भूपेश बघेल सरकार ने किया छत्तीसगढ़ के होनहारों के सपनों का सौदा*
*क्या भूपेश बघेल परिवार के खास रहे अश्विनी मिश्रा ने पीएससी घोटाले के कारण की है आत्महत्या?*
*सुसाइड नोट में अश्विनी मिश्रा ने भूपेश बघेल के ओएसडी अरुण मरकाम और सौम्या चौरसिया का लिया नाम*
*विजया पाठक,
छत्तीसगढ़ के पीएससी घोटाले की गूंज अब पूरे देश में सुनाई दे रही है। पीएससी 2021 के परीक्षा परिणाम आने के बाद इस पूरे घोटाले की पोल खोल दी है। इस परीक्षा में एक दो नहीं बल्कि 18 पदों पर हुई नियुक्ति संदेह के घेरे में हैं। जिसमें सबसे प्रमुख नाम तो पीएससी के चैयरमेन तामन सिंह सोनवानी के परिवार और रिश्तेदार के 05 लोगों की नियुक्ति को लेकर है। वहीं कांग्रेस के नेताओं के परिवार वाले और मुख्यमंत्री के खास अधिकारियों के परिवार वालों की नियुक्ति भी है। मामला उजागर होने के बाद छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने अगले आदेश तक सभी नियुक्तियों को स्थिगित कर दिया है। नियुक्तियों में सरनेम छिपाने तक का फर्जीवाड़ा किया गया है। वहीं पीएससी घोटाले पर हाईकोर्ट की ओर से सरकार को कड़ी फटकार मिली है। साथ में यह भी सिद्ध हो गया कि अब राज्य में हर स्तर पर भ्रष्टाचार ने अपनी जड़ें जकड़ ली हैं। बड़ी बात यह है कि क्या छत्तीसगढ़ पीएससी घोटाला के तार मुख्यमंत्री और उनके प्रमुखों से जुड़े हैं? इसका खुलासा भूपेश बघेल और उनके परिवार से पिछले 22 वर्षों से जुड़े अश्विनी मिश्रा की आत्महत्या ने सिद्ध कर दिया है। आपको बता दें कि 10 मई 2023 को अश्विनी मिश्रा ने कीटनाशक पिया था और 11 मई 2023 को जय मां अम्बे हॉस्पिटल देवपुरी में मृत्यु हो गई थी।
पीएससी भर्ती मामले में इस बार कुछ ज्यादा बड़ा बवाल मच गया। अफसरों व नेताओं के बच्चों का टॉप में आना चर्चा का विषय बना हुआ है। भाजपा के वरिष्ठ विधायक पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने भूपेश बघेल सरकार में हुई भर्तियों को लेकर कई बार बयान जारी कर अपना विरोध जताया था। भर्ती में पैसों का खेल किया गया। इस बात का भी जिक्र किया था। इस के साथ ही भाजपा विधायक ननकीराम कंवर ने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका भी लगाई थी। जिस पर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने अपनी नाराजगी भी व्यक्त की है। पीएससी घोटाले की सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की बेंच ने कड़े तेवर दिखाए। बहस की वायरल वीडियो में चीफ जस्टिस कहते सुनाई पड़ रहे हैं कि इन 18 लोगों की नियुक्ति रोक दी जाए। हालांकि, ये हाईकोर्ट का अधिकारिक आदेश नहीं है। बता दें कि पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर की याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई का जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह काफी गंभीर है। इसमें चीफ जस्टिस कहते सुनाई पड़ रहे हैं कि ये ठीक है कि बड़े पदों पर बैठे लोगों के बच्चे ही ऐसे पदों पर सलेक्ट हो सकते हैं। मगर ऐसा क्या संयोग कि पीएससी चेयरमैन और सेकेट्री के नजदीकी नाते-रिश्तेदारों का चयन हो जाए।
निश्चित ही यह बहुत बड़ा घोटाला है जिसके तार कहीं न कहीं मुख्यमंत्री हाउस से जुड़े हुए हैं क्योंकि इतना बड़ा और व्यापक घोटाला बगैर सीएम की जानकारी के नहीं हो सकता है। साथ ही सीएम की हरी झंडी मिलने पर इसे अंजाम दिया होगा। साथ पीएससी परिणामों में भ्रष्टाचार होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। नियुक्तियों की लिस्ट देखकर पता चलता है कि यह नियुक्तियां पीएससी के सबसे प्रमुख पदों पर धांधलियां हुई हैं। छोटे पदों पर होने वाली नियुक्तियां का तो अभी पता भी नहीं है। हो सकता है कि इन छोटे पदों पर भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार या भाई भतीजावाद चला होगा। पीएससी घोटाले की जांच भी जल्द केंद्रीय एजेंसियां अपने हाथ में लेगी।
*आत्महत्या करने वाले अश्विनी मिश्रा के सुसाइट नोट और आडियो क्लिप ने खोली भूपेश बघेल सरकार की पोल*
