S P मित्तल अजमेर
केरल के वायनाड संसदीय क्षेत्र में उपचुनाव की घोषणा न कर चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बड़ी राहत दी है। 29 मार्च को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के साथ-साथ पंजाब के जालंधर संसदीय क्षेत्र में उपचुनाव करवाने की घोषणा की। सूरत की एक अदालत द्वारा दो साल की सजा दिए जाने के तुरंत बाद लोकसभा सचिवालय में भी राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर दी थी। इसके तुरंत बाद राहुल से सरकारी बंगला खाली करवाने का नोटिस भी दे दिया गया। जल्द हो रही कार्यवाही को देखते हुए ही उम्मीद थी कि राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र वायनाड में भी उपचुनाव की घोषणा हो जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वहीं 29 मार्च को लोकसभा सचिवालय में एनसीपी के सांसद मोहम्मद फैजल की सदस्यता को बहाल कर दी। फैजल लक्षद्वीप से सांसद है और लक्षद्वीप की एक अदालत ने दस वर्ष की सजा सुनाई है। इसके बाद फैजल की सदस्यता रद्द कर दी गई थी, लेकिन फैजल ने निचली अदालत के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी। केरल हाईकोर्ट ने फैजल की सजा पर रोक लगा दी। इसकी सूचना लोकसभा सचिवालय को भी दी गई, लेकिन फैजल की बहाली का मामला लंबित रहा। संसद की सदस्यता बहाल नहीं किए जाने पर फैजल में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। इस याचिका पर 29 मार्च को सुनवाई होनी थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले ही लोकसभा सचिवालय ने फैजल की सदस्यता को बहाल कर दिया। चुनाव आयोग ने भी सुप्रीम कोर्ट में कहा कि लक्षद्वीप में उपचुनाव कराने का कोई प्रोग्राम नहीं है। यहां यह उल्लेखनीय है कि सूरत की अदालत ने जो दो वर्ष की सजा दी है, उसे राहुल गांधी ने अभी तक भी किसी भी कोई में चुनौती नहीं दी है।
कर्नाटक में दस मई को चुनाव:
चुनाव आयोग ने कर्नाटक में 10 मई को चुनाव कराने का ऐलान किया है। 13 मई को नतीजे आएंगे और 23 अप्रैल को चुनाव की अधिसूचना जारी की जाएगी। कर्नाटक में पिछले 35 वर्षों में किसी भी दल की सरकार रिपीट नहीं हुई है। मौजूदा समय में बीजेपी की सरकार है। अभी 228 में से बीजेपी के 118 विधायक हैं। जबकि कांग्रेस के 69 और जेडीएस के 32 विधायक हैं। गत लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 28 में से 25 सीटों जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस और जेडीएस को एक-एक सीट मिली। लोकसभा चुनाव में बीजेपी की बढ़त 177 विधानसभा क्षेत्र में रही थी।