नई दिल्ली अयोध्या में राम मंदिर बनने से न केवल भाजपा बल्कि कांग्रेस भी खुश है। लेकिन इससे कुछ लोगों की मनुवादी सोच उजागर हुई है। यह कहना है कांग्रेस के नेता व पूर्व सांसद उदित राज का। उनके ट्वीट पर लोग आपत्ति ले रहे हैं। बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होने वाला है। राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां चल रही है। इस बीच मंदिर को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी खूब हो रही है।
मंदिर के कार्यक्रम में आमंत्रण से लेकर समारोह में शामिल होने तक को लेकर सरकार से लेकर विपक्षी दलों के नेताओं के अलग-अलग बयान आ रहे हैं। इस बीच राम मंदिर को लेकर कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद उदित राज का एक विवादित बयान सामने आया है।
पूर्व सांसद ने ट्वीट कर कहा कि 500 साल बाद मनुवाद की वापसी हो रही है। कांग्रेस नेता के इस ट्वीट को राम मंदिर के उद्घाटन के संदर्भ में बताया जा रहा है। राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर ये कहा जा रहा है कि 500 साल बाद भारत को भव्य राम मंदिर का तोहफा मिलने जा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या उदित राज राम मंदिर के उद्घाटन को मनुवाद से जोड़ रहे हैं। हालांकि, इस सवाल पर खुद उदित राज ने सफाई देते हुए कहा कि ये बिल्कुल अलग मुद्दा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को भी खुशी है कि भव्य मंदिर बन रहा है। मंदिर बनने से देश की जनता भी खुश है। इसमें सबका योगदान है। उदित राज ने कहा कि न्यायपालिका, मुस्लिम समाज के लोगों का भी योगदान है। मैं भी मंदिर निर्माण से खुश हूं। मेरे ट्वीट का मतलब है कि मैं कुछ लोगों की सोच को बताना चाह रहा था। उदित राज ने कहा कि असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा इसी समय पुरानी व्यवस्था का याद दिलाने लगे। दरअसल, सरमा ने हाल ही में एक सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा था कि ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य की सेवा करना शूद्रों का वास्तविक कर्तव्य है। हालांकि, विवाद बढ़ने पर उन्होंने पोस्ट डिलीट कर दिया था। पीएम मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि वे संवैधानिक पद पर हैं, राजा नहीं हैं। वे भगवान राम नहीं हैं। वे निषाद के घर जा रहे हैं। वे यह दर्शाने की कोशिश कर रहे हैं कि वे निचली जाति के घर जा रहे हैं। उदित राज ने मीडिया की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि वे एक गुना कहते हैं तो मीडिया उसे चार गुना बताता है।