*100 बरस… *’स्वर शतकम’ से संघ का जयघोष* _आरएसएस के सरसंघचालक की अगुवाई में संघ के मालवा प्रांत पर फोकस_ _दशहरा मैदान इंदौर से लेकर ओंकारेश्वर तक रहेगा संघ प्रमुख का मूवमेंट_ _लता मंगेशकर आडिटोरियम राजेंद्रनगर में देंगे देवी अहिल्या पुरुस्कार_ _दशहरा मैदान पर मालवा प्रांत के 28 जिलों के चयनित स्वयंसेवक करेंगे सामूहिक घोष वादन_ _ख्यात कबीर लोकगायक पद्मश्री कालूराम बामनिया सरसंघचालक के साथ रहेंगे मंच पर_ _ओंकारेश्वर में कुटुंब प्रबोधन के कार्यक्रम में भी शामिल होंगे भागवत, साध्वी ऋतुम्भरा भी रहेगी साथ_ _सुमित्रा महाजन के कार्यक्रम में देंगे देवी अहिल्या पुरुस्कार, विहिप के चंपतराय हुतात्माओं के श्रद्धास्वरूप लेंगे सम्मान_ _दशहरा मैदान पर आरएसएस के कार्यक्रम की तैयारियां हुई तेज़, प्रवेश के लिए अलग अलग द्वार बनेंगे_
_*आरएसएस का घोष दल हिन्दू समाज को उत्साह, उमंग व ऊर्जा से तो भरता ही हैं, शत्रुदल की शक्ति को भी हर लेता हैं। यह संघ के अनुशासन और सांघिकता में भी अहम भूमिका निभाता हैं। आरएसएस शताब्दी वर्ष मना रहा हैं। सँगठन के सभी स्वयंसेवक अपने अपने कार्य के हर सोपान पर शत प्रतिशत समर्पण देने को समर्पित हो गए हैं। उसी तेयारी की एक झलक इंदौर भी देखेगा। ये झलक स्वर शतकम नाम से आयोजित कार्यक्रम में नज़र आएगी। माननीय सरसंघचालक डॉ मोहनराव भागवत स्वयम इसके साक्षी होंगे। संघ मुखिया 1 जनवरी से मालवा निमाड़ अंचल के प्रवास पर आ रहें हैं। वे ज्योतिर्लिंग नगरी ओंकारेश्वर के एक कार्यक्रम में भी जाएंगे।*_
*नितिनमोहन शर्मा*
*राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने 100 बरस की यात्रा का जयघोष इंदौर से करने जा रहा हैं। जयघोष की गूंज आरएसएस की घोष दल ईकाई के ज़रिए होगा। सर संघचालक डॉ मोहनराव भागवत इस जयघोष के साक्षी होंगे। इंदौर शहर औऱ उसका पुरातन दशहरा मैदान इसका गवाह बनेगा। मालवा के प्रख्यात लोकगायक व कबीर भजन के प्रणेता पद्मश्री कालूराम बामनिया भी संघ मुखिया के साथ मंचासीन रहेंगे। इस आयोजन के नाम स्वर शतकम रखा गया हैं। संघ स्वर साधना के जरिये मातृभूमि की वंदना करेगा। ये कार्यक्रम 3 जनवरी, शुक्रवार को दोपहर 3.30 बजे से होगा। इस अवसर पर सामुहिक घोषवादन होगा। इस घोषवादन मे आरएसएस की संगठन रचना के तहत बने मालवा प्रांत के 28 जिलों के चयनित स्वयंसेवक शामिल होंगे। आयोजन को लेकर संघ हलकों में तैयारियां तेज हैं। दशहरा मैदान पर आरएसएस ने आमंत्रितों के लिए अलग अलग बैठक व्यवस्था करना शुरू कर दी हैं।*
संघ सुप्रीमो डॉ भागवत की अगुवाई में आरएसएस का फ़ोकस इस बरस मालवा प्रांत पर हैं। लिहाजा सरसंघचालक का मालवा निमाड़ अंचल में सप्ताहभर से भी ज्यादा समय तक डेरा डलने की जानकारी भी आई हैं। संघ मुखिया इंदौर के दशहरा मैदान के अलावा दो अन्य बड़े कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे। इसमें एक ज्योतिर्लिंग नगरी ओंकारेश्वर में होगा और दूसरा फिर इंदौर के राजेन्द्र नगर क्षेत्र में होगा। आरएसएस प्रमुख के 1 जनवरी को इंदौर आने की जानकारी भी सामने आई हैं। सबसे पहले वे संगठन के उस शिविर में शामिल होंगे जो राऊ क्षेत्र के एमराल्ड हाइट्स स्कूल में आहूत हैं।
*ये शिविर 31 दिसंबर की शाम से 3 जनवरी तक चलेगा। इसमें संघ रचना के 28 ज़िले के 107 घोष केंद्रों से स्वयंसेवक शामिल होंगे। इस शिविर के लिए बीते 4 महीने से 1150 वादकों द्वारा नियमित अभ्यास चल रहा है। इनमें से 750 से अधिक चयनित वादक इस दशहरा मैदान के प्रकट कार्यक्रम में प्रस्तुति देंगे। ओंकारेश्वर में संघ के आनुषंगिक सँगठन कुटुंब प्रबोधन का बड़ा कार्यक्रम हैं। संघ मुखिया भागवत यहां 5 जनवरी को कार्यक्रम में शामिल होंगे। भारतीय कुटुंब व्यवस्था से जुड़े इस आयोजन में देशभर से लोग जुटेंगे। कार्यक्रम साध्वी ऋतुम्भरा के आश्रम में होगा। साध्वी जी भी इस अवसर पर मौजूद रहेगीं।*
संघ मुखिया की गरिमामय मौजूदगी में एक अहम आयोजन देवी अहिल्या राष्ट्रीय पुरस्कार का भी होगा। पूर्व लोकसभा स्पीकर व शहद की 8 बार की सांसद सुमित्रा महाजन इस कार्यक्रम की सूत्रधार हैं। कार्यक्रम में विहिप के शीर्षस्थ नेता चम्पतराय शामिल होंगे। राय को ही इस बरस का देवी अहिल्याबाई होलकर पुरुस्कार दिया जा रहा हैं। चम्पतराय ये पुरुस्कार उन हुतात्माओं की स्मृति में प्राप्त करेंगे जो सैकड़ो वर्षों तक चले श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में वीरगति को प्राप्त हो गए थे। कार्यक्रम राजेंद्रनगर में बने नए नवेले लता मंगेश्कर आडिटोरियम में होगा। इस कार्यकम को लेकर देवी अहिल्या उत्सव समिति की तैयारियां तेज हो गई हैं। महाजन के आयोजन में ‘ मातृसंस्था’ के मुखिया की मौजूदगी को महत्वपूर्ण माना जा रहा हैं। हालांकि राष्टीय पुरुस्कार का ये कार्यकर्म दलीय राजनीति से परे हैं।
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