खरगोन जिले के तितरानिया रेंज में एक मादा बाघ और उसके शावक को देखा गया है। वन विभाग के अमले ने सोमवार शाम को बाघ और उसके शावक का वीडियो बनाया। संभावना है कि यह मादा बाघ महाराष्ट्र के पाल सेंचुरी से आई है। वन विभाग ने ट्रैप कैमरे लगाने और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
खरगोन जिले में एक टाइग्रेस का मूवमेंट देखने को मिला। जिले के महाराष्ट्र से लगे इलाके में टाइगर के मूवमेंट को लेकर सोमवार की शाम जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। इसमें टाइगर के मूवमेंट को वॉच करने के लिए ट्रैप कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं। आमतौर पर इस क्षेत्र में तेंदूए ही देखे जाते हैं। अब टाइगर देखने के बाद टास्क फोर्स एक्टिव हो गई है।
खरगोन के वन मंडलाधिकारी रमेश राठौड़ ने बताया कि सोमवार शाम करीब 5 बजे वन विभाग के अमले को तितरानिया रेंज में टाइगर का मूवमेंट दिखाई दिया। उन्होंने, उसका 18 सेकंड का वीडियो भी बनाया है। अधिकारी ने बताया कि वन अमले को फीमेल टाइगर के साथ उसका शावक भी दिखाई दिया था। इस ‘बिग कैट’ के होने की 8-10 दिन से सूचना थी लेकिन वन अमले को सोमवार के दिन ही कंफर्मेशन हुआ कि यह टाइगर है।
उन्होंने बताया कि इस रेंज से लगे महाराष्ट्र के यावल जिले के पाल सेंचुरी में टाइगर्स की उपस्थिति है। संभावना है कि यह मादा बाघ वहां से खरगोन जिले में विचरण करते हुए आ गई है। उन्होंने, बताया कि सम्भवतः मादा टाइगर ने पाल सेंचुरी में शावक को जन्म दिया और उसे मेल टाइगर से बचाने के लिए वह इस तरफ आ गई है।
राठौड़ ने बताया कि महाराष्ट्र की पॉल सेंचुरी को खरगोन जिले में टाइगर और उसके शावक के मूवमेंट की जानकारी दी जा रही है। वहीं, कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में इस क्षेत्र में ट्रैप कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए चार ट्रैप कैमरे मंगाए जा रहे हैं।
ग्रामीणों के लिए अलर्ट जारी
डीएफओ ने बताया कि हालांकि तितरानियां रेंज में ज्यादातर फॉरेस्ट एरिया है। लेकिन, फिर भी करीब एक दर्जन ग्रामों में मुनादी कर टाइगर की उपस्थिति जानकारी देकर ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कहा जा रहा है।टाइगर हमले के आ चुके हैं मामले
मार्च 2023 में ग्राम गवला में खेत में काम कर रहे किसान रमेश भास्करे (30) पर बाघ ने हमला किया था। इसके बाद अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई थी हालांकि इससे पहले जुलाई 2022 में भी झिरन्या से लगी नर्सरी में बाघ देखने की जानकारी लोगों ने दी थी।
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