जयपुर: राजस्थान के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी अब नया दांव खेलने जा रही है। इसके तहत गहलोत सरकार बिहार की तरह राजस्थान में भी जातिगत गणना करवाएगी। इस गणना के पीछे का मुख्य उद्देश्य कांग्रेस की जातिगत समीकरणों को लेकर रणनीति तैयार करना हैं। इसको लेकर कांग्रेस की कोर कमेटी के बैठक हुई। इस बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, सीएम अशोक गहलोत, कांग्रेस पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, हरीश चौधरी समेत कमेटी के सदस्यों ने हिस्सा लिया।
राहुल गांधी के कॉन्सेप्ट पर कार्य करेगी गहलोत सरकार
राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर कोर कमेटी की बैठक में कांग्रेस पार्टी की रणनीति तैयार की गई। इस दौरान कमेटी के सदस्यों ने कई बिंदुओं पर गहनता से विचार विमर्श किया। बैठक को लेकर सीएम अशोक गहलोत ने बताया कि कोर कमेटी की बैठक काफी अच्छे ढंग से चली। बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी चुनाव में राहुल गांधी के कॉन्सेप्ट को लेकर रणनीति तैयार कर रही है। राहुल गांधी ने बार-बार जनसंख्या के आधार पर भागीदारी हो। इस बात पर जोर दिया। इसी को ध्यान में रखते हुए रायपुर महाअधिवेशन में जो प्रस्ताव पारित हुआ था। उसको आधार बनाते भी राजस्थान सरकार भी बिहार की तरह जातिगत गणना करवाएगी।
कांग्रेस ने नया नारा दिया ‘काम किया दिल से, कांग्रेस फिर से’
कोर कमेटी की बैठक में जातिगत गणना को लेकर गहलोत सरकार ने फैसला लिया। इसके अलावा पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कांग्रेस पार्टी का एक नया नारा दिया है। जिसमें ‘काम किया दिल से, कांग्रेस फिर से’, इस दौरान डोटासरा ने कहा कि हमारी सरकार ने देश की सबसे शानदार योजनाएं लागू की, जिसकी हर जगह चर्चा है। लोगों को कल्याणकारी योजनाओं से बहुत राहत मिली है। यह काम हमने दिल से किया है इसलिए हमारे अभियान का नाम भी यही होगा। उन्होंने कहा कि हमारा कैंपेन हर बूथवार चलेगा।
राजस्थान में कांग्रेस की 6 बाद बड़ी सभाएं होने के संकेत
राजस्थान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और BJP के केंद्रीय नेताओं की लगातार सभाओं के बाद अब कांग्रेस भी एक्टिव होने वाली है। इसको लेकर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने खुलासा करते हुए कहा कि राजस्थान में अब जल्दी ही कांग्रेस की 6 बड़ी सभाएं होंगी। जिनमें कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शामिल होंगी। इन सभाओं के माध्यम से कांग्रेस एक बार फिर राज्य में अपने माहौल को मजबूत करने का प्रयास करेगी। बता दें कि राजस्थान में बीजेपी के केंद्रीय नेताओं की लगातार सक्रियता को देखते हुए कांग्रेस ने भी यह निर्णय लिया है।
जातिगत गणना के पीछे कांग्रेस पार्टी के मायने
राजस्थान में गहलोत सरकार की ओर से बिहार की तर्ज पर जातिगत गणना करवाने का निर्णय लिया है। इसके पीछे कांग्रेस चुनावों में जातिगत गणना से अपनी राजनीतिक समीकरणों को फिट बैठाने की कोशिश में रहेगी। इस जातिगत गणना को लेकर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के कई बयान सामने आ रहे है। छत्तीसगढ़ में भी प्रियंका गांधी ने यह बात दोहराई कि अगर कांग्रेस पार्टी फिर से छत्तीसगढ़ में सत्ता में आती है तो बिहार में किए गए जातिगत सर्वेक्षण की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी जातिगत गणना करवाई जाएगी।