नई दिल्ली । देश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत शुक्रवार को वोटिंग होनी है. इस चरण के तहत केरल के वायनाडपर भी मतदान होना है. इस सीट से राहुल गांधी एक बार फिर चुनावी मैदान में है. यहां उनका मुकाबला कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) नेता एनी राजा से होगा. लेकिन इस दौरान सभी की नजरें उत्तर प्रदेश की दो हाई प्रोफाइल सीटों रायबरेली और अमेठी पर होगी.
दरअसल इन दोनों सीटों पर 26 अप्रैल से नामांकन शुरू हो जाएंगे. सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अमेठी और रायबरेली सीटों से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. कहा जा रहा है इन सीटों पर उम्मीदवारी के ऐलान से पहले प्रियंका और राहुल अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन कर सकते हैं.
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इसकी पूरी संभावना है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा इन दोनों सीटों से चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि सूत्रों का कहना है कि इन दोनों सीटों पर 30 अप्रैल से पहले औपचारिक घोषणा नहीं की जाएगी. कांग्रेस नेताओं ने भी इन दोनों सीटों पर राहुल और प्रियंका की संभावित उम्मीदवारी को लेकर कुछ नहीं कहा है.
सूत्रों का ये भी कहना है कि अमेठी और रायबरेली जाने से पहले राहुल और प्रियंका अयोध्या जा सकते हैं, जहां वे रामलला के दर्शन करेंगे. हालांकि, इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने संकेत दिए हैं कि अगर राहुल और प्रियंका इन सीटों से चुनावी मैदान में उतरने का फैसला करते हैं तो एक और तीन मई को इन सीटों पर नामांकन हो सकते हैं. बता दें कि यहां नामांकन की आखिरी तारीख तीन मई है.
राहुल की टीम का अमेठी में कैंप शुरू
अमेठी से चुनाव लड़ने को लेकर राहुल गांधी की टीम ने अमेठी में कैंप करना शुरू कर दिया है. राहुल गांधी के नामांकन के लिए
यूपी कांग्रेस की टीम को एक मई की संभावित डेट दी गई है. कहा जा रहा है कि कांग्रेस एक मई को अमेठी में अपना शक्ति प्रदर्शन करेगी.
जानकारी के मुताबिक, 26 अप्रैल के चुनाव के बाद 27 अप्रैल को राहुल गांधी के अमेठी पहुंचने की संभावना है. वह एक मई को नामांकन कर सकते हैं.
बता दें कि अमेठी और रायबरेली कांग्रेस की पारंपरिक सीटें रही हैं. राहुल गांधी दो बार अमेठी से लोकसभा सांसद रहे हैं जबकि रायबरेली से वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी लगातार जीत का परचम लहराती रही है.
पिछले चुनाव में अमेठी से राहुल गांधी को मिली थी हार
2019 के चुनावों में राहुल गांधी को अमेठी सीट से हार का सामना करना पड़ा था. उन्हें मोदी सरकार में मंत्री स्मृति ईरानी ने चुनाव में हराया था. हालांकि वो वायनाड सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे. कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले अमेठी लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा की 5 सीटें हैं. 2022 के चुनाव में अमेठी और गौरीगंज से समाजवादी पार्टी अपने दो विधायक बनाने में कामयाब रही थी जबकि सलोन सीट पर बहुत ही मामूली वोटों से हार गई थी. बीजेपी अमेठी में अपने तीन विधायक बनाने में सफल रही थी.
सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने से रायबरेली सीट पर संशय
सोनिया गांधी ने 2019 में घोषणा की थी कि यह उनका आखिरी लोकसभा चुनाव होगा. वे 1999 में कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार अमेठी से चुनाव लड़ी थीं और जीत हासिल की थी. उसके बाद 2004 में वो पहली बार रायबरेली से चुनाव लड़ीं और जीतीं. सोनिया गांधी कुल पांच बार सांसद चुनी गईं. रायबरेली के साथ दशकों के पारिवारिक संबंधों को छोड़कर जब सोनिया ने राज्यसभा जाने का फैसला किया तो वो काफी भावुक नजर आई थीं.