वरिष्ठ नेता और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माक्सर्वादी) के महासचिव सीताराम येचुरी के निधन के बाद राजनेताओ ने शोक व्यक्त किया है। गुरुवार को राहुल गांधी समेत कई राजनेताओं ने सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि दी। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सीताराम येचुरी के निधन पर शोक जताया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया कि वह देश की गहरी समझ रखने वाले और भारत के विचार के रक्षक थे। सीताराम येचुरी जी एक मित्र थे। मैं हमारे बीच होने वाली लंबी चर्चाओं को याद करूंगा। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार, दोस्तों और समर्थकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने एक्स पर लिखा कि सीताराम येचुरी का निधन हम सभी के लिए एक गहरी क्षति है। हमारे देश के प्रति उनकी वर्षों की सेवा और समर्पण सम्मान के योग्य है।
आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने लिखा कि अनुभवी सीपीआई-एम नेता सीताराम येचुरी के निधन पर गहरा दुख हुआ। वह भारतीय राजनीति की सबसे सम्मानित आवाज़ों में से एक दिग्गज व्यक्ति थे। वह मुद्दों पर अपनी बौद्धिक सोच और जमीनी स्तर पर लोगों से जुड़ाव के लिए जाने जाते थे। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ उनकी गहन बहसों ने उन्हें अपनी पार्टी से परे भी पहचान दिलाई। उनके परिवार, साथियों और अनुयायियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। उसकी आत्मा को शांति मिले।
कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने भी सीपीआई नेता सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने एक्स पर लिखा कि सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी के निधन से गहरा दुख हुआ। वह एक अच्छे इंसान और बहुभाषी विद्वान थे। उन्होंने अपने ज्ञान, बुद्धि और अटूट दृढ़ विश्वास से सार्वजनिक जीवन को समृद्ध किया। उन्होंने यूपीए-एक सरकार को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और न्यूनतम साझा कार्यक्रमों का मसौदा तैयार करने का नेतृत्व किया। इसने महत्वपूर्ण मुद्दों पर भारत के नीतिगत दृष्टिकोण को बदल दिया।
सिद्धारमैया ने लिखा कि इंडिया गठबंधन बनाने में उनकी भूमिका और राज्यसभा में उनके प्रभावशाली हस्तक्षेप ने उन्हें पूरे राजनीतिक क्षेत्र में सम्मान दिलाया। 2023 में मेरे शपथ ग्रहण समारोह में उनकी उपस्थिति एक यादगार स्मृति है। उनके परिवार और साथियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। उनकी विरासत पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि सीताराम येचुरी जी ने देश की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी कमी सभी को महसूस होगी। वह अपनी विचारधाराओं के प्रति दृढ़ थे लेकिन उन्होंने कभी किसी के बारे में बुरा नहीं बोला। वह एक महान वक्ता, सांसद और एक महान व्यक्ति थे।
पूर्व कांग्रेस नेता और डेमोक्रेटिक प्रगतिशील आज़ाद पार्टी के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने भी सीपीआई के महासचिव सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने एक्स पर लिखा कि लंबी बीमारी के बाद अनुभवी सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर बहस के दौरान वाकपटु, विद्वान और मिलनसार नेता की कमी खलेगी। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवार, दोस्तों और अनुयायियों के साथ हैं।
तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि सीपीआई (एम) के महासचिव कॉमरेड सीताराम येचुरी के निधन से गहरा दुख हुआ है। हाशिए पर मौजूद लोगों को सशक्त बनाने और फासीवादी ताकतों से लड़ने की उनकी आजीवन प्रतिबद्धता ने समाज में गहरा प्रभाव डाला। उन्होंने डीएमके और हमारे माननीय मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के साथ मिलकर काम किया। उन्होंने संवैधानिक मूल्यों और लोकतंत्र को बनाए रखा। सीपीआई (एम) कैडरों और उनके परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। उनका निधन प्रगतिशील राजनीति और वामपंथी विचारधारा के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी सीताराम येचुरी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि प्रिय मित्र सीताराम येचुरी के निधन के बारे में सुनकर गहरा दुख और सदमा लगा। हमने एक महान राजनेता, एक समर्पित सांसद और एक उल्लेखनीय इंसान खो दिया है। उनका निधन राष्ट्रीय राजनीति के लिए एक जबरदस्त क्षति है। उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।