14 दिनों से जिस ‘खेला’ की चर्चा पूरे देश में थी, वह वास्तव में उलटा पड़ गया। बिहार की नीतीश कुमार सरकार के पास 128 विधायक थे और जब बहुमत परीक्षण हुआ तो इनकी संख्या 130 हो गई। विपक्ष पहले ही स्पीकर अविश्वास प्रस्ताव में हार गया था।
बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार को स्पष्ट तौर पर बहुमत मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में जमकर जश्न मना। भाजपा महिला मोर्चा की नेत्रियों और कार्यकर्ताओं ने अबीर-गुलाल लगाकर एक-दूसरे को बधाई दी और ढाेल-नगाड़े बजाकर जीत का जश्न मनाया। महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष को राज्यसभा की उम्मीदवारी मिलने के कारण भी खुशी थी, लेकिन बहुमत हासिल करने में खेला की आशंका के कारण यह सब रुका हुआ था। महिला नेत्रियों ने कहा कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में जनादेश के तहत भाजपा ने सीएम नीतीश कुमार के साथ सरकार बनाई थी। उसी सरकार की वापसी हुई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आग्रह के बाद सदन में वोटिंग कराई गई। सत्ता पक्ष के समर्थन में 130 वोट पर पड़े। राजद समेत महागठबंधन ने वॉकआउट का रास्ता अपनाया। इस तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फ्लोर टेस्ट में पास हो गए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि खरीदने की कोशिश हुई, लेकिन या कोशिश सफल नहीं हो पाई। सरकार के पास पहले 128 विधायक थे।
विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के वक्त जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संबोधन देने के लिए खड़े हुए तो राजद विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुस्सा गए और उन्होंने कहा यह लोग मुझे बोलने देना नहीं चाहते हैं आप वोट करवाइए। इसके बाद तेजस्वी यादव अपने विधायकों के साथ सदन से वॉक आउट कर गए।
सदन से बाहर निकले कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खां ने कहा कि ऐसा भी मौका आता है, जब जीत में भी हार दिखती है। आप जीत तो गए हैं, लेकिन आपकी निगाहें शर्म से झुकी हैं। एनडीए सरकार केवल विरोधाभास से भरी हुई है। भाजपा के इतिहास के बारे में तो नीतीश कुमार ने कई बार कहा है कि यह देश बदल देंगे। लेकिन, आप हमेशा बदलते रहे हैं, आपको इतिहास आपको याद रखेगा।
तेजस्वी यादव ने जदयू खेमे में गए तीन विधायकों को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रह्लाद जी आप इतने साल राजद के साथ रहे मैं आपका धन्यवाद देता हूं। चेतन आनंद मेने छोटे भाई समान हैं। जब कोई दल इन्हें टिकट नहीं दे रहा तब राजद ने इन्हें टिकट दिया और विधायक चुने गए। हमने इन्हें इनके पिता में गुण पर नहीं बल्कि इनके गुण के आधार पर साथ लाया था। नीलम जी आप महिला हैं हम आपका सम्मान करते हैं। जो भी बातें हुई हैं, अगर नहीं पूरा होता है तो हमें याद कीजिएगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि ओल्ड पेंशन नीति लागू करवाइए। सम्राट चौधरी से उन्होंने कहा कि आप इसे लागू करवाइए हम क्रेडिट आपको देंगे। यह कहते हुए तेजस्वी याद सदन से निकल गए।