संस्कारित प्रहलाद-जालम सिंह का परिवार एक बार फिर विवादों में
भोपाल। भाजपा के दो बड़े नेता केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल और उनके भाजपा विधायक भाई जालम सिंह पटेल का बेहद संस्कारित परिवार एक बार फिर बेहद विवादों में हैं। यह वो परिवार है जो अपने राजनैतिक रसूख की वजह से चर्चा में रहने के अलावा जिस दूसरी वजह से चर्चा में रहता है ,वह है उनके परिवार का सदस्य मणिनागेन्द्र उर्फ मोनू पटेल। इस बार उस पर और उनके परिवार पर अब उसकी पत्नी नीतू सिंह ने कई बेहद संगीन आरोप लगाते हुए सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। इसकी वजह से मोनू के साथ ही पटेल परिवार एक बार फिर से बेहद चर्चा में है। युवती ने आरोप लगाया कि उसका पति उसे फिजिकली टॉर्चर करता है। वह उसे सेक्स स्लेव की तरह ट्रीट करता है। उसका कई दूसरी लड़कियों से संबंध है। यही नहीं उसका अपराधी पति ड्रग्स का आदि है। पीड़िता ने इस सबंध में सलिसिलेवार खुलासे किए हैं। इसमें उसकी शादी से लेकर अब तक के बारे में पूरी जानकारी है। पीड़िता ने लिखा है कि उसका नाम नीतू सिंह ठाकुर है और वह नरसिंहपुर से बीजेपी विधायक जालम सिंह पटेल के अपराधी बेटे की पत्नी है। अब अकेले दिल्ली में रहकर नौकरी करती हूं और अदालत में तलाक के लिए लड़ रही हूं। उसके द्वारा पत्र में लिख कर पूरे मामले की शिकायत दिल्ली के बंसतकुंज पुलिस से की गई है। इस पत्र में उसके द्वारा किए गए खुलासों से रोंगटे खड़े हो जाते हैं। इसमें उसके द्वारा सवाल खड़ा किया गया है कि क्या प्रभावशाली लोगों के सामने कानून बेबस हो जाता है। उसके द्वारा इस पर भी लोगों की राय मांगी गई है। पीड़िता ने पत्र में लिखा है कि जब वह 26 साल की थी तब उसके रिश्ते के लिए 2016 में पटेल परिवार से रिश्ता आया था। पिता की इच्छा की वजह से वह मोनू से मिलने के लिए तैयार हो गई थी,लेकिन पहली मुलाकात के बाद ही मैंने उससे शादी करने से इंकार कर दिया था। मुझे शादी के बाद ये पता चला कि मेरे पति पर 45 आपराधिक मुकदमे हैं, जिनमें हत्या और हत्या के प्रयास जैसे आरोप शामिल हैं। यही नहीं बाद में पता चला कि उसके सामने जो मोनू की सोशल छवि पेश की गई थी, वह झूठी थी। वह राजनीति के लिए महिलाओं के लिए काम करने का दिखावा करता है, जबकि वास्तव में वह उन्हें महज भोग की वस्तु समझता है। मेरे द्वारा शादी के लिए हां कहने के बाद उसके द्वारा मेरी हर चीज को कंट्रोल करना शुरू कर दिया गया। शादी को इतना गोपनीय रखा गया कि मुझे इसकी किसी को भी जानकारी देने की इजाजत नहीं दी गई। हद तो यह हो गई कि मेरी शादी की जानकारी इंगेजमेंट के एक दिन पहले ही रिश्तेदारों को दी गई।
शादी के पहले जबरदस्ती करने का किया था प्रयास
