रघु शर्मा का तीन दिवसीय गुजरात दौरा 10 अक्टूबर से
एस पी मित्तल अजमेर
गुजरात में कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी रघु शर्मा ने कहा है कि उनके लिए अब राजस्थान में मंत्री रहना जरूरी नहीं है। अब उनकी पहली प्राथमिकता गुजरात में कांग्रेस की सरकार बनवाना है। मालूम हो कि 7 अक्टूबर को ही रघु को गुजरात का प्रभारी बनाया गया है। रघु अभी राजस्थान में चिकित्सा मंत्री हैं। चूंकि गुजरात में अगले वर्ष दिसंबर में विधानसभा के चुनाव होने हैं, इसलिए रघु की सक्रियता गुजरात में बढ़ जाएगी। ऐसे में राजस्थान में चिकित्सा मंत्री का पद लिया जा सकता है। इसी संदर्भ में रघु ने ताजा बयान दिया है। 9 अक्टूबर को जयपुर में रघु ने कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने मुझ पर जो भरोसा जताया है, उस पर मैं खरा उतरुंगा। मैं कांग्रेस का वफादार कार्यकर्ता हंू। यदि हाईकमान मेरा उपयोग अब संगठन में लेना चाहता है तो मुझे कोई एतराज नहीं है। रघु ने माना कि गुजरात में 26 साल पहले कांग्रेस की सरकार थी। उन दिनों को वापस लाना चुनौतीपूर्ण काम है, लेकिन वे इस चुनौती को स्वीकार कर रहे हैं। वे केंद्र सरकार की सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स आदि जांच एजेंसियों से नहीं डरते हैं। केंद्र सरकार उनके बारे में चाहे जितनी जांच करवा ले। जब वे छात्र राजनीति में थे, तब दस मुकदमे दर्ज हुए और वे कई बार जेल गए। उन्हें हर चुनौती से लड़ना आता है। एक सवाल के जवाब में रघु ने कहा कि पंजाब में जो फेरबदल हुआ है, उसकी तुलना भाजपा के गुजरात के फेरबदल से नहीं की जा सकती। गुजरात में भाजपा ने अपनी विपुलताओं को छिपाने के लिए पूरा मंत्रिमंडल ही बदल दिया। भाजपा ने पहले लालच देकर कांग्रेस के 18 विधायक तोड़ लिए, लेकिन फेरबदल में ऐसे विधायकों को भी मंत्री पद छीन लिया। कांग्रेस छोड़ने वाले विधायक अब पछता रहे हैं। 2017 के चुनाव में गुजरात में कांग्रेस भले ही सरकार नहीं बना सकी, लेकिन कांग्रेस के 77 विधायक बने। मेरा प्रयास होगा कि अगले वर्ष गुजरात में कांग्रेस की सरकार बने।
राजस्थान भाजपा पर टिप्पणी:
रघु ने राजस्थान में भाजपा के नेतृत्व को एक बार फिर दोयम दर्जे का बताया। रघु ने कहा कि वल्लभनगर और धरियावद के उपचुनावों में भाजपा तीसरे नंबर पर रहेगी। इन दोनों ही स्थानों पर भाजपा में विवाद है। भाजपा के अधिकृत उम्मीदवारों को बागी उम्मीदवार ही चुनौती दे रहे हैं। रघु ने बताया कि 6 माह बाद हुए सहाड़ा के उपचुनाव में वे स्वयं प्रभारी थे। 2018 में कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार को 33 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि उपचुनाव में 58 प्रतिशत वोट मिले। इससे जाहिर होता है कि राजस्थान में भी कांग्रेस की लोकप्रियता बढ़ रही है।
रघु का गुजरात दौरा:
गुजरात में कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी रघु शर्मा 10 अक्टूबर से गुजरात में तीन दिवसीय दौरे शुरू कर रहे हैं। रघु ने कहा कि वे तीन दिनों तक गुजरात में रह कर कांग्रेस संगठन की जानकारी लेंगे। संगठन को मजबूत बनाने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनके पास अभी राजस्थान के चिकित्सा मंत्री का पद भी है। गुजरात जाने से चिकित्सा विभाग का कामकाज प्रभावित नहीं होगा। चूंकि गुजरात पड़ोसी राज्य है इसलिए गुजरात में वे संगठन का काम और राजस्थान में सरकार का काम आसानी से करते रहेंगे।