कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को चुनाव आयोग का नोटिस मिला है। इस पर कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा है कि प्रियंका गांधी के चुनाव प्रचार से भाजपा डर गई है…यही वजह है कि वह चुनाव आयोग का इस्तेमाल कर रहे हैं। कांग्रेस सांसद ने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष और तटस्थ रहना चाहिए और कांग्रेस पार्टी द्वारा दी गई शिकायतों पर भी उन्हें कार्रवाई करनी चाहिए। चुनाव आयोग कांग्रेस की शिकायतों पर कार्रवाई नहीं कर रहा है।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से बहन-भाई की जोड़ी राहुल और प्रियंका गांधी ने चुनाव प्रचार का मोर्चा संभालते हुए प्रदेश के हर एक कोने को कवर करने का प्रयास किया। राहुल ने 9, प्रियंका ने 10 सभाएं कीं। जबकि प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सबसे अधिक 114 चुनावी सभाएं कीं। राहुल ने दो स्थानों पर रोड शो और एक कॉर्नर मीटिंग भी की। इनके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी सभाएं लेने में पीछे नहीं रहे। उन्होंने भी प्रदेश में 8 चुनावी सभाएं और एक कॉर्नर मीटिंग की। प्रियंका ने 10 सभाएं और एक रोड शो किया।
9 अक्तूबर को आचार संहिता लगने के बाद से 15 नवंबर तक कुल 36 दिन प्रचार चला। इनमें राहुल गांधी ने 5 दिन, प्रियंका गांधी ने 6 दिन और मल्लिकार्जुन खरगे ने 4 दिन का समय मध्यप्रदेश में दिया। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी अपने अपने स्तर पर चुनाव प्रचार की कमान संभाल रखी थी। वहीं बात स्टार प्रचारकों की करें तो सोनिया गांधी, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक, दीपक बाबरिया सहित कुल 22 स्टार प्रचारक ऐसे रहे जिन्होंने एक भी दिन एमपी में प्रचार नहीं किया।
राहुल की सभाएं
- 10 अक्टूबर को राहुल गांधी ने शहडोल के ब्योहारी में जनसभा को संबोधित किया।
- 9 नवंबर को राहुल गांधी सराय अशोक नगर में जनसभा।
- 9 नवंबर को राहुल गांधी ने चंदेरी में जनसभा की।
- 9 नवंबर को राहुल जबलपुर ईस्ट ओर जबलपुर वेस्ट में पदयात्रा की।
- 10 नवंबर को सतना में राहुल गांधी की सभा हुई।
- 10 नवंबर को बड़वानी के राजपुर में राहुल गांधी की सभा हुई।
- 13 नवंबर को राहुल फिर एमपी आए। नीमच के जावद और हरदा के टिमरनी और भोपाल में उत्तर, मध्य में रोड शो किया।
- 13 नवंबर को ही राहुल गांधी ने नरेला में कॉर्नर मीटिंग को संबोधित किया।
- 14 नवंबर को राहुल गांधी भोपाल की दक्षिण पश्चिम विधानसभा में पहुंचे। इसके बाद विदिशा, राज नगर खजुराहो में प्रचार किया।
प्रियंका की सभाएं
- 12 अक्टूबर को प्रियंका गांधी की मंडला में जनसभा हुई।
- 28 अक्टूबर को दमोह में प्रियंका गांधी की सभा हुई।
- 6 नवंबर को प्रियंका गांधी की कुक्षी और इंदौर में सभा हुई।
- 8 नवंबर को प्रियंका गांधी की इंदौर और देवास के खातेगांव में सभा हुई।
- 9 नवंबर को प्रियंका गांधी की चित्रकूट और रीवा में सभा हुई।
- 15 नवंबर को प्रियंका गांधी ने दतिया में सभा ली।
- 15 नवंबर को प्रियंका गांधी ने सीधी के सिंहावल में कांग्रेस के लिए सभा की।
मल्लिकार्जुन खरगे की सभाएं
- 4 नवंबर को मल्लिकार्जुन खरगे ने कटंगी और शाहपुरा में सभा की।
- 7 नवंबर को मल्लिकार्जुन खरगे ने ग्वालियर में सभा की।
- 7 नवंबर को मल्लिकार्जुन खरगे ने भोपाल की मध्य सीट पर सभा की।
- 14 नवंबर को मल्लिकार्जुन खरगे ने सेवड़ा और श्योपुर में जनसभा को संबोधित किया।
- 15 नवंबर को मल्लिकार्जुन खरगे आमला बैतूल में सभा ली।
- 15 नवंबर को मल्लिकार्जुन खरगे ने भोपाल की दक्षिण पश्चिम में कॉर्नर मीटिंग और बैरसिया सीट पर सभा की।
टीआई के सामने संजय शुक्ला से भिड़े कैलाश समर्थक, पुलिस ने मुश्किल से रोकी मारपीट
इंदौर विधानसभा एक में कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला और भाजपा समर्थकों में मारपीट की नौबत आ गई। संजय शुक्ला यहां से विधायक भी हैं और कांग्रेस के टिकट पर फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं भाजपा ने यहां से राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को टिकट दिया है।
