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रामसुख गुर्जर की अजमेर के मसूदा विधानसभा क्षेत्र पर नजर 

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एस पी मित्तल, अजमेर 

रामसुख गुर्जर 30 जून को चित्तौड़ के रावतभाटा उपखंड के एसडीएम के पद से रिटायर हुए और 1 जुलाई को सालासर बालाजी के दरबार में महाप्रसाद कर सेवा की नई पारी शुरू करने के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया। गुर्जर 2 जुलाई से ही अजमेर के मसूदा विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हो गए। गुर्जर का जन्म मसूदा में ही हुआ, इसलिए वे स्वयं को मसूदा का मूल निवासी मानते हैं। मसूदा की प्रत्येक ग्राम पंचायत का दौरा कर जनता की समस्याओं को समझने का काम शुरू करने वाले रामसुख गुर्जर का मानना है कि उनके प्रशासनिक अनुभवों से समस्याओं का समाधान जल्द होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भरोसा रखने वाले गुर्जर अब भाजपा के बड़े नेताओं के संपर्क में है। गुर्जर का कहना है कि राव नारायण सिंह के बाद मसूदा का कोई भी मूलनिवासी यहां से विधायक नहीं बना। कांग्रेस ने तो अपने शहर के नेताओं को मसूदा का विधायक बनवा दिया। मसूदा की जनता अब जागरूक हो गई है और मसूदा के मूल निवासियों पर ही भरोसा करेंगी। मेरा तो बचपन ही मसूदा की गलियों में बीता है। प्रशासनिक सेवा में रहते हुए भी मैंने अपने जन्म स्थान से संपर्क बनाए रखा। गुर्जर ने मसूदा की कुछ ग्राम पंचायतों को नवगठित जिले केकड़ी में शामिल करने का विरोध भी किया। विरोध के लिए यदि जन आंदोलन की जरूरत पड़ी तो वह भी किया जाएगा।

उपलब्धियों से भरा रहा कार्यकाल:

रामसुख गुर्जर का प्रशासनिक कार्यकाल उपलब्धियों से भरा रहा। सेना की नौकरी से रिटायरमेंट के बाद वर्ष 2003 में राजस्थान में तहसीलदार का पद ग्रहण किया और उल्लेखनीय कार्यों के कारण ही वर्ष 2016 में आरएएस के पद पर पदोन्नति हासिल की। नागौर के कुचामन का एसडीएम रहते हुए गुर्जर ने रोडवेज बस स्टैंड के बाहर प्राइवेट बसों पर रोक और खेल स्टेडियम से लाखों टन कचरा हटवा कर स्वतंत्रता दिवस का समारोह करवाया, जिसे आज भी कुचामन के लोग याद करते है। चित्तौड़ के रावतभाटा के परमाणु ऊर्जा संयंत्र के आलीशान गेस्ट हाउस में भले ही बड़े अधिकारी पार्टियां करते हो, लेकिन गुर्जर ने एसडीएम रहते हुए गेस्ट हाउस का एक गिलास पानी भी नहीं पिया।  यही वजह है कि सेवानिवृत्ति पर रावतभाटा के लोगों ने घोड़े पर बैठा कर शानदार विदाई दी। तंबाकू मुक्त अभियान चलाने वाली उदयपुर की सांवरिया सेवा संस्थान ने गुर्जर को अपना ब्रांड एंबेसडर बना रखा है। गुर्जर ने अपने प्रशासनिक कार्यकाल में करीब एक लाख लोगों को तंबाकू सेवन न करने का संकल्प करवाया। गुर्जर का कहना है कि तंबाकू में ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर के लिए घातक है। गुर्जर ने अपने गुर्जर समाज में कुरीतियों को मिटाने के अनेक कार्य किए हैं। गुर्जर समाज में लड़की की सगाई में लड़की वाले बहुत सामग्री और नगदी राशि देते हैं, लेकिन गुर्जर ने अपने पुत्र की सगाई में मात्र एक रुपया लेकर समाज के सामने उदाहरण पेश किया। गुर्जर समाज में होने वाले 52 गांव के सामूहिक भोज को बंद करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गुर्जर का कहना है कि ऐसी प्रथाओं से समाज के गरीब परिवारों को परेशानी होती है। मोबाइल नंबर 9414354751 पर रामसुख गुर्जर को शुभकामनाएं दी जा सकती हैं।

अभिमन्यु का आईएएस में चयन:

राज्य प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी और मौजूदा समय में जयपुर स्टेट सेटलमेंट विभाग के एडिशनल कमिश्नर अरविंद सिंह के पुत्र अभिमन्यु सिंह का चयन भारतीय वन सेवा में हुआ है। अभिमन्यु अभी अहमदाबाद स्थित एक कंपनी में कार्यरत है। अभिमन्यु ने आईएएस प्री परीक्षा उत्तीर्ण की थी और फिर प्री की मेरिट के आधार पर भारतीय वन सेवा की लिखित परीक्षा दी थी। मोबाइल नंबर 9414003585 अरविंद सिंह को बधाई दी जा सकती है। 

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