*असामाजिक तत्वों ने किसान को चाकू घोंपे,जीवन और मौत से चौइथराम हॉस्पिटल में संघर्ष कर रहा है घायल किसान*
*मंडी में 60 से अधिक सुरक्षा गार्ड को वेतन का किया जा रहा है भुगतान मगर सुरक्षा व्यवस्था राम भरोसे*
इंदौर। इंदौर कृषि उपज मंडी के अधिकारियों की लापरवाही के चलते चोइथराम मंडी असामाजिक तत्वों का चारागाह बना हुआ है। आए दिन ये गुंडा तत्व किसानों से अवेद वसूली करने की कोशिश करते हैं और जिसके चलते आए दिन विवाद होते हैं । कल भी टमाटर विक्रय के लिए आये किसान से मुफ्त में टमाटर की मांग की गई और नहीं देने पर उसे चाकू घोंपकर घायल कर दिया गया । किसान संतोष उर्फ गणेश चोइथराम अस्पताल में भर्ती है जहां उसका इलाज चल रहा है आज संयुक्त किसान मोर्चा के बबलू यादव रामस्वरूप मंत्री ने चोइथराम हॉस्पिटल पहुंचकर घायल किस से मुलाकात की ओर पूरी घटना की जानकारी ली।

किसान ने बताया कि वह अपना टमाटर विक्रय के लिए दुकान नंबर 146 के व्यापारिक यहां आया था और तभी मंडी में दो व्यक्ति आय तथा भंडारे के नाम पर एक गाड़ी टमाटर की मग की मैंने कहा कि 4 6 किलो टमाटर दे सकता हूं इससे ज्यादा नहीं दे सकता स्पार उसने मेरा गिरेबान पकड़ लिया तथा धक्का दिया जिस पर मैंने विरोध किया तो दूसरे व्यक्ति ने मुझे छाप खूब दिया घायल अवस्था में मुझे इस अस्पताल में भर्ती किया गया है पुलिस यदि उन अपराधियों को मेरे सामने लाएगा तो मैं उन्हें पहचान सकता हूं नाम मुझे मालूम नहीं है।
संयुक्त किसान मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री बबलू यादव चंदन सिंह बड़वाया और शैलेंद्र पटेल ने बताया कि चोइथराम मंडी में आए दिन ऐसी घटनाएं होती है कई बार मंडी सचिव और प्रभारी से सुरक्षा व्यवस्था की मांग की गई सुरक्षा के नाम पर मंडी समिति ने 60 से ज्यादा सुरक्षा गार्ड्स को तैनात किया गया है लेकिन वह किसकी सुरक्षा करते हैं इसकी कोई खबर नहीं है क्योंकि आए दिन किसानों के साथ मारपीट होती है जानलेवा हमले होते हैं और मंडी समिति घटनाओं के बाद भी नींद से नहीं जाती है।
नेताओं ने कहा कि चोइथराम मंडी के हालात अब बदतर होते जा रहे हैं। वहां के प्रशासन की कमजोर व्यवस्था के चलते किसान और व्यापारी अपने आपको सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। ्मानपुर के पांजरा गांव का किसान गणेश उर्फ संतोष
चौधरी टमाटर की गाड़ी लेकर चोइथराम मंडी आया था। वह भैयालाल चौधरी की दुकान नंबर 146 के बाहर खड़ा था। रात करीब 9 बजे तीन वसूलीबाज आए और भंडारे के नाम पर किसान गजेंद्र से दो कैरेट टमाटर की मांग करने लगे। गणेश प्रसाद ने टमाटर नहीं दिए तो उसके साथ बेरहमी से मारपीट कर उसे चाकू मार दिया और धमकाकर भाग गए। यह हमले का पहला किस्सा नहीं है। इससे पहले भी कई व्याापारियों सहित किसानों पर वसूलीबाज हमला कर चुके हैं। मंडी सचिव इस हमले को पुराना विवाद बढ़कर अपना बचाव करना चाह रहे हैं जबकि इस किसान के साथ यह पहली घटना है और इससे पहले उसके साथ ऐसी कोई घटना नहीं हुई है साथ ही जिन लोगों ने हमला किया है उन्हें वह पहचानता भी नहीं है तो यह कहना सही नहीं है कि यह पुराने विवाद का मामला है बल्कि मंडी सचिव अपने पाप पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं और तालाब है कि आयुक्त मंडी बोर्ड ने मंडी की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी किए जाने की कई बार आदेश दिए हैं और यह भी कहा है कि किसानों की सुरक्षा के वक्त प्रबंध होना चाहिए तथा सामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए लेकिन मंडी सचिव जिला प्रवाही के चलते आज तक किसी सामाजिक तत्व के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है ।