वोट देंगे। मैंने किसी से कुछ छुपाया नहीं है। मैं राज्यसभा का सांसद क्यों बनना चाहता हूं, यह भी विधायकों को बता दिया है। मेरे उम्मीदवारी को लेकर राजस्थान के 200 में से 50 से भी ज्यादा विधायक उत्सुक हैं। जीत के लिए मुझे प्रथम वरीयता के 41 वोट चाहिए। भक्कड़ ने दावा किया कि आरएलपी के अध्यक्ष और नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया है। बीटीपी, सीपीएम जैसी छोटी पार्टी के विधायकों से भी मैं संपर्क कर रहा हंू। भक्कड़ ने कहा कि यदि भाजपा के 30 सरप्लस वोट उन्हें मिल जाते हैं तो उनकी जीत बहुत आसान हो जाएगी। मेरी जीत के बाद राजस्थान की राजनीति में बड़ा बदलाव होगा।
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