पत्र में बताया गया है कि हद तो यह हो गई कि मोनू द्वारा उसका मोबाइल नंबर बंद करा कर नया नंबर दे दिया गया। उसने खुलासा किया है कि शादी से पहले मैं एक बार उनसे भोपाल में मिली थी। तब भी उनके द्वारा मेरे साथ जबरदस्ती करने का प्रयास किया गया था। मेरे मना करने पर उनके द्वारा नाराजगी जाहिर करते हुए कहा गया था कि तुम मुझे मना कैसे कर सकती हो। मेरा रिश्ता तय होने के बाद मेरे कहीं भी आने-जाने पर रोक लगा दी गई थी। यही नहीं मुझ पर नजर भी रखी जाने लगी। अगर मैं किसी को फोन करती तो उसकी पूरी डिटेल निकल ली जाती थी और फिर उस मामले में कई सवाल जवाब किए जाते थे। एक दिन जब मैं शादी से पहले गुरुग्राम में शॉपिंग कर रही थी। उस समय मुझसे इनका कॉल मिस हो गया , तो मोनू द्वारा मुझे गालियां देकर धमकी दी गई कि तुझे पता है कि तेरा रिश्ता किसके साथ हुआ है। जिसका विरोध करने पर एक बार फिर उन्होंने मुझे बहुत गालियां दीं और डराया-धमकाया। मैंने रिश्ता तोड़ने की बात की तो कहा गया कि अब ये शादी होकर ही रहेगी चाहे जो हो जाए। इसके बाद मुझ पर हर तरह से दबाव डाला गया और मैं हार गई। उन्होंने कहा कि चाहे मैं तुम्हें शादी के एक दिन बाद छोड़ दूं, लेकिन शादी अब मैं करके रहूंगा, ये मेरी जिद है। अब मुझे लगता है कि अगर मैंने तब हिम्मत दिखाई होती तो शायद हालात ऐसे ना होते।
गर्लफ्रेंड के शरीर पर रखकर ड्रग्स लेते थे
उसने खुलासा किया की शादी के बाद उनकी कई गर्लफ्रेंड्स ने मुझसे संपर्क करना शुरू किया तो उसके द्वारा मारा पीटा जाता था। किसी ने भी मेरा पक्ष लेने की कोशिश नहीं की। इनसे जुड़ी लड़कियों की फेहरिस्त इतनी लंबी है कि यहां बयां नहीं की जा सकती। मेरे फोन में हजारों तस्वीरें हैं, जिनमें ये अपनी अलग-अलग गर्लफ्रेंड के साथ हैं। ये सभी गर्लफ्रेंड्स 20-22 साल की लड़कियां थी, जो शायद ड्रग्स या पैसे के लिए इनके पास आई हों। एक के बाद एक मुझे मैसेज करतीं, इन्हें पता चलता तो मुझे बहुत मारा-पीटा जाता। ये गर्लफ्रेंड्स के साथ ड्रग्स लेते। उनकी बॉडी पर रखकर ड्रग्स लेते और वो मुझे ये बात बतातीं हैं।
ससुर का विधायक निवास को बताया अय्याशी का अड्डा
मैने इस संबंध में विधायक ससुर से बात की तो हमेशा उन्होंने यही कहा कि सब ठीक हो जाएगा। शादी के बाद पता चला कि शराब और ड्रग्स लेना इनकी रोज की आदत है। भोपाल में मेरे ससुर का सरकारी विधायक निवास इनकी अय्याशी का अड्डा है। ये जब भी भोपाल जाते, वहां ड्रग्स और शराब की पार्टियां होतीं। कोई न कोई लड़की वहां की तस्वीरें मुझे भेज देती। एक दिन इन्होंने लड़कियों के जिस्म पर ड्रग्स रखकर नशा किया। वो तस्वीरें इनकी गर्लफ्रेंड ने मुझे भेज दीं। इन्होंने मेरा फोन भी तोड़ दिया और मेरे साथ बहुत हिंसा की। शादी के बाद मेरे पहले बर्थडे पर भी वे अपनी गर्लफ्रेंड के साथ थे। मुझे इसका पता चला तो फिर मेरी जमकर पिटाई की गई। वे सिर्फ जबरदस्ती फिजिकल होने के लिए मेरे साथ होते। अगर मै विरोध करती तो फिर मेरे साथ हिंसा की जाती थी। इस मामले में मुझसे कहा जाता कि उसे जो करना है, वो करेगा। मुझे ही सहना होगा, बर्दाश्त करना होगा। रात भर मैं प्रताड़ित होती और दिन भर घर का काम संभालती। इस मामले में सब शामिल हैं। जब मुझे लगा कि अब मैं यहां जिंदा नहीं रह पाऊंगी या मेरे पति ही मुझे मार देंगे तो मैंने बहुत हिम्मत करके अपने भाई को ससुराल बुलाया और उसके साथ अपनी डिग्री और दस्तावेज लेकर उस घर से हमेशा के लिए निकल गईं। अब मैं दिल्ली में नौकरी कर रही हूं। मेरा तलाक का मुकदमा चल रहा है, लेकिन वो एक बार भी अदालत नहीं आए हैं। अब वो कहते हैं कि तुम्हें हमारी ताकत का अंदाजा नहीं है। मैरे द्वारा पुलिस से शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। मैंने पार्टी के बड़े नेताओं को संदेश किए और अपने मामले की तरफ ध्यान खींचने की कोशिश की, लेकिन सबने नजरअंदाज कर दिया।
