कर्नाटक में जैन आचार्य काम कुमार नंदी महाराज की हत्या का विरोध गुरुवार को इंदौर में भी देखने को मिला। सकल जैन धर्मालंबियों के आह्वान पर इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन के सभी जैन समाजजन ने अपने प्रतिष्ठान बंद रख विरोध दर्ज कराया। आक्रोशित समाजजनों ने इस प्रकरण का फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने और संतो और तीर्थ स्थानों की रक्षा के लिए कानून बनाने की मांग की।
एसोसिएशन अध्यक्ष जैन ने कहा कि हम महावीर के अनुयायी हैं। हमारे संत, समाज नहीं बल्कि समस्त मानव जाति के कल्याणक है। जैन आचार्य की हत्या से सरकार का दिल नहीं पसीजना निंदनीय है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार को तुरंत हस्तक्षेप कर हत्यारों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करते हुए पूरे मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाना चाहिए। जैन धर्म के लोगों के लिए यह घटना असहनीय है। जैन समाज कभी कटोरा लेकर भीख मांगने वाला नहीं है वह भारत का सबसे बड़ा टैक्स अदा करने वाला समाज है। उन्होंने कहा कि सरकार को खुली चेतावनी है कि अब हमारे साधु-साध्वी, संतो और पवित्र तीर्थ स्थलों पर कोई प्रहार की साजिश होगी तो जैन समाज अपने कोष से एक रुपया सरकार को नहीं देगा।
गुरुवार को आक्रोशित कारोबारियों ने अपना प्रतिष्ठान बंद कर विरोध जताया। शासन जागा नहीं हुआ तो हम असहयोग आंदोलन की झड़ी लगा देंगे। आज के प्रदर्शन में राजेश जैन गीतांजली, अंशुल मांडलिक, रुपेश बोहरा, गौरव जैन, अभिषेक डोसी, मनोज जैन मिलन, अभिषेक नाहर, मुकेश पटवा, विशाल सोगानी, सिद्धांत बोडाना, हेमंत डोसी, प्रमोद सोगानी, सतीश आंचलिया सहित अनेक जैन कारोबारियों ने मार्केट क्षेत्र में घूमकर बंद को सफल बनाया।