अश्विनी मिश्रा की अपने दोस्त के साथ हुई वार्तालाप की ऑडियो क्लिप और सुसाइड नोट से खुलासा होता है। स्व. अश्विनी मिश्रा के सुसाइड नोट में लिखा है कि “प्यारे बच्चो मैं इस घटिया राजनीति और हुक्मरानों के धोखे का शिकार हो गया हूं। आप दादा, अपनी मम्मी, चाचा और बुआ के साथ हिल मिलकर रहना। मैं दुखी हुआ। अति आत्मविश्वास और भरोसा करने के से आज माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी जिस तरह से छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए काम कर रहे हैं, उस पर कुछ अधिकारी पलीता लगा रहे हैं। लोगों का काम करना तो दूर झूठा आश्वासन देकर घुमा रहे हैं। मैं 23 साल से मुख्यमंत्री के परिवार का हिस्सा रहा। सन् 2000 से लेकर अब तक सेवा की। मगर उन्होंने मुझे न पद दिया, न सम्मान दिया। वह ब्राम्हणों के प्रति बहुत ईर्ष्या रखते हैं। मैंने नंदकुमार बघेल जी की अपना पिता तुल्य मानकर सेवा की, लेकिन उन्होंने मुझे केवल नौकर समझा। आज हर एक कार्यकर्ता की औकात नौकर की भांति हो गई है। मेरे बच्चों अपने दादा का ख्याल रखना। खूब पढ़ाई करना और अपनी मंजिल की ओर अग्रसर रहना। मैं तो इन अधिकारियों की गिरफ्त में फंस गया। लोगों को गुमराह करना अधिकारियों की फितरत बन गई है। कोई भी काम सी.एम. हाऊस से होगा। पर करेगा कौन, यह सवाल उठता है। अरूण मरकाम, सौम्या जी से लेकर तमाम अफसरों को कौन नही जानता। पर जुबान कोई नही खोलता। मेरी मौत के जिम्मेदार छत्तीसगढ़ सरकार के वे अधिकारी हैं, जिन्होंने मुझे अंत तक गुमराह किया। मैं अपनों की नजरों में न गिरू, इसलिए यह कदम सोच समझकर उठा रहा हूं। हे ईश्वर मुझे माफ करना, यह निर्णय मेरे लिए वज्रपात के समान है। छत्तीसगढ़ के उन तमाम कार्यकर्ताओं की उपेक्षा न हो, सरकार केवल चुनाव में उपयोग न करे। यही सद्बुद्धि सरकार को मिले, प्रार्थना है।
*किस-किस की नियुक्तियां संदेह के दायरे में*
· *छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष तामन सिंह सोनवानी के पुत्र के नाम (नीतेश) में सरनेम छुपाया गया। इसका सिलेक्शन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ है।*
· *छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष तामन सिंह सोनवानी के बड़े भाई के पुत्र का (साहिल) सरनेम छुपाया गया है। जिसका सिलेक्शन डीएसपी पद पर हुआ है।*
· *छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष तामन सिंह सोनवानी के पुत्र नीतेश की पत्नि निशा कौशले का सिलेक्शन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ है।*
· *छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष तामन सिंह सोनवानी के भाई की बहु दीपा अजगले आदिल जिला आबकारी अधिकारी के पद पर हुआ है।*
· *छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष तामन सिंह सोनवानी की बहिन की पुत्री सुनीता जोशी का लेवर अधिकारी के पद पर हुआ है।*
· *छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग के सचिव के पुत्र सुमित ध्रुव का सिलेक्शन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ है।*
· *राज्यपाल के सचिव अमृत खलखो की पुत्री Neha Xalxo का डिप्टी कलेक्टर के पद पर सिलेक्शन।*
· *राज्यपाल के सचिव अमृत खलखो के पुत्र Nikhil Xalxo का डिप्टी कलेक्टर के पद पर सिलेक्शन।*
· *बस्तर नक्सल आपरेशन के डीआईजी ध्रुव की पुत्री साक्षी ध्रुव डिप्टी कलेक्टर के पद पर सिलेक्शन।*
· *कांग्रेस नेता के ओएसडी के रिश्तेदार की पुत्री प्रज्ञा नायक का डिप्टी कलेक्टर के पद पर सिलेक्शन।*
· *कांग्रेस नेता के ओएसडी के रिश्तेदार की पुत्र प्रखर नायक का डिप्टी कलेक्टर के पद पर सिलेक्शन।*
· *वरिष्ठ कांग्रेस नेता की पुत्री अनन्या अग्रवाल का डिप्टी कलेक्टर के पद पर सिलेक्शन।*
· *वष्ठि कांग्रेस नेता सुधीर कटियार के दामाद शशांक गोयल का डिप्टी कलेक्टर के पद पर सिलेक्शन।*
· *वष्ठि कांग्रेस नेता सुधीर कटियार की पुत्री भूमिका कटियार का डिप्टी कलेक्टर के पद पर सिलेक्शन।*
· *कांग्रेस नेता के ओएसडी साहू भाई की पुत्री खुश्बू बिजावरा का डिप्टी कलेक्टर के पद पर सिलेक्शन।*
· *कांग्रेस नेता राजेन्द्र शुक्ला की पुत्री स्वर्णिम शुक्ला का डिप्टी कलेक्टर के पद पर सिलेक्शन।*
· *वरिष्ठ कांग्रेस नेता के पुत्र राजेन्द्र कुमार कौशिक का डिप्टी कलेक्टर के पद पर सिलेक्शन।*
· *गनवीर सिंह की पुत्री मीनाक्षी गनवीर का डिप्टी कलेक्टर के पद पर सिलेक्शन।*