इनके खिलाफ शिकायत
नीतू ने 5 जनवरी 2022 को क्राइम अगेंस्ट वूमन सेल साउथ नई दिल्ली में प्रति मोनू, ससुर जालम सिंह, सास सुमन सिंह, केंद्रीय मंत्री व चाचा ससुर प्रहलाद पटेल और उनकी पत्नी पुष्पलता सिंह, ननद फलित सिंह और प्रहलाद के बेटे प्रबल सिंह के खिलाफ दहेज के लिए प्रताड़ित करने, शारीरिक- मानसिक प्रताड़ना और उसकी जिंदगी खतरे में डालने के आरोप लगाते हुए शिकायत की है।
मेरी फर्जी फेसबुक आईडी बना ली
पीड़िता द्वारा खुलास किया गया है है कि एंगेजमेंट से पहले तक मैं सोशल मीडिया पर नहीं थी। इन्होंने मेरी फेसबुक आईडी बनाई और अपने साथ मेरी तस्वीरें लगाईं। मुझसे कहा कि मैं कभी भी अकेले तस्वीर पोस्ट ना करूं। इसी बीच इनकी एक गर्लफ्रेंड ने फेसबुक मैसेंजर के जरिए मुझसे संपर्क कर भद्दी भाषा में न केवल बात की बल्कि ,कहा कि जिससे तेरी शादी हो रही है वो तुझे पत्नी नहीं मानता। वो मेरा है और मेरा ही रहेगा। इसके बाद उन्होंने मेरा फेसबुक भी बंद कर दिया। शादी के दस दिन बाद ये मुझे मायके छोड़ने के बाद अपनी गर्लफ्रेंड्स से मिलने के लिए भोपाल चले गए और इस बीच महज नाम के लिए ही बात हो पाती थी। इसकी वजह थी उनका अपनी गर्लफ्रेंड्स के साथ होने की वजह से मरे लिए उनके पास समय ही नहीं था। दोबारा ससुराल जाने पर मेरे पति पूरा दिन सोते, शाम को उठते, दफ्तर जाकर दारू पीते और लेट नाइट घर आते और सुबह तक जागते। इसकी वजह से मै सो नहीं पा रही थी। दरअसल रात में मुझे उनके साथ जागना पड़ता और दिन में परिवार के साथ। जब तक ये गहरी नींद में ना सो जाएं, मुझे झपकी लेने की भी परमिशन नहीं थी। इस वजह से मैं बीमार हो गई और मैं मानसिक अवसाद में आ गई।
कराना पड़ा लंबा इलाज
बीमार होने से मैं इतनी कमजोर हो गई थी कि मुझे सही से दिखना भी बंद हो गया था। जबलपुर के अस्पताल में मैं दस दिनों तक भर्ती रही । मेरी बैकबोन में इंजेक्शन दिया गया, इसकी वजह से मैं दो महीनों तक बैठ नहीं पाई। ये सब शादी के चार महीनों के भीतर हुआ। मुझे दिल्ली के एक साइकिएट्रिस्ट के पास ले जाया गया था, लेकिन उससे भी मैं अकेले बात नहीं कर पाई थी। ये बाहर से दूसरी लड़कियों के साथ फिजिकल होकर आते और फिर घर में मेरे साथ रिश्ते बनाते। इससे मुझे इंफेक्शन हो गया। डॉक्टर ने कहा कि अब मैं 6 महीनों तक कंसीव नहीं कर पाऊंगी। डर मेरे भीतर तक बैठ गया था। मैं अचानक सोकर उठ जाती थी। हमारे बीच संबंध सिर्फ शारीरिक थे। वो भी जबरदस्ती के। अपनी मर्दाना कमजोरी का गुस्सा वो मेरे जिस्म पर निकालते। मेरा फोन भी उन्होंने ले लिया था। कभी किसी का मैसेज आता तो वही जवाब देते। यही नहीं सास से भी बात कने पर वह मोनू का ही पक्ष लेंती। मैं कुछ भी बोलती तो वो मुझसे मारपीट करते और छोड़कर भोपाल अपनी गर्लफ्रेंड्स के पास चले जाते। घर में वो मुझे एक नौकर की तरह इस्तेमाल करते।बिच्छू डॉट कॉम