बुधवार रात संजय शुक्ला एरोड्रम थाने पर अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। उन्होंने टीआई से कहा कि कांग्रेस पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं से भाजपा कार्यकर्ताओं ने छेड़छाड़ की है और रिपोर्ट नहीं लिखी जा रही है। महिलाएं तीन घंटे तक थाने में बैठी रही हैं फिर भी किसी ने रिपोर्ट नहीं लिखी है। संजय जब टीआई से बात कर रहे थे तभी भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनकी बात का विरोध किया। इस पर संजय शुक्ला और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुज्जत होने लगी। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से दोनों पक्षों को शांत किया।
शुक्ला ने लगाया पुलिस और चुनाव आयोग पर भाजपा से मिले होने का आरोप
थाने से निकलने के बाद शुक्ला ने कहा कि जिन महिलाओं के साथ छेड़छाड़ हुई उनकी थाने में रिपोर्ट नहीं लिखी गई। वे तीन घंटे तक थाने में बैठी रहीं। पुलिस ने उनसे कहा कि पर्याप्त बल नहीं है। इसके बाद मुझे खुद यहां पर आना पड़ा। इससे पहले हमने इसी क्षेत्र में शराब बांटने वालों को पकड़ा। शुक्ला ने आरोप लगाया कि गली गली में नशा बंटवाया जा रहा है। उन्होंने कैलाश विजयवर्गीय का नाम लिए बिना कहा कि इस क्षेत्र के भाजपा प्रत्यासी यह सब कर रहे हैं। आज जब मैं थाने पहुंचा तो थाने में पुलिस के सामने बदतमीजी की गई। यदि आज इतनी गुंडागर्दी है तो आगे क्या होगा। हम लगातार चुनाव आयोग और पुलिस को इन मामलों की शिकायत कर रहे हैं लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है।
दोपहर में दो दुकानें हुई सील
गौरतलब है कि आज दोपहर में ही कांग्रेस ने विधानसभा एक में एक दुकान पर छापा मारकर बड़ी संख्या में साड़ियां और महिलाओं के लिए अन्य गिफ्ट पकड़े हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि भाजपा के कार्यकर्ता इसे बंटवा रहे हैं। कांग्रेस ने यह वीडियो भी वायरल किया है।
तेलंगाना में नामांकन वापस लेने की प्रक्रिया खत्म
तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन वापस लेने की प्रक्रिया समाप्त हो गई है। सभी पार्टियों ने राज्य में जीत का दावा किया है। इसी बीच सभी दलों ने प्रचार प्रसार तेज कर दिया है। भाजपा, कांग्रेस, बीआरएस समेत तमाम दलों के स्टार प्रचार लगातार राज्य में प्रचार प्रचार कर रहे हैं। चुनाव अधिकारियों ने कहा कि मैदान में बचे उम्मीदवारों की अंतिम संख्या निर्वाचन क्षेत्रों से जानकारी मिलने के बाद पता चलेगी। बता दें तेलंगाना में 3.26 करोड़ से अधिक पात्र मतदाता हैं, जिनमें पुरुषों और महिलाओं की संख्या लगभग समान है। तेलंगाना में 30 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होंगे।
कांग्रेस नेता अजॉय कुमार ने भाजपा, बीआरएस, एआईएमआईएम पर चुटकी ली है। मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि केसीआर, क्या आपको भाजपा से इतना प्यार है कि आप इतिहास ही पलट देंगे। सीएम चंद्रशेखर राव कुछ भी बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा, बीआरएस, एआईएमआईएम ने आपस में शादी कर ली है।
जी. किशन रेड्डी ने कहा- CM ही अपनी सीटों में हार रहे हैं
तेलंगाना में विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए सभी दल जोर अजमाइश कर रहे हैं। बीआरएस, कांग्रेस, भाजपा समेत सभी दलों ने प्रचार प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं आरोप-प्रत्यारोप के बीच तेलंगाना के भाजपा अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी ने सीएम चंद्रशेखर राव पर तंज कसा है। उन्होंने कहा, सीएम चंद्रशेखर अपने दोनों निर्वाचन क्षेत्रों (गजवेल और कामारेड्डी) से हार रहे हैं। साथ ही चंद्रशेखर के केंद्र में गठबंधन सरकार बनने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, अगर गठबंधन शासन आया तो हर तीन महीने में नया प्रधानमंत्री देखने को मिलेगा। इसी बीच, उन्होंने राज्य में भाजपा की सरकार बनने का दावा किया है।
मध्य प्रदेश में थमा प्रचार
कांग्रेस की शिकायत पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का चुनाव प्रचार रोक दिया गया। चुनाव आयोग में कांग्रेस द्वारा शिकायत करने के बाद यह कार्रवाई की गई। ईसीआई ने मतदान क्षेत्रों में शाम 6 बजे के बाद प्रचार न करने का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिए हैं।