इंदौर। दीपावली की बेला में पार्श्व में जगमगाते गांधी हॉल के खूबसूरत दृश्य के बीच अभिनव कला समाज के मुक्ताकाश मंच में सुरों की महफिल सजी। गीत संगीत के मेले में सुरों का तालमेल मन को छू गया। आयोजन में गीतों की प्रस्तुति जाने-माने गायक कपिल पुरोहित ने दी।
गांधी हॉल स्थित अभिनव कला समाज के मुक्ताकाश मंच में रविवार शाम संगीत प्रेमियों के लिए खास रही। दीपावली की मधुर बेला को सुरों से खूबसूरत बनाया गया। मुक्ताकाश मंच के रोमांचक संगीत की महफिल की शुरुआत राम स्तुति से की गई। इसके बाद हमारे साथ श्री रघुनाथ तो, और आज गली-गली अवध जैसे गीतों की सुरमई प्रस्तुतियां दी गईं। कार्यक्रम में गीतों की प्रस्तुति जाने-माने गायक कपिल पुरोहित ने दी। मैं रंग शरबतों का, ओ रंगरेज, उड़ जा काले कावा तेरे मुंह विच खंड पावा, चौक पुराओ, लुक छिपना जाओ जी, होले होले से हवा लगती, तेरा बिना बे सुवादी, रामा रामा रटते रटते, नगरी ही अयोध्या सी आदि गीतों की शानदार प्रस्तुति दी। सह गायिका थी सिमरजीत कौर। संगतकार थे रूपक जाधव कीबोर्ड, लोकेश उपाध्याय ढोलक, चेतन भौसले तबला, मयंक अकोदिया पैड, प्रशांत गौर गिटार। कोरस कलाकार थे वन्देय भावसार, अवधेश शुक्ला, सहज पंचोली, चेताली राठौर।
इस अवसर पर राम दरबार की विशेष प्रस्तुति हुई। श्री जी डांस एंड आर्ट ग्रुप द्वारा दी गई इस प्रस्तुति में रोहित परमार प्रभु श्री राम, विक्की चौहान लक्ष्मण और कविता विश्वकर्मा सीता जी का रूप धारण किया। राम जी के प्रवेश के वक्त राम चौपाई गाई गई। इस अवसर पर उपस्थित श्रोताओं ने सामूहिक रूप से बड़े दीपक और फुलझड़ी जलाकर राम जी का स्वागत किया।
कार्यक्रम के अतिथि थे पं. सुनील मसूरकर, सुनील जोशी, श्रीद्धांत जोशी, सुदेश तिवारी, शकील अख्तर, कपिल शर्मा महाराज स्वामी। अतिथियों एवं कलाकारों का स्वागत गोवर्धन लिम्बोदिया, प्रवीण खारीवाल, अभिषेक गावड़े, रवि चांवला, नितिन माहेश्वरी, बंशीलाल लालवानी, सुदेश गुप्ता, जीतेन्द्र सिंह भाटिया, मीना राणा शाह ने किया। अंत में आभार आलोक वाजपेयी ने व्यक्त किया।
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