नई गाइड लाइन जारी, केंद्रीय मूल्यांकन समिति की बैठक में मंजूरी के बाद मध्य प्रदेश के इंदौर में सबसे महंगी हुई प्रॉपर्टी, 111 कॉलोनियों को भी गाइड लाइन में किया शामिल, 261% तक बढ़े प्रॉपर्टी के रेट…जिले में 469 लोकेशनों पर संपत्तियों की गाइड लाइन बढ़ाने के प्रस्ताव को केंद्रीय मूल्यांकन समिति ने मंजूरी दे दी है। इससे 5 से लेकर 261 फीसदी तक बढ़ी कीमतों पर संपत्ति मिलेगी। 111 नई कॉलोनियों को भी गाइड लाइन में शामिल किया गया है। देखा जाए तो गाइड लाइन में कुल 580 लोकेशनों पर असर दिखेगा।
यह पहला मौका है, जब साल में दूसरी बार गाइड लाइन में बढ़ोतरी की गई। अप्रेल 2024 में 2351 लोकेशनों पर वृद्धि हुई थी। बुधवार को भोपाल में केंद्रीय मूल्यांकन समिति की बैठक हुई, जिसमें इंदौर जिला मूल्यांकन समिति के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
12 लोकेशन ऐसी जहां 100 फीसदी तक बढ़े रेट
12 लोकेशन ऐसी हैं, जहां 100 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। सात माह में दूसरी बार गाइड लाइन बढ़ाने के प्रस्ताव पर 26 लोगों ने आपत्तियां और दावे पेश किए थे। वरिष्ठ जिला पंजीयक दीपक कुमार शर्मा, अमरेश नायडू, सीपी मिश्रा सहित अन्य पंजीयकों ने निराकरण किया। इनमें से 8 को मान्य किया गया, जिसमें 6 नई कॉलोनियों को गाइड लाइन में शामिल करने के लिए थीं।
दो में बढ़ाई गई गाइड लाइन को कम किया गया था। बड़ी बात यह है कि जिला मूल्यांकन समिति के प्रस्ताव को शत-प्रतिशत मंजूरी मिली है, जबकि पिछले प्रस्ताव में बढ़ोतरी का जितना प्रस्ताव किया था, उससे कम को स्वीकार किया था।
रेडीमेड कॉम्प्लेक्स में 261 फीसदी की वृद्धि
सात माह में दूसरी बार संपत्तियों की गाइड लाइन 469 लोकेशनों पर बढ़ाई जा रही है। इसमें सबसे ज्यादा कीमत रेडीमेड कॉम्प्लेक्स की बढ़ रही है। 261 फीसदी की वृद्धि कर गाइड लाइन 6500 की कर दी गई है। इसके अलावा 12 स्थानों पर कीमत दोगुना कर दी गई।
यहां जानें सात महीने में ही क्यों आ गई नई गाइड लाइन
इधर, मंजूरी के बाद प्रस्ताव शासन को जाएगा, जहां से स्वीकृति मिलते ही नई दर पर अमल हो जाएगा। इंदौर के रियल स्टेट कारोबार में खासी तेजी और कीमतों के बढऩे का असर रजिस्ट्रियों पर भी आ रहा है। इस बदलाव को एआइ ने पकड़ लिया। पिछले दिनों रजिस्ट्रार विभाग ने जब सूची निकाली तो खुलासा हुआ कि 469 स्थानों पर गाइड लाइन से अधिक कीमत पर लगातार रजिस्ट्री हो रही है यानी बाजार कीमत और गाइड लाइन में काफी अंतर है। इसके चलते सात माह में ही नई गाइड लाइन प्रस्तावित की गई।
जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में बढ़ोतरी के साथ 105 नई कॉलोनियों को भी शामिल करने का प्रस्ताव रखा गया। मंजूरी के बाद दावे-आपत्तियां बुलाई गईं, जिनमें 6 नई लोकेशन ओर जोडऩे के आवेदन आ गए।
इंदौर में 5154 से बढ़कर 5265 हो गई लोकेशन्स
इंदौर जिले में अब तक 5154 लोकेशन थी, जो बढ़कर 5265 हो गई हैं। 111 नई लोकेशन की एंट्री हुई है। मार्च 2024 में 2351 लोकेशन पर बढ़ोतरी हुई थी तो अब 469 पर हो गई। इस साल कुल 2820 लोकेशन पर बढ़ाई गई। इंदौर से उज्जैन के बीच जमीन की कीमतों में बढोतरी हुई है।
एमपी के 52 जिलों में महंगी हुई प्रॉपर्टी, सबसे महंगा इंदौर
प्रदेश के 52 जिलों में प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री में कलेक्टर गाइडलाइन के नए रेट को मंजूरी मिल गई। जिलों से मिली लोकेशंस में से करीब 3 प्रतिशत पर 0.94% की बढ़ोतरी की है।
जिलों से मिली लोकेशंस में से करीब 3 प्रतिशत पर 0.94% की बढ़ोतरी की है। महानिरीक्षक पंजीयन की अध्यक्षता में बुधवार को केंद्रीय मूल्यांकन बोर्ड की बैठक में इस पर मुहर लगी। बोर्ड ने नई दरों को वित्त वर्ष 2024-25 की शेष अवधि के लिए अनुमोदित किया है। ये दरें कब से लागू होंगी यह तय नहीं हुआ।
शासन की अनुमति के बाद नई दरें लागू होंगी। उपचुनाव की आचार संहिता के चलते श्योपुर और सीहोर जिलों की गाइडलाइन अभी रोकी है। जनप्रतिनिधियों की आपत्तियों के बाद भोपाल जिले की गाइडलाइन को जिला मूल्यांकन समिति के पास पुनर्विचार को भेजा है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि साल में दूसरी बार कलेक्टर गाइडलाइन में संशोधन कर रेट बढ़ाए जा रहे हैं।
इंदौर जिले में सबसे ज्यादा 3% की बढ़ोतरी
इंदौर जिले में सबसे ज्यादा 3 प्रतिशत रेट बढ़ाने को मंजूरी दी है। यहां लगभग 9 प्रतिशत लोकेशन के रेट बढ़ाए हैं। ग्वालियर में 2 प्रतिशत, जबलपुर में 2.4 प्रतिशत रेट बढ़ाने का अनुमोदन किया है।
1.12 लाख लोकेशंस पर रेट बढ़ाने के प्रस्ताव मिले
केंद्रीय मूल्यांकन बोर्ड को जिला कलेक्टर्स से 1.12 लाख लोकेशंस पर रेट बढ़ाने के प्रस्ताव मिले। इनमें से 3360 लोकेशन पर ही रेट बढ़ाए हैं। अधिकारियों के अनुसार वर्ष 2024-25 की शेष अवधि के लिए गाइडलाइन तैयार करते समय ऐसी सभी लोकेशन जहां गाइडलाइन दरें वास्तविक दरों से काफी कम थी और जहां गाइडलाइन मूल्य से ज्यादा पर रजिस्ट्री हो रही थी, उनका विश्लेषण किया। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की भी मदद ली।
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