दमोह
इस समय जिले भर में खाद की मारामारी चल रही है। बोवनी का समय है और किसान खाद के लिए परेशान हैं। स्टाफ होने के बावजूद कुप्रबंधन के कारण किसानों को समय पर खाद नहीं मिल रही है। खाद के लिए किसान लंबी कतारों में कई दिनों से लगे हुए हैं। इतना ही नहीं राजनीतिक प्रभाव वाले लोग बिना टोकन के ही दर्जनों बोरी खाद ले जा रहे हैं। वहीं किसान दो बोरी खाद के लिए परेशान हैं।
पथरिया में खाद लेने पहुंचे करैया गांव के किसान भागचंद अहिरवार ने बताया कि वह दिव्यांग है। इसके बाद भी 3 दिन से खाद के लिए रोज कतार में खड़ा हो रहा है। सोमवार रात में उसने सोचा कि वह अधिकारी से जाकर यह निवेदन करें कि वह दिव्यांग है, इसलिए उसे खाद उपलब्ध करा दी जाए, लेकिन वहां पर मौजूद सांसद प्रतिनिधि बरखेड़ा गांव निवासी रणधीर सिंह ने उसे गालियां दी और उसे वहां से धक्के मार कर भगा दिया।
किसान का आरोप है कि सांसद प्रतिनिधि बिना टोकन के करीब 50 बोरी से ज्यादा खाद ले गए और उन्हें एक बोरी खाद भी नसीब नहीं हो रही है। एक और किसान जगन्नाथ का कहना है वह कई दिनों से खाद के लिए कतार में है, लेकिन उसे न खाद मिल रही है और न ही टोकन दिया जा रहा है। उसने कहा कि महिलाओं को एक-एक बोरी खाद बिना टोकन के दी जा रही है, लेकिन पुरुष किसानों के लिए खाद नहीं मिल रही। खाद लेने पहुंचे अनेक किसानों ने इसी तरह अपनी समस्याएं बताई।