26 जनवरी को भारत के महान क्रांतिकारी टंट्या भील के जन्मदिवस पर विश्व की सबसे बड़ी आकृति इंदौर के अटल बिहारी वाजपई कॉलेज में बनाई गई । विश्व की सबसे बड़ी आकृति ब्लैक स्टोन से बनाने में 3 दिन का समय लगा और लगभग 10 कार्यकर्ताओं के साथ संगीता चौहान के द्वारा यह आकृति तैयार की गई ।
युवा संस्कृतिक क्लब के साथी अरुण बडोले ने बताया कि क्रांति सूर्य धरती आबा टंट्या भील की यह विश्व की सबसे बड़ी आकृति है। हमारा उद्देश्य देश के महान क्रांतिकारी टंट्या भील का बलिदान समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने का है ताकि उन्हें लोग जाने समझे। वह मालवा निर्माण के ऐसे क्रांतिकारी थे। जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ सशक्त संघर्ष कर देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व निछावर कर दिया। आज युवा वर्ग उनको भूलता जा रहा है। उनको याद करने के लिए उनके जन्मदिवस पर है विश्व रिकॉर्ड बनाया गया है। संगीता चौहान, दीक्षा उयीके, राना जैसे साथियों का विशेष योगदान रहा ।इसमें इंदौर शहर के जाने-माने समाज सेवी छात्र, युवाओं ने असंभव मदद कर काम को सफल बनाया है।