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जनसमर्थन अभियान फिर से चलाएगा मातृभाषा उन्नयन संस्थान

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हिन्दी भाषा के विस्तार के लिए कार्य करेगा यह अभियान_ 

इंदौर। वर्तमान में भारत की कोई आधिकारिक राष्ट्रभाषा नहीं है, इसीलिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए सम्पूर्ण देश में जनता का समर्थन प्राप्त करने के लिए संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ एवं दल द्वारा जनसमर्थन अभियान को पुनः आरम्भ किया जा रहा है। 

पूर्व में वर्ष 2018 में इस अभियान के माध्यम से लाखों लोगों तक हिन्दी के महत्त्व को पहुँचाया गया था।

इस अभियान के अंतर्गत हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए हिन्दीयोद्धा भारत के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महनीय हस्तियों से हिन्दी के विस्तार के लिए भेंट करेंगे, वह लोग संस्थान द्वारा संचालित आंदोलन का समर्थन करते हुए जनजागृति के लिए अपने प्रशंसकों, शिष्यों, साथियों, एवं समर्थकों के साथ हिन्दी भाषा का विस्तार करेंगे।

जनसमर्थन अभियान के माध्यम से हज़ारों महनीय व्यक्तियों को अब तक हिन्दी विस्तार आन्दोलन से संस्थान जोड़ चुका है।

संस्थान अब तक 25 लाख से अधिक भारतीयों को पत्र, अणुडाक (ईमेल) के माध्यम से सन्देश भेजकर उसी में प्रतिज्ञा पत्र के साथ समर्थन पत्र का प्रारूप भेज चुका है। जल्द ही संस्थान मिस्ड कॉल सेवाओं के माध्यम से भी हिन्दी के लिए जनमत संग्रह करेगा। 

इस जनसमर्थन अभियान का उद्देश्य ‘हर घर हिन्दी’ है। संस्थान के भाषासारथियों और तकनीकी योद्धाओं का दल देश के सभी प्रान्त के हिन्दी प्रेमियों को संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन का पत्र और हिंदी आखिर क्यों भारत में स्थापित होनी चाहिए? इस संशय निवारण हेतु लिखी पुस्तिका ईमेल, डाक आदि के माध्यम से प्रेषित करेंगे और उसी के साथ हिन्दी में हस्ताक्षर करने का प्रतिज्ञा पत्र और हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने का समर्थन पत्र भी प्रेषित करेंगे, जिसे प्राप्तकर्ता को भरकर उस पर हस्ताक्षर करके मेल या डाक के माध्यम से  पुनः संस्थान को भेजना होगा, जो बतौर समर्थन संस्थान द्वारा प्रधानमंत्री तक पहुंचा कर हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने की मांग को मज़बूती से रखा जाएगा।

गौरतलब है कि मातृभाषा उन्नयन संस्थान, मातृभाषा डॉट कॉम, संस्मय प्रकाशन, साहित्यग्राम, साहित्यकार कोश व हिन्दीग्राम मिलकर विगत आधे दशक से देशभर में ‘हस्ताक्षर बदलो अभियान’ का भी संचालन कर रहे हैं। 

हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के महाअभियान में डॉ. अर्पण जैन, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. नीना जोशी, राष्ट्रीय सचिव गणतंत्र ओजस्वी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष शिखा जैन, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भावना शर्मा, नितेश गुप्ता, सपन जैन काकड़ीवाला, प्रेम मंगल सहित म.प्र. के प्रदेश अध्यक्ष अमित जैन मौलिक, राजस्थान से नरेंद्र पाल जैन, कश्मीर से नसरीन अली ‘निधी’, दिल्ली अध्यक्ष चन्द्रमणि मणिका, कर्नाटक अध्यक्ष मुकेश बी. तांतेड़, छत्तीसगढ़ अध्यक्ष रश्मिलता मिश्रा, ओडिसा अध्यक्ष धीरज अग्रवाल आदि ने युद्धस्तर पर सक्रिय होकर देश की साहित्यिक, राजनैतिक व सामाजिक हस्तियों से भेंट करने का अभिक्रम चलाया है।

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