मॉस्को। व्लादिमीर पुतिन ने रूस में हुए राष्ट्रपति चुनाव में बड़ी जीत हासिल की है, जिसके बाद पुतिन का पांचवी बार रूस का राष्ट्रपति बनना तय हो गया है। सोमवार को नतीजों की घोषणा होने के बाद पुतिन ने अपने पहले संबोधन में पश्चिमी देशों को धमकी देते हुए तीसरे विश्वयुद्ध की चेतावनी दे दी। उन्होंने कहा कि रूस और अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो गठबंधन में अगर संघर्ष हुआ तो इसका मतलब ये है कि यह दुनिया तीसरे विश्वयुद्ध से महज एक कदम दूर होगी और शायद ही कोई ऐसी परिस्थिति देखना चाहता है।
पुतिन का दावा- अभी भी नाटो के सैनिक यूक्रेन में मौजूद
साल 1962 के क्यूबा मिसाइल संकट के बाद से रूस और पश्चिमी देशों के संबंध सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने बीते महीने ही भविष्य में यूक्रेन में अपने सैनिकों को उतारने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया। इस बारे में जब पुतिन से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ‘आज के आधुनिक दौर में कुछ भी संभव है, लेकिन अगर ऐसा होता है तो तीसरा विश्वयुद्ध ज्यादा दूर नहीं है।’ पुतिन ने ये भी कहा कि ‘वैसे नाटो के सैनिक अभी भी यूक्रेन में मौजूद हैं। रूस को पता चला है कि युद्ध के मैदान में इंग्लिश और फ्रेंच भाषा बोलने वाले जवान भी मौजूद हैं। ये अच्छी बात नहीं है, खासकर उनके लिए क्योंकि वे बड़ी संख्या में यहां मर रहे हैं।
यूक्रेन युद्ध पर बातचीत के लिए तैयार रूस
पुतिन ने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण किया था। पुतिन ने यूक्रेन युद्ध पर कहा कि फ्रांस बातचीत में अहम भूमिका निभा सकता है क्योंकि अभी भी सबकुछ खत्म नहीं हुआ है। पुतिन ने कहा कि ‘मैंने पहले भी कहा है, और मैं अब भी कहता हूं कि हम बातचीत के लिए तैयार है और ये बातचीत सिर्फ इसलिए नहीं होगी क्योंकि दुश्मनों के पास गोला-बारूद खत्म हो चुका है। अगर वे सचमुच गंभीर हैं और शांति चाहते हैं तो उन्हें पड़ोसी देशों की तरह अच्छे संबंध बनाकर चलना होगा।’
अमेरिकी लोकतंत्र का उड़ाया मजाक
पुतिन ने अमेरिका और पश्चिमी देशों द्वारा रूस के चुनाव की आलोचना करने पर खुद अमेरिका के लोकतंत्र का मजाक उड़ाया और कहा कि ‘पूरी दुनिया उन (अमेरिका) पर हंस रही है, वहां क्या हो रहा है।’ पुतिन ने ट्रंप के खिलाफ पूरी स्टेट मशीनरी को लगाए जाने का भी आरोप लगाया। पुतिन के विरोधी माने जाने वाले एलेक्सी नवलनी की मौत पर पुतिन ने पहली बार उनके नाम का जिक्र किया और कहा कि अब वह मर चुके हैं और उनकी मौत पर दुख जताया। नवलनी की बीते दिनों ही रूस की जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। नवलनी को पुतिन का विरोधी माना जाता था। नवलनी की मौत के आरोप पुतिन पर ही लगे थे।