नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से आठवीं बार देश को संबोधित किया. पीएम मोदी का आज का भाषण 88 मिनट तक चला. 1947 के बाद से 15 अगस्त का यह चौथा सबसे लंबा भाषण था. इससे पहले के तीन भाषण भी पीएम मोदी ने ही दिए है. 2015 को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी पीएम मोदी के भाषण की अवधि आज के ही समान थी.
एक गणना में यह बात सामने आई है कि प्रधानमंत्री मोदी के लाल किले में दिए जाने वाले भाषणों की औसतन अवधि 82 मिनट रहती है जबकि वहीं पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के भाषणों का औसतन समय 41.7 मिनट रहा.
2016 में सबसे लंबा भाषण
पीएम मोदी ने पहला स्वतंत्रता दिवस भाषण 2014 में दिया था जो कि 65 मिनट तक चला था. वहीं अगर उनके सबसे छोटे भाषण की बात करें तो वह उनका 2017 का भाषण था जब उन्होंने भाषण के लिए एक घंटे से कम का समय लिया था. उन्होंने सबसे लंबा भाषण 2016 में दिया था. इसके लिए उन्होंने 90 मिनट लिए थे.विज्ञापन
2015 से पहले जवाहर लाल नेहरू के नाम था रिकॉर्ड
अगर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्वतंत्रता दिवस के भाषणों की बात करें तो उन्होंने 2002 और 2003 में लाल किले से भाषण दिया था. पहली बार उन्होंने 25 मिनट तक जनता को संबोधितक किया जबकि वहीं 2003 में उनके भाषण की अवधि 30 मिनट रही. 2015 तक अगर किसी भारतीय पीएम द्वारा दिए गए भाषण की बात करें तो वह देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के नाम था. उन्होंने 1947 में 72 मिनट तक बात की थी.
देश की क्षमताओं का पूरा उपयोग करना होगा
आजादी के 75वें वर्ष में अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने अगले दो वर्षों के लिए सरकार के रोडमैप को जनता के सामने रखा और लोगों से आजादी के अमृत महोत्सव में भाग लेने का आह्वान किया. एक बार फिर उन्होंने लाल किले से अपनी सरकार के कार्यकाल में सबका साथ सबका विकास की बात को दोहराई. उन्होंने कहा क् 21वीं सदी में भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए देश की क्षमताओं का पूरी तरह से उपयोग करना होगा.