बिहार के कटिहार में 49 करोड़ की स्वास्थ्य योजनाओं का उद्घाटन बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता तारकिशोर व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय द्वारा किया गया। इन योजनाओं में 100 बेड का नया सदर अस्पताल, 100 बेड का मातृ-शिशु अस्पताल व अन्य योजनायें शामिल हैं। पर मजे की बात ये है कि उद्घाटन कार्यक्रम में कार्यक्रम में लगे पोस्टर से नीतीश कुमार का नाम व तस्वीर नदारद थी जबकि भाजपा नेता तारकिशोर प्रसाद और मंगल पांडेय का फोटो पोस्टर में था।
पोस्टर से मुख्यमंत्री का नाम व चेहरा गायब होने मंच पर लगे पोस्टर से नीतीश कुमार की तस्वीर गायब देख पोस्टर पर सीएम की तस्वीर नहीं होने के कारण जेडीयू (JDU) समर्थक और वहां के डिप्टी मेयर सूरज राय गुस्से में कार्यक्रम छोड़कर चले गए।
बिहार की मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से इस मसले पर ट्वीट करके कहा गया है कि- ” बेचारे अनुकंपाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भाजपा ने सरकारी कार्यक्रम और पोस्टर से बाहर कर दिया। देखना मई महीने तक लतिया और धकिया कर सत्ता से भी बाहर करेंगे। इन्हें कुर्सी लालच में ऐसी ही अपमानजनक विदाई पसंद है।”
वहीं आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने इस मामले पर मीडिया में प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अरुणाचल में जदयू विधायकों को अपने में शामिल कराने के बाद अब भाजपा बिहार में भी अपना असली रंग दिखाने लगी है। भाजपा नीतीश कुमार को सत्ता से बेदखल करना चाहती है। बिहार में बीजेपी का खेल शुरू हो गया है और यही बीजेपी का खेला होबे है।
तो क्या बिहार के सरकारी कार्यक्रमों और इतनी बड़े विकास कार्य के शिलान्यास के पोस्टर से नीतीश कुमार के नाम और चेहरे को ग़ायब करके भाजपा ने नीतीश कुमार की विदाई के संकेत दिये हैं। गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा ने खुद को मजबूत करने और सहयोगी जनता दल यूनाइटेड को कमजोर करने के लिए रणनीतिक विसात बिछाई थी जिसमें नीतीश कुमार की पार्टी पूरी तरह फंसती चली गई। वो मुख्यमंत्री के पद पर जब तक है भाजपा के रहमो करम पर हैं। लेकिन इतना तो तय है कि अगले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा बिहार में अपना एक चेहरा तैयार करेगी। बिहार भाजपा का ये चेहरा तारकिशोर प्रसाद या मंगल पांडेय में से कोई एक होगा। और इसके तईं भाजपा ने खेला शुरु कर दिया है।