इंदौर में आयोजित कवि कुमार विश्वास की राम कथा के लाखों रुपये के बकाया टैक्स को लेकर राजनीति गरमा गई है। नगर निगम के दोहरे मापदंड को लेकर कांग्रेस नेता अब सवाल उठा रहे है। उनका कहना है कि नगर पालिक निगम के नियम सबके लिए एक समान है। उसे व्यक्ति देखकर नहीं बदला जा सकता है। कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने कहा कि राम कथा को इंदौर में बेचा जा रहा था तो सनातनी चुप क्यों बैठे थे।

कथा के नाम पर दो से पांच हजार रुपये में कुर्सियां बेचना और फिर उसका टैक्स न चुकाना, उचित नहीं है। नगर निगम का दोहरा ठीक नहीं है। हनी सिंह के शो का टैक्स नहीं मिलने पर निगम ने महंगे उपकरण जब्त कर लिए थे, लेकिन कुमार विश्वास के आयोजन का टैक्स नहीं लिया गया।कांग्रेस प्रवक्ता अमित चौरसिया ने कहा कि नगर निगम को एक ही तरह के शो को लेकर पक्षपात नहीं करना चाहिए। कथा के बहाने टैक्स चोरी करने का अधिकार किसी को नहीं है। यदि आयोजन को देखने के बदले राशि ली जा रही है तो फिर उसका टैक्स बनता है।
आपको बता दे कि इंदौर में दो दिन चली इस कथा में दो से पांच हजार रुपये तक के टिकट बेचे गए। कथा को सुनने हजारों लोग जुटे,लेकिन इस आयोजन को लेकर नगर निगम ने टैक्स के मामले में चुप्पी साधी। हनी सिंह ने तय टिकट बिक्री के हिसाब से टैक्स नहीं जमा किया तो तीन ट्रक महंगे उपकरण जब्त किए गए थे और मामला कोर्ट तक पहुंचा था।
पक्षपात नहीं करना चाहिए
कांग्रेस प्रवक्ता अमित चौरसिया ने कहा कि नगर निगम को एक ही तरह के शो को लेकर पक्षपात नहीं करना चाहिए। कथा के बहाने टैक्स चोरी करने का अधिकार किसी को नहीं है। यदि आयोजन को देखने के बदले राशि ली जा रही है तो फिर उसका टैक्स बनता है।
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