किसान संगठनों के 13 फरवरी को दिल्ली कूच का ऐलान के बाद सरकार ने किसान संगठनों को आगामी 12 फरवरी को एक तरफ चंडीगढ़ में बातचीत के लिए बुलाया है तो वहीं दूसरी तरफ बैठक में शामिल होने जा रहे अलग-अलग राज्यों के किसान नेताओं को हिरासत में लिया जा रहा है। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के किसान नेता शिवकुमार शर्मा कक्काजी को भी रविवार को भोपाल पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
शिवकुमार शर्मा कक्काजी को पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ की भी तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। मजदूर महासंघ का कहना है कि एक तरफ तो देश के किसानों की मांगों को लेकर केंद्र सरकार संयुक्त किसान मोर्चा के गैर राजनीतिक के सदस्यों से बात करने का दावा कर रहा है। इसके लिए 12 फरवरी को चंडीगढ़ में शाम 5 बजे किसानों के साथ बैठक बुलाई गई है तो वहीं दूसरी तरफ सरकार इस तरह तानाशाह रवैया अपनाते हुए किसान नेताओं के परिवारों, उनके बच्चों. और माता पिता को परेशान किया जा रहा है। उन्हें बेवजह घरों से उठाया जा रहा है। एक तरफ बातचीत के दावे करना और दूसरी तरफ ऐसा तानाशाह रवैया दिखाना ये दोनों चीजें एक साथ नहीं हो सकतीं।
राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने कड़े शब्दों में कहा कि सरकार को इसे गंभीरता से लेना होगा। केन्द्र सरकार को सभी भाजपा शासित राज्यों से इसपर बात करने को कहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र को राज्यों से बात करनी होगी कि किसान नेताओं के घर से अगर उनके परिवार के किसी सदस्य को परेशान किया जाता है तो संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक ये समझेगा कि सरकार की मंशा किसानों के प्रति ठीक नहीं है। इसके नतीजे बड़े आंदोलन के रूप में सामने आएंगे।
किसान संगठनों और सरकार के बीच 12 फरवरी को दूसरे दौर की बैठक
बता दें कि किसान संगठनों का एक प्रतिनिधिमंडल 12 फरवरी को चंडीगढ़ सेक्टर 26 स्थित महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में केंद्र सरकार के साथ दूसरे दौर की वार्ता करेगा। किसानों और सरकार के बीच पहले दौर की वार्ता 8 फरवरी को यहीं हुई थी। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय दूसरे दौर की बैठक में सरकार की आरे से शामिल होंगे।
13 फरवरी को दिल्ली कूच का ऐलान
बता दें कि हरियाणा और पंजाब के किसान संगठनों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने समेत अन्य मांगों को लेकर 13 फरवरी को दिल्ली कूच का ऐलान किया है। इसे लेकर हरियाणा पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लोगों से कहा गया है कि वे 13 फरवरी को राज्य के मुख्य मार्ग का उपयोग अति आवश्यक स्थिति में ही करें। हरियाणा से पंजाब की ओर जाने वाले सभी मुख्य मार्गों पर यातायात बाधित रहने की संभावना है। ऐसे में हरियाणा पुलिस ने लोगों से अपील है कि वे बहुत जरूरी होने पर ही पंजाब की ओर यात्रा करें।
हरियाणा के 8 जिलों में 11 से 13 फरवरी तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद
हरियाणा गृह विभाग ने शनिवार देर शाम एक आदेश जारी करते हुए अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा और पुलिस जिला डबवाली में 11 फरवरी सुबह 6 बजे से लेकर 13 फरवरी रात 12 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, बल्क एसएमएस और डोंगल सर्विस ठप रहेंगी. पर्सनल एसएमएस, बैंकिंग एसएमएस, ब्रॉडबैंड व लीज लाइंस पहले की तरह चलती रहेंगी। पैदल या ट्रैक्टर-ट्रालियों व अन्य वाहनों के साथ जलूस निकालने, प्रदर्शन करने, मार्च करने, लाठी, डंडा या हथियार लेकर चलने पर प्रतिबंध लागू किया है। हरियाणा और पंजाब के करीब 23 किसान संगठनों का कहना है कि सरकार जब तक उनकी मांगों को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।