-सुसंस्कृति परिहार
आजकल पूजा खेड़कर के फर्जीवाड़ा की चर्चा हर पढ़ें लिखे व्यक्ति की जुबान पर है खासतौर पर ओबीसी और विकलांग कोटे के अभ्यर्थी सिर घुन रहे हैं जिनके हक छीनने का एक मामला पकड़ में आया है।पता नहीं कब से ये खेल चल रहा है और इसने कितने लोगों की जगहों पर कब्ज़ा किया होगा। बहरहाल पूजा खेड़कर की ही जानकारी ली जाए।
पूजा खेडकर, एक प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी हैं जिन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर 821वीं रैंक हासिल की है। उन पर अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है।
: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने शुक्रवार को आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के खिलाफ अपना नाम, अपने पिता और माता का नाम, अपनी फोटो/हस्ताक्षर, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर और जन्मतिथि आदि बदलकर अपनी पहचान बदल ली।इन पर धोखाधड़ी करने के आरोप में आपराधिक कार्रवाई शुरू की गई है।यूपीएससी की शिकायत पर दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने भी पूजा खेडकर के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी, आईटी एक्ट और विकलांगता एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। यूपीएससी ने पूजा खेडकर की सिविल सेवा परीक्षा 2022 की उम्मीदवारी रद्द करने/भविष्य की परीक्षाओं/चयन से रोक लगाने के लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। यूपीएससी ने यह भी कहा कि पूजा ने पहचान छिपाकर तय सीमा से ज़्यादा बार परीक्षा दी।संघ लोक सेवा आयोग ने आईएएस पूजा खेडकर पर एफआईआर करने के साथ ही कारण बताओ यानी शो कॉज नोटिस भी जारी किया है। सिविल सर्विस परीक्षा के लिए बनाए गए नियमों के आधार पर ही उनके खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है सीएसई 2022 में उनका कैंडिडेचर रद्द किया जा रहा है और भविष्य में किसी भी प्रतियोगी परीक्षा या सरकारी नौकरी के लिए भी उन्हें अयोग्य घोषित करते हुए उन पर रोक लगाई जा रही है।
महाराष्ट्र कैडर की ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर पर लगे इल्जामों से हर कोई वाकिफ है, लेकिन उनके माता-पिता पर भी कम गंभीर आरोप नहीं हैं। जबकि पिता दिलीप खेडकर की तलाश में पुलिस लगातार जुटी हुई है. उनकी मां पर पिस्तौल से किसानों को डराने-धमकाने का आरोप है।उनके पिता पर किसानों की जमीन हड़पने जैसे संगीन इल्जाम हैं. इसकी जांच एसीबी कर रही है। पुणे पुलिस को दिलीप खेडकर की तलाश है। इसके लिए पुलिस ने तीन टीमें भी गठित कर दी हैं। अहमदनगर जाकर पड़ताल भी की है. लेकिन दिलीप गायब हैं. पूजा खेडकर भी अपनी मां के पिस्तौल वाले वीडियो पर खामोश हैं। खेडकर परिवार के तीनों सदस्यों पर अब प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है.
ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर पर महाराष्ट्र सरकार खामोश है। जो नीतिगत लापरवाही हुई और अब जो सवाल उठ रहे हैं, उस पर सियासी हलकों में शोर है. मुख्यमंत्री ने भी तमाम सवालों से किनारा कर लिया है. बात यहीं तक नहीं रुकती है. खुलासा ये भी हुआ है कि आईएएस मैडम के पास करोड़ों की संपत्ति है, जिसके जरिए उन्हें हर साल करीब 44 लाख रुपए की आमदनी होती है।
जब आजकल बिना परीक्षा के आईएएस पद संभाल रहे हैं जिनमें ओम बिड़ला लोकसभा अध्यक्ष की सुपुत्री भी शामिल हों तो परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा तो साधारण कर्म ही माना जाएगा। समझा जाता है मध्यप्रदेश के व्यापम में घोर अनियमिताओं, पटवारी परीक्षा के घनघोर घोटाले दफ़न किए गए तो राष्ट्रीय स्तर पर नीट जैसी परीक्षाओं में घोटालेबाजों ने करतब दिखा गया। पूजा खेड़कर यदि जिला कलेक्टर को अनाप शनाप नहीं बोलती तो सब कुछ दबा ही था बाद में सब कुछ उजागर हो गया।ये समझ से परे है और विचारणीय है कि ये तमाम अधिकारी तब कहां सो रहे थे जब इतनी महत्वपूर्ण आईएएस परीक्षा में पूजा ने तमाम ग़लत जानकारियां दी थीं।आंख बंद कर काम करने तमाम अधिकारी भी या तो इस मुहिम में शामिल रहे होंगे या मटरगश्ती कर रहे होंगे। यह भी विचार ज़रूरी है कि यह सब ऊपरी तौर पर चल रही भर्राशाही का प्रतिफल है। इन सब वजहों से प्रतिभाशाली लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।यदि ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले कल में होने वाली बड़ी तादाद में प्रतिभा पलायन निश्चित होगा जिसका दारोमदार फर्जीवाड़ा में माहिर हमारी सरकार का